Haribhoomi-Inh Exclusive: टूल किट डिजिटल हथियार किस पर वार ? 'चर्चा' प्रधान संपादक डॉ. हिमांशु द्विवेदी के साथ
Haribhoomi-Inh Exclusive: हरिभूमि-आईएनएच के खास कार्यक्रम 'चर्चा' में प्रधान संपादक डॉ. हिमांशु द्विवेदी ने 'टूल किट डिजिटल हथियार किस पर वार' मामले को लेकर वार्ता की?;
Haribhoomi-Inh Exclusive: हरिभूमि-आईएनएच के खास कार्यक्रम 'चर्चा' में प्रधान संपादक डॉ. हिमांशु द्विवेदी ने 'टूल किट डिजिटल हथियार किस पर वार' मामले को लेकर वार्ता की शुरुआत की। सोशल मीडिया की भाषा में टूल किट एक डिजिटल हथियार होता है। जिसके जरिए हम किसी विषय पर अपनी योजना बनाते हैं और उसे संबंधित लोगों में साझा करते हैं। लेकिन कई बार टूल किट को इस्तेमाल करने की आपकी मंशा के कारण ये योजना बनाने की पद्धति सवालों में आ जाती है। टूल किट को लेकर ताजा संदर्भ किसान आंदोलन की पृष्ठभूमि है। आपको बता दें दिल्ली में गणतंत्र दिवस 2021 के मौके पर किसानों द्वारा ट्रैक्टर रैली आयोजित की गई थी। इस दौरान दिल्ली में लाल किले, आईटीओ समेत विभिन्न जगहों पर बवाल हुआ था। जिसके बाद दिल्ली पुलिस ने इस मामले को लेकर कार्रवाई की। जिसमें ट्रैक्टर रैली के दौरान हुए बवाल की वजह टूल किट निकलकर सामने आई है। दिल्ली पुलिस ने टूलकिट मामले में बेंगलुरु की जलवायु कार्यकर्ता 22 वर्षीय दिशा रवि को शनिवार को गिरफ्तार किया गया था। दिशा रवि को इसके बाद दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट में पेश किया गया। कोर्ट ने दिशा रवि को दिल्ली पुलिस को 5 दिनों की रिमांड पर सौंपा है।
खास चर्चा में प्रधान संपादक हिमांशु द्विवेदी ने भाजपा प्रवक्ता हरीश चंद्र श्रीवास्तव, वरिष्ठ पत्रकार श्रवण गर्ग, सुप्रीम कोर्ट उप महाधिकवक्ता मनोज गोरकेला और वरिष्ठ कांग्रेसी नेत्री अलका लांबा के साथ टूल किट मामले को लेकर बातचीत की।
इससे पहले दिशा रवि को बेंगलुरु की अदालत में भी पेश किया गया। इसके लेकर प्रधान संपादक डॉ. हिमांशु द्विवेदी ने सुप्रीम कोर्ट उप महाधिकवक्ता मनोज गोरकेला से सवाल पूछा कि क्या दिशा रवि को बेंगलुरु की अदालत में पेश किया जाना चाहिए था या नहीं? इस दौरान उसको वकील उपलब्ध कराया जाना चाहिए था या नहीं। दिल्ली पुलिस की ओर से दिशा रवि के खिलाफ आरोप लगाए गए है कि उन्होंने किसान आंदोलन के पक्ष में बनाई गई टूलकिट को संपादित किया है। साथ ही टूल किट को सोशल मीडिया पर जारी किया है। ये वही टूल किट है, जिसे स्वीडिश जलवायु कार्यकर्ता ग्रेटा थनबर्ग ने सोशल किया था। दिल्ली पुलिस ने ट्वीट के माध्यम से कहा है कि दिशा रवि उस टूलकिट की संपादक हैं व उस दस्तावेज को तैयार करने से लेकर उसे सोशल मीडिया पर जारी करने वाली प्रमुख साजिशकर्ता है।