कांग्रेस के दिग्गज नेता वीरभद्र सिंह का निधन, हिमाचल प्रदेश के 6 बार रहे हैं मुख्यमंत्री, जानें इनके बारे में
वीरभद्र सिंह 6 बार हिमाचल के मुख्यमंत्री रहे हैं। वीरभद्र सिंह यूपीए सरकार में भी केंद्रीय कैबिनेट मंत्री रह चुके थे। उनके पास केंद्रीय इस्पात मंत्रालय रहा। इसके अलावा सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योग मंत्रालय भी रह चुका है।;
हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के दिग्गज नेता वीरभद्र सिंह का 87 साल की उम्र में लंबी बीमारी से जूझने के बाद निधन हो गया है। हिमाचल प्रदेश के छह बार के मुख्यमंत्री रहे और कांग्रेस के दिग्गज नेता वीरभद्र सिंह का लंबी बीमारी के बाद शिमला के इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज में बुधवार तड़के 3.40 मिनट पर निधन हो गया। पूर्व मुख्यमंत्री के निधन की पुष्टि आईजीएमसी के एमएस डॉक्टर जनक राज ने की है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार पूर्व मुख्यमंत्री के पार्थिव शरीर को आईजीएमसी से उनके आवास हॉलीलॉज ले जाया जा रहा है। यहां अंतिम दर्शन के लिए रखा जाएगा।
बता दें कि बीते सोमवार से कांग्रेस के दिग्गज नेता वीरभद्र सिंह वेंटिलेटर पर थे। उन्हें सांस लेने में परेशानी और अन्य परेशानी के कारण अस्पताल में भर्ती कराया गया था। डॉक्टरों की टीम उनकी निगरानी कर रही थी। जानकरी के मुताबिक, वीरभद्र सिंह बीते 30 अप्रैल से शिमला के आईजीएमसी अस्पताल में भर्ती थे। इस दौरान उन्हें कोविड-19 दूसरी बार हो गया था। लेकिन, वे कोविड-19 संक्रमण से उभर गए थे। बाद में उन्हें कोविड वार्ड से शिफ्ट किया गया था। वेंटिलेटर पर जाने के बाद वह बेहोशी में थे।
छह बार रहे हैं हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री
जानकारी के लिए आपको बता देगी कांग्रेस के दिग्गज नेता वीरभद्र सिंह छह बार हिमाचल के मुख्यमंत्री रहे हैं। कांग्रेस के दिग्गज नेता यूपीए सरकार में केंद्रीय कैबिनेट मंत्री की जिम्मेदारी भी संभाल चुके थे। वीरभद्र सिंह के पास केंद्रीय इस्पात मंत्रालय भी था। इसके अलावा सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योग मंत्रालय की भी जिम्मेदारी संभाल चुके थे।वीरभद्र सिंह का जन्म 23 जून 1934 को बुशहर रियासत के राजा पदम सिंह के घर में हुआ। वीरभद्र सिंह साल 1983 से 1990, 1993 से 1998, 1998, फिर 2003 से 2007 और 2012 से 2017 में हिमाचल के सीएम रहे। वीरभद्र सिंह पहली बार लोकसभा के लिए 1962 में चुने गए। कांग्रेस अध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौर ने उनके निधन पर शोक व्यक्त करते हुए लिखा कि मैं निशब्द हूं। इसके अलावा, प्रदेश के तमाम नेताओं ने उनके निधन पर शोक जताया है।