Haribhoomi-Inh News: महापौर का 'गणित', चर्चा प्रधान संपादक डॉ. हिमांशु द्विवेदी के साथ

Haribhoomi-Inh News: हरिभूमि-आईएनएच के खास कार्यक्रम 'चर्चा' में प्रधान संपादक डॉ. हिमांशु द्विवेदी ने शुरुआत में कहा कि नमस्कार आपका स्वागत है हमारे खास कार्यक्रम चर्चा में, विशेष प्रसारण किस लिए सामान्यतः चर्चा का प्रसारण रात 8 से 9 बजे तक होता है, जो 1 घंटे के लिए होता है। लेकिन कल भी हमने 2 घंटे के लिए विशेष प्रसारण प्रसारित किया था और आज भी हम आप से 2 घंटे के लिए जुड़े रहे हैं।;

Update: 2022-06-17 15:38 GMT

Haribhoomi-Inh News: हरिभूमि-आईएनएच के खास कार्यक्रम 'चर्चा' में प्रधान संपादक डॉ. हिमांशु द्विवेदी ने शुरुआत में कहा कि नमस्कार आपका स्वागत है हमारे खास कार्यक्रम चर्चा में, विशेष प्रसारण किस लिए सामान्यतः चर्चा का प्रसारण रात 8 से 9 बजे तक होता है, जो 1 घंटे के लिए होता है। लेकिन कल भी हमने 2 घंटे के लिए विशेष प्रसारण प्रसारित किया था और आज भी हम आप से 2 घंटे के लिए जुड़े रहे हैं।

जुड़ने का विषय यह है कि मध्यप्रदेश में निकाय चुनाव का सिलसिला शुरू हो गया है। महापौर के संदर्भ में भारतीय जनता पार्टी के द्वारा सभी 16 सीटों के लिए प्रत्याशी के नाम ऐलान कर दिए गए। वहीं भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस दूसरा प्रमुख विपक्षी दल उसके द्वारा 15 सीटों के संदर्भ में नाम की लिस्ट जारी कर दी गई है। कम से कम महापौर के संदर्भ में अगर बात करें तो इससे स्पष्ट तौर पर सामने आ गई है। जहां तक पार्षद के संदर्भ में एलान की बात है। इन दोनों पार्टियों को पसीना आया है। दोनों पार्टियों के लिए पार्षदों का एलान एक बहुत बड़ी चुनौती है। उसमें भारतीय जनता पार्टी ने बढ़त बना रखी है। उसमें तकरीबन पार्षदों के संदर्भ में नामों को सार्वजनिक कर दिया गया है।

लेकिन कांग्रेस पार्टी के द्वारा अभी तक किसी भी नगर निगम के संदर्भ में पार्षद पद के लिए उम्मीदवारों का ऐलान नहीं किया गया है। संभावित दबाव से बचने के लिए शायद यह एक रणनीति के तहत उठाया गया कदम है। इसलिए हम जो बातचीत करने जा रहे हैं। वह हम बातचीत महापौर के प्रत्याशियों के बारे में बातचीत कर रहे हैं। बीते दिनों की बात है।

लेकिन अब हम इस कार्यक्रम में बात कर रहे हैं मालवा की 6 सीटों और ग्वालियर चंबल के बीच 2 सीटें हैं। जिन के संदर्भ में हम बातचीत करें हैं। भारतीय जनता पार्टी के संदर्भ में अगर बात करें तो एक बड़ी चुनौती यह चुनाव है। दो कारणों से यह चुनाव बहुत इंपोर्टेंट बन जाता है। एक तरफ मध्य प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की सरकार है। अगले साल चुनाव होना है। राजनीतिक परीक्षक इस नगरी निकाय चुनाव को संगठनों के तौर पर देख रहे हैं। जैसे ही नतीजे इस चुनाव में सामने आएंगे। वैसे ही रणनीति 2030 के चुनाव तय हो जाएंगे। भारतीय जनता पार्टी के लिए ऐसे में पिछली बार की जो 16 सीटों की जीत शिवराज सिंह के नेतृत्व में हुई थी। उसको एक बार फिर से दौरान एक चुनौती है। पार्टी के सामने है क्या भारतीय जनता पार्टी फिर से वहीं कमाल दिखा पाएगी। इसी पर हम आप से चर्चा कर रहे हैं। कई खास मेहमान हमारे साथ जुड़ रहे हैं...

MP Nagriya Nikay Election 2022 महापौर का 'गणित'

'चर्चा'

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