Haribhoomi Explainer: बिपरजॉय कैसे बना इतना खतरनाक, यहां पढ़िये चक्रवाती तूफान से बचने की क्या-क्या हैं तैयारियां
Haribhoomi Explainer: बिपरजॉय तूफान अपने साथ भयंकर तबाही लेकर गुजरात में दस्तक देने ही वाला है। इस तूफान से लोगों को बचाने के लिए प्रशासन तैयारियों में जुटा हुआ था। समुद्री इलाके के आस पास रह रहे लोगों को दूसरे जगह शिफ्ट कराया जा रहा है। आइये आज के हरिभूमि एक्सप्लेनर के माध्यम से जानते हैं कि तूफान से बचने की क्या-क्या तैयारियां हुई हैं। साथ ही जानेंगे कि बिपरजॉय तूफान कैसे बना खतरनाक चक्रवाती तूफान...;
Haribhoomi Explainer: अरब सागर से उठे चक्रवाती तूफान बिपरजॉय ने गुजरात तट से टकराने से पहले खतरनाक रूप ले लिया है। मौसम विभाग के मुताबिक, मंगलवार को तूफान ने गंभीर रूप अख्तियार कर लिया। अब यह उत्तर की ओर पांच किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से बढ़ रहा है। अभी इसका केंद्र गुजरात के पोरबंदर से 290 किलोमीटर दक्षिण पश्चिम में है। इसके गुरुवार तक गुजरात के सौराष्ट्र और कच्छ इलाके को पार करने की संभावना है। साथ लगे पाकिस्तान के तटीय इलाकों में भी इसके गुरुवार तक पहुंचने की उम्मीद है।
इस तूफान की वजह से गुजरात और मुंबई के तटीय इलाकों में आंधी-बारिश का मंजर देखने को मिल रहा है। इसने तटीय इलाकों में कहर बरपा दिया है। अब तक 7 लोगों की मौत हो चुकी है। इनमें चार मौतें मुंबई में हुई हैं। कच्छ, देवभूमि द्वारका, जामनगर, पोरबंदर जिलों में गुरुवार तक 20 सेंटीमीटर बारिश हो सकती है। राजकोट, मोरबी और जूनागढ़ में भी भारी बारिश हो सकती है और बाढ़ का खतरा है। तेज तूफान से खड़ी फसलों, सड़को, घरों, बिजली और फोन के तार और खंभों को नुकसान हो सकता है। सौराष्ट्र और कच्छ के तटों पर 6 मीटर तक ऊंची लहरें उठ सकती हैं।
अरब सागर में बने इस चक्रवाती तूफान ‘बिपरजॉय’ ने भारत के तटीय इलाकों पर अब असर दिखाना शुरू कर दिया है। इसके कारण मुंबई समेत कई शहरों में बारिश हुई है जबकि 55 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से हवाएं चलना शुरू हो गई हैं। वहीं गुजरात के सौराष्ट्र और कच्छ तटों पर भी तेज हवाएं चल रही हैं, जबकि जाम नगर और मुंबई में हाई टाइड आ रहे हैं।
क्या-क्या हैं तैयारियां
गुजरात में बिपरजॉय चक्रवात की तैयारियों को लेकर केंद्रीय मंत्री पुरुषोत्तम रूपाला ने बताया कि द्वारका जिले में 400 से अधिक आश्रय स्थलों की पहचान की गई है और लोगों को यहां शिफ्ट किया जा रहा है। प्रधानमंत्री मोदी ने संबंधित अधिकारियों और मंत्रियों से व्यवस्थाओं का जायजा लिया और उन्हें अलर्ट मोड पर रहने और सभी आवश्यक कदम उठाने का निर्देश दिया।
कच्छ, गुजरात के तटवर्ती इलाकों में धारा 144 लागू कर दी गई है। यहां के स्कूल-कॉलेज 15 जून तक बंद हैं। जिलाधिकारी के मुताबिक, समुद्र तट से 10 किमी के दायरे में पड़ने वाले गांवों से लगभग 23,000 लोगों को अस्थायी शिविरों में रखा जाएगा। साथ ही मछली पकड़ने वाली 4500 नौका को सुरक्षित रख लिया गया है।
कैसे बना खतरनाक तूफान
मौसम वैज्ञानिकों की मानें तो तूफान जितना ज्यादा समय समुद्र पर बिताता है, उतना ही ज्यादा खतरनाक बन जाता है। इसके पीछे का यह कारण है कि लंबे समय तक समुद्र पर रहने के कारण तूफान को खूब ऊर्जा और नमी जुटा लेता है। नमी और ऊर्जा की अधिकता के ही कारण तूफान तबाही मचाने में असरदार हो जाता है। चक्रवाती तूफान बिपरजॉय कई दिनों से समुद्र में ही है, जिससे इस तूफान में नमी और ऊर्जा की कोई कमी नहीं होगी। भारत के मौसम विभाग यानी IMD प्रमुख बताते हैं कि तीव्रता के मामले में यह तूफान काफी खतरनाक है। हवाओं और एंटी साइक्लोनिक सर्कुलेशन्स के चलते धीमी गति से आगे बढ़ रहा है। इसकी वजह से तूफान लैंडफाल कहां करेगा, इसका अनुमान नहीं लगाया जा पा रहा है।
मुंबई शहर पर असर
गुजरात में तूफान की आहट को देखते हुए पड़ोसी राज्य मुंबई को भी अलर्ट पर रखा गया है। यहां सोमवार शाम हाई टाइड (ज्वार भाटा) देखने को मिला था। तेज हवाओं और बारिश से होने वाले नुकसान की आशंका को देखते हुए एनडीआरएफ की पांच टीमें मुंबई में तैनात हैं, जबकि 15 को तैयार रखा गया है। राहत, तलाश व बचाव अभियान के लिए भारतीय तटरक्षक और नौसेना के जहाज और हेलिकॉप्टर भी अलर्ट पर हैं।
ये ट्रेनें हुई रद्द
भारतीय रेलवे के जोनल कार्यालय ने जानकारी देते हुए कहा कि इन तूफानी इलाकों के ट्रेन यात्रियों के लिए कई तरह की सुरक्षा और सुरक्षा सावधानियां बरती जा रही हैं। बिपरजॉय तूफान के चलते पश्चिम रेलवे ने गुजरात के तटवर्ती इलाकों में जाने वाली 67 ट्रेनों को रद्द कर दी है। कुछ ट्रेनें 12 से 15 जून तक एक या एक से अधिक दिनों के लिए रद्द की गई हैं। इनमें दिल्ली सराय रोहिल्ला-ओखा स्पेशल दोनों ओर से ओखा राजकोट अनारक्षित, अहमदाबाद-वरावल एक्सप्रेस, इंदौर-वरावल महामना एक्सप्रेस शामिल हैं।
Also Read: Nigeria में भीषण Boat Accident, 300 लोग थे नाव में सवार, 100 से अधिक की मौत
पाकिस्तान में लोगों को निकाला जा रहा
पाकिस्तान में सिंध प्रांत की सरकार ने बिपरजॉय के तट के करीब पहुंचने के साथ ही बदीन जिले के तटवर्ती इलाकों से लोगों को निकालना शुरू कर दिया है। पाक मीडिया के मुताबिक, चक्रवात अभी कराची से लगभग 600 किमी दक्षिण दिशा में बना हुआ है। शाह बंदर द्वीप से अब तक 2,000 से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा चुका है।