Haribhoomi-Inh News: 'फिल्म' की खिलाफत या 'भटकाव' की सियासत!, चर्चा प्रधान संपादक डॉ. हिमांशु द्विवेदी के साथ
Haribhoomi-Inh News: हरिभूमि-आईएनएच के खास कार्यक्रम 'चर्चा' में प्रधान संपादक डॉ. हिमांशु द्विवेदी ने शुरुआत में कहा कि नमस्कार आपका स्वागत है हमारे खास कार्यक्रम चर्चा में, हमारा आज का विषय विवादित है। विवादित इसलिए है कि 2 अक्टूबर को एक फिल्म का ट्रेलर रिलीज हुआ। उसका रिलीज होना क्या हुआ आफत आ गई। एकाएक सबको लग रहा है देश के बड़े वर्ग को लग रहा है सनातन धर्म एक बार फिर खतरे में आ गया है।;
Haribhoomi-Inh News: हरिभूमि-आईएनएच के खास कार्यक्रम 'चर्चा' में प्रधान संपादक डॉ. हिमांशु द्विवेदी ने शुरुआत में कहा कि नमस्कार आपका स्वागत है हमारे खास कार्यक्रम चर्चा में, हमारा आज का विषय विवादित है। विवादित इसलिए है कि 2 अक्टूबर को एक फिल्म का ट्रेलर रिलीज हुआ। उसका रिलीज होना क्या हुआ आफत आ गई। एकाएक सबको लग रहा है देश के बड़े वर्ग को लग रहा है सनातन धर्म एक बार फिर खतरे में आ गया है।
राम रावण का युद्ध सदियों पहले हुआ था और इस युद्ध को केंद्र में रखते हुए न जाने कितनी किताबें लिखी गईं। कितने ग्रंथ लिखे गए। कितने ही नाटक लिखे गए। कितनी ही फिल्में बनाई गई और यही कोशिश इस सदन में भी हुई और यह कोशिश बहुत भारी पड़ते हुए दिखाई दे रही है। यह पिक्चर बनाई गई है आदिपुरुष।
12 जनवरी 2023 को यह फिल्म रिलीज होगी। इसी फिल्म के प्रमोशन के तहत 1 मिनट से ऊपर का है। उसका क्या हुआ कि आफत आ गई। अचानक लग रहा है कि देश बड़े खतरे की ओर बढ़ रहा है। देश के बड़े-बड़े नेता इस वीडियो को लेकर अपनी चिंता व्यक्त कर रहे हैं। अपने गुस्से को व्यक्त कर रहे हैं। अपनी नाराजगी व्यक्त करने वाले अधिकांश भारतीय जनता पार्टी से नाता रखने वाले हैं और भारतीय जनता पार्टी के नेताओं से सुर में सुर मिलाने के लिए सक्रिय हैं।
समाज के लोग भी इस पर लगाने की बात कर रहे हैं। मानना यह है कि इस किरदार स्वरूप बचा क्या है। जो राम रावण का स्वरूप बताया गया, जो हनुमान जी का स्वरूप बताया गया है। एतराज है। अपनी अपनी इस बात का। आखिर एतराज इस बात को लेकर है कि राम दाढ़ी नहीं है लेकिन रावण की दाढ़ी इस तरह की कुल मिलाकर सवाल कई किस्म के हैं। कई सवालों के जवाब इस चर्चा के दौरान जानेंगे।
'फिल्म' की खिलाफत या 'भटकाव' की सियासत!
'चर्चा'