Haribhoomi-Inh News:'चर्चा' में देखिए दो विषयों पर संवाद!, प्रधान संपादक डॉ. हिमांशु द्विवेदी के साथ

Haribhoomi-Inh News: हरिभूमि-आईएनएच के खास कार्यक्रम 'चर्चा' में प्रधान संपादक डॉ. हिमांशु द्विवेदी ने शुरुआत में कहा कि नमस्कार आपका स्वागत है हमारे खास कार्यक्रम चर्चा में, चर्चा के तहत आज हमारे बातचीत के केंद्र में छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश है। छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश में दोनों ही विषय चुनावी सियासत से संबंधित है।;

Update: 2022-05-27 16:19 GMT

Haribhoomi-Inh News: हरिभूमि-आईएनएच के खास कार्यक्रम 'चर्चा' में प्रधान संपादक डॉ. हिमांशु द्विवेदी ने शुरुआत में कहा कि नमस्कार आपका स्वागत है हमारे खास कार्यक्रम चर्चा में, चर्चा के तहत आज हमारे बातचीत के केंद्र में छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश है। छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश में दोनों ही विषय चुनावी सियासत से संबंधित है। यूं तो आम चुनाव के संदर्भ में विधानसभा की बात करें तो डेढ़ साल का समय बाकी है। लेकिन दोनों ही राज्यों में मुख्यमंत्री अपना अपना काम कर रहे हैं।

छग सीएम भूपेश बघेल भेंट मुलाकात कार्यक्रम के बहाने सत्ता में बने रहने की कोशिश में है। अर्थात वह इस कोशिश में है कि 2023 में जब चुनाव हो, तो जनता एक बार फिर उन पर ही भरोसा करे और उन्हें सत्ता में बनाए रखें। वहीं दूसरी ओर भारतीय जनता पार्टी है, जो 2018 को भूल जाना चाहती है। उसकी कोशिश है कि 2018 में जो भी जो भी भूल हुई, जो भी चूक हुई, जो भी हमारे द्वारा गलती हुई, उसको सुधारा जाए और 2023 में जनता को एक बार फिर भारतीय जनता पार्टी के प्रति भरोसा व्यक्त करने के लिए तैयार किया जाए। इसी कोशिश के तहत भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और जनता पार्टी के राष्ट्रीय महामंत्री और प्रभारी 2 दिन के छत्तीसगढ़ यात्रा पर हैं। पार्टी कार्यकर्ताओं से बातचीत की, प्रभारियों से बातचीत की, कार्यसमिति की बैठक की। तमाम फार्मूले उन्हें समझाने की कोशिश की, स्थानीय स्तर पर हुई। जिसका पालन करते हुए उम्मीद की जा रही है कि भारतीय जनता पार्टी एक बार फिर बीते तीन विधानसभा चुनाव जीतने की कहानी को लोगों तक पहुंचाना चाहती है। लेकिन क्या वाकई वह फॉर्मूला मिल गया। इसी पर हमारा कार्यक्रम है, कई मेहमान हमारे जुड़े है, जिन से पूछेंगे चर्चा करेंगे....

सत्ता वापसी का फॉर्मूला क्या है?

'चर्चा'

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सरी तरफ अब हमारा जो विषय है वह मध्य प्रदेश को लेकर है। आखिरकार मध्यप्रदेश में स्थानीय निकायों को लेकर चुनाव कार्यक्रम की घोषणा हो गई है। सुप्रीम कोर्ट के दखल के बाद आखिरकार राज्य निर्वाचन आयोग सामने आया और उसने विधिवत तरीके से बताया कि हम पंचायत और नगर निकाय चुनाव करण जा रहे हैं। बारिश का मौसम नजदीक है। इसलिए पहले पंचायत चुनाव कराए जाएंगे और उसके बाद नगर निकाय का चुनाव कराए जाएंगे। पंचायत चुनाव को लेकर के कितने चरणों में होगा।

लेकिन हमारे केंद्र में सिर्फ पंचायत चुनाव कब एलान नहीं है। इस ऐलान से पहले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान जनता के बीच में रूबरू हुए और उन्होंने एक नई किस्म की योजना प्रस्तुत की है। जिसके चलते उन्होंने कहा कि नाम दिया।समरस से सधेंगी पंचायत? जिन पंचायतों के अंतर्गत निर्विरोध निर्वाचन होंगे। उन्हें प्रोत्साहित करने के लिए पुरस्कृत किया जाएगा। 15 लाख बार लाख तक के विभिन्न पुरस्कारों का ऐलान किया जाएगा। आज हम इसी कार्यक्रम में इसको लेकर चर्चा करने वाले हैं...

समरस से सधेंगी पंचायत?

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