Haribhoomi-Inh News: चीनी ऐप पर बैन मिलेगा चैन? और खामोश 'गुरु' 'नुकसान' शुरु? 'चर्चा' प्रधान संपादक डॉ. हिमांशु द्विवेदी के साथ
Haribhoomi-Inh News: हरिभूमि-आईएनएच के खास कार्यक्रम 'चर्चा' में प्रधान संपादक डॉ. हिमांशु द्विवेदी ने शुरुआत में कहा कि नमस्कार आपका स्वागत है हमारे खास कार्यक्रम चर्चा में, आज हम चर्चा के तहत दो कार्यक्रम में बातचीत करेंगे।;
Haribhoomi-Inh News: हरिभूमि-आईएनएच के खास कार्यक्रम 'चर्चा' में प्रधान संपादक डॉ. हिमांशु द्विवेदी ने शुरुआत में कहा कि नमस्कार आपका स्वागत है हमारे खास कार्यक्रम चर्चा में, आज हम चर्चा के तहत दो कार्यक्रम में बातचीत करेंगे। एक अंतरराष्ट्रीय स्तर पर और दूसरा है पांच राज्य में चल रहे विधानसभा चुनाव के संदर्भ में। पहले चरण में हम बातचीत करेंगे हमारी भारत-चीन संबंधों के संदर्भ में। हमारा हमारा विषय है चीनी ऐप पर बैन मिलेगा चैन। संदर्भ यह है कि भारत सरकार ने सवा साल के अंतर्गत के बाद एक बार फिर चीन के संदर्भ में डिजिटल स्ट्राइक की है। जबसे गलवान घाटी का संघर्ष हुआ है।
इस घटनाक्रम के घटित होने के वक्त तत्कालीन सूचना प्रसारण मंत्री रविशंकर प्रसाद के द्वारा डिजिटल स्ट्राइक का दावा किया गया था और उन्होंने बताया कि हम चीन को सबक सिखाने जा रहे हैं और उसके तहत उन्होंने चार बार अलग-अलग तारीखों पर चीन के एपों को बंद किया और कई ऐसे प्रसिद्ध ऐप थे, जिन्हें भारत सरकार ने पूरी तरह से बैन कर दिया। अब ताजा तरीन मामला यह है कि भारत सरकार ने एक बार फिर से 60 चीन एपों पर प्रतिबंध लगा दिया है। समझने की कोशिश करेंगे कि आखिर इस बातचीत में ऐसा क्या हो रहा था जो देश के लिए खतरा था। जिसको लेकर सरकार ने यह कदम उठाया है... जानने की कोशिश करेंगे कई सवालों के जवाब....
चीनी ऐप पर बैन मिलेगा चैन ?
'चर्चा'
दूसरे चरण में हम बात कर रहे हैं पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर। पंजाब के संदर्भ में बात करेंगे। पंजाब में जहां पर कांग्रेस सत्ता में है। जहां कांग्रेस सत्ता में बने रहने के लिए काम कर रही है। पंजाब जहां पर कांग्रेस पार्टी उलझ गई है नेतृत्व के प्रति। पंजाब जहां चरणजीत सिंह चन्नी को पार्टी ने सीएम चेहरा बनाया है। सिद्धू जी तब भी नहीं बोले। लेकिन सिद्धू की पत्नी बोल रही है, सिद्धू जी की बेटी बोल रही हैं। लेकिन सिद्धू कुछ नहीं बोल रहे हैं और यह कह रहे हैं कि कांग्रेस कुछ भी नहीं कर रही है और राहुल गांधी को कोई समझ नहीं है। राहुल गांधी को जो समझा दिया गया वह उसी के अनुसार चल रहे हैं। लेकिन मामला तब ज्यादा गंभीर हो गया। जब प्रियंका गांधी पंजाब में चुनाव प्रचार के लिए पहुंचीं। जब चन्नी और सिद्धू दोनों मौजूद थे और इस दौरान जब उनका नाम स्टेज पर लिया गया संबोधन करने के लिए तो सिद्धू खड़े हुए हाथ जोड़कर बैठ गए। ऐसे में समझने की कोशिश करेंगे कि आखिर क्या मैसेज सिद्धू की तरफ से दिया गया और जो तमाम सवाल उठ रहे हैं उस एक खामोशी को लेकर.....
खामोश 'गुरु' 'नुकसान' शुरु?
'चर्चा'