देश में 44 आतंकवादी संगठन बैन, कश्मीर के चार बड़े संगठनों का इतिहास, जिन्होंने रची स्वर्ग को नर्क बनाने की साजिश

देश में 54 आतंकवादी और 44 आतंकी संगठनों को बैन कर दिया गया है। जानें कश्मीर के चार बड़े संगठनों का इतिहास, जिन्होंने रची स्वर्ग को नर्क बनाने की साजिश।;

Update: 2023-03-16 16:21 GMT

Terrorist History: केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने कल बुधवार यानी 15 मार्च को राज्यसभा में बताया कि कैसे देश में आतंकवादियों पर काबू पाया गया है। उन्होंने बताया कि 15 मार्च, 2023 तक देश में 54 आतंकवादी और 44 आतंकी संगठनों को गैर कानूनी गतिविधियां अधिनियम के तहत बैन कर दिया है। इन संगठनों में से चार ऐसे संगठन हैं जो काफी खूंखार हैं। नित्यानंद राय ने कहा कि जिन संगठनों को बैन किया गया है, उनकी किसी न किसी आतंकी घटनाओं में संलिप्तता रही है। इन संगठनों को आतंकवादियों को यूएपीए अधिनियम की लिस्ट में शामिल किया है।

देश के 4 सबसे खतरनाक आतंकवादी संगठनों का इतिहास

बता दें कि इन आतंकी संगठनों में चार ऐसे संगठन हैं जो काफी खतरनाक है। इस सूची में पीपुल्स एंटी-फासिस्ट फ्रंट PAFF, द रेजिस्टेंस फ्रंट TRF, जम्मू और कश्मीर गजनवी फोर्स JKGF के अलावा खालिस्तान टाइगर फोर्स KTF शामिल है।

  • द रेजिस्टेंस फ्रंट: ये संगठन लश्कर-ए-तैयबा का छद्म संगठन है, यह 2019 में अस्तित्व में आया था। ये संगठन जम्मू-कश्मीर के सुरक्षा बलों और निर्दोष नागरिकों की हत्याओं की कई योजनाओं में शामिल रहा है। इसके अलावा ये हथियारों की तस्करी, घुसपैठ और नशीले पदार्थों की तस्करी और आतंकियों की भर्ती भी करता है।
  • पीपुल्स एंटी-फासिस्ट फ्रंट: ये संगठन जैश-ए-मोहम्मद का एक छद्म संगठन है। यह भी 2019 में ही अस्तित्व में आया था। ये युवाओं के कट्टरपंथी में शामिल है। इसका काम बंदूक, गोला-बारूद और विस्फोटकों के भंडारण, सुरक्षा बलों, भर्ती, राजनेताओं को धमकाना है। इसके अलावा सोशल मीडिया के जरिए आतंक फैलाना इसका खास मकसद है।
  • जम्मू और कश्मीर गजनवी फोर्स: ये संगठन 2020 में आतंकवादी संगठन के रूप में सामने आया था। ये लश्कर-ए-तैयबा, तहरीक-उल, जैश-ए-मोहम्मद, मुजाहिद्दीन, हरकत-उल-जिहाद-ए-इस्लामी के अलावा विभिन्न अभियुक्त आतंकवादी संगठनों के कैडर्स को शामिल करता है। यह संगठन कश्मीर में घुसपैठ की कोशिशों, हथियारों और नशीले पदार्थों की तस्करी के अलावा आतंकी हमलों को अंजाम देने के कई मामलों में शामिल है।
  • खालिस्तान टाइगर फोर्स: यह संगठन बब्बर खालसा इंटरनेशनल की एक शाखा के रूप 2011 में अस्तित्व में आया था। यह मुख्यतौर पर आतंकवाद को बढ़ावा देने का काम करता है।
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