Haribhoomi-Inh News: त्रिपुरा की 'चिंगारी', महाराष्ट्र में भारी! 'चर्चा' प्रधान संपादक डॉ. हिमांशु द्विवेदी के साथ
Haribhoomi-Inh News: हरिभूमि-आईएनएच के खास कार्यक्रम 'चर्चा' में प्रधान संपादक डॉ. हिमांशु द्विवेदी ने शुरुआत में कहा कि नमस्कार आपका स्वागत है हमारे खास कार्यक्रम चर्चा में, आज हम इस कार्यक्रम में एक बहुत ही नाजुक विषय पर चर्चा करेंगे। त्रिपुरा की 'चिंगारी', महाराष्ट्र में भारी!;
Haribhoomi-Inh News: हरिभूमि-आईएनएच के खास कार्यक्रम 'चर्चा' में प्रधान संपादक डॉ. हिमांशु द्विवेदी ने शुरुआत में कहा कि नमस्कार आपका स्वागत है हमारे खास कार्यक्रम चर्चा में, आज हम इस कार्यक्रम में एक बहुत ही नाजुक विषय पर चर्चा करेंगे। समझने की कोशिश करेंगी कि आखिर हमारे देश में हो क्या रहा है। 2 महीने पहले बांग्लादेश में हिंदुओं को निशाने पर लिया गया। दुर्गा पूजा के दौरान हिंदुओं के धार्मिक स्थलों पर बड़े पैमाने पर हमले हुए। इस दौरान लोगों को जान माल दोनों का नुकसान हुआ।
इसका खासा असर बांग्लादेश से सटे भारत के छोटे से राज्य त्रिपुरा में देखने को मिला। त्रिपुरा में मुसलमानों पर प्रतिक्रिया देखने को मिली। आरोप लगाया गया कि बांग्लादेश की प्रतिक्रिया का असर उल्ट त्रिपुरा में देखा जा रहा है। जहां हिंदू ज्यादा है और मुसलमानों की संख्या कम है। इस हिंसा का असर हजारों किलोमीटर दूर महाराष्ट्र के अमरावती में देखी गई। महाराष्ट्र के कई मुस्लिम संगठनों को लगा कि जो हो रहा है वह गलत है, इसके विरोध में प्रदर्शन हुए और नतीजा ये हुआ कि यहां भी हिंदू मुस्लिम दंगे हुए। इस हिंसा के पीछे शिवसेना संगठित सरकार बीजेपी को जिम्मेदार ठहरा रही है। ऐसे में समझने की कोशिश करेंगे कि आखिर महाराष्ट्र की सियासत में हिंदू मुसलमान इतने महत्वपूर्ण क्यों हैं। दिलचस्पी इस बात में भी है कि आखिर आने वाले दिनों में इससे बड़ा विकराल रूप भी देखने को मिलेगा। इस खास कार्यक्रम में कई मेहमान हमारे साथ जुड़े हुए हैं....
त्रिपुरा की 'चिंगारी', महाराष्ट्र में भारी
'चर्चा'
त्रिपुरा से महाराष्ट्र तक हिंसा
महाराष्ट्र में त्रिपुरा की मस्जिद को लेकर हिंसा भड़क गई। त्रिपुरा में सांप्रदायिक हिंसा के खिलाफ महाराष्ट्र में विरोध प्रदर्शन के बाद पथराव हुआ। हिंसा में तीन अधिकारियों समेत कम से कम 18 पुलिसकर्मी घायल हुए थे। राज्य सरकार ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की। इस घटना को लेकर 20 एफआईआर भी दर्ज हुई। पथराव की घटनाएं मुख्य रूप से महाराष्ट्र के अमरावती, मालेगांव और नांदेड़ जैसे शहरों में देखने को मिली। नतीजा ये हुआ कि अमरावती में धारा 144 लागू कर दी गई। साथ ही पार्टी दलों ने एक पूरे पर आरोप लगाने शुरू कर दिए।