Haribhoomi Explainer: कर्नाटक में 'भारत जोड़ो यात्रा' कांग्रेस के लिए बनी संजीवनी, समझें जीत का ये खास समीकरण

Haribhoomi Explainer: कर्नाटक विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने अपनी जीत का एक बड़ा श्रेय ‘भारत जोड़ो यात्रा’ को दिया और कहा कि राहुल गांधी द्वारा निकाली गई पदयात्रा ही ‘स्पष्ट विजेता’ साबित हुई है। आज के हरिभूमि एक्सप्लेनर में समझते हैं कि ‘भारत जोड़ो यात्रा’ का कर्नाटक चुनाव में कितना प्रभाव पड़ा।;

Update: 2023-05-15 10:36 GMT

Haribhoomi Explainer: कांग्रेस ने कर्नाटक विधानसभा चुनाव में अपनी जीत का एक बड़ा श्रेय ‘भारत जोड़ो यात्रा’ को दिया और कहा कि राहुल गांधी द्वारा निकाली गई पदयात्रा ही ‘स्पष्ट विजेता’ साबित हुई है। ‘भारत जोड़ो यात्रा’ कर्नाटक के जिन 20 विधानसभा क्षेत्रों से गुजरी थी। उनमें से 15 में कांग्रेस को जीत हासिल हुई, जबकि जनता दल (सेक्युलर) ने तीन और भारतीय जनता पार्टी ने दो सीट पर जीत दर्ज की है।

कांग्रेस पार्टी के तमाम नेता कर्नाटक के लोगों को धन्यवाद दे रहे हैं। बात पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की ‘भारत जोड़ो’ यात्रा की भी जमकर हो रही है। इसी क्रम में पार्टी की महासचिव प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) ने कांग्रेस की इस जीत का श्रेय राहुल गांधी और उनकी भारत जोड़ो यात्रा को दिया। पार्टी के कई वरिष्ठ नेताओं का यह भी मानना है कि इस यात्रा ने कर्नाटक में कांग्रेस के लिए ‘संजीवनी’ का काम किया और कार्यकर्ताओं में नया जोश पैदा किया, जो चुनावी जीत में मददगार साबित हुई। कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी भी मांड्या जिले में ‘भारत जोड़ो यात्रा’ का हिस्सा बनी थीं।

कर्नाटक में भारत जोड़ो यात्रा

राहुल गांधी की अगुवाई में कांग्रेस ने पिछले साल सात सितंबर को तमिलनाडु के कन्याकुमारी से ‘भारत जोड़ो यात्रा’ निकाली थी। यात्रा 30 सितंबर को चामराजनगर जिले से कर्नाटक में दाखिल हुई और यह करीब 22 दिनों तक प्रदेश में रही। करीब चार हजार किलोमीटर की पदयात्रा का इस साल 30 जनवरी को श्रीनगर में समापन हुआ था। कर्नाटक में भारत जोड़ो यात्रा 30 सितंबर 2002 को पहुंची थी। इसके बाद राज्य में राहुल की पदयात्रा 21 दिनों तक जारी रही। इस दौरान कांग्रेस के नेता और कार्यकर्ता ने राज्य के अलग-अलग क्षेत्रों, गांवों का दौरा किया और लोगों से मिले। कर्नाटक में भारत जोड़ो यात्रा में कांग्रेस की तत्कालीन अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी भी शामिल हुई थीं। सोनिया गांधी कर्नाटक में भारत जोड़ो यात्रा में छह अक्तूबर को शामिल हुई। वहीं, प्रियंका गांधी यात्रा में सात अक्तूबर को शामिल हुईं। इस दौरान कुछ भावुक क्षण भी देखने को मिले थे।

क्या भारत जोड़ो यात्रा का ही परिणाम है कर्नाटक जीत?

भारत जोड़ो यात्रा का सबसे अधिक फायदा यह हुआ कि इसने आमजन को जोड़ने का काम किया। यात्रा ने कहीं ना कहीं वोटर्स को अन्य पार्टियों से ज्यादा प्रभावित करने का काम किया, जो कांग्रेस की जीत का कारण भी बना। यहां कांग्रेस को 224 विधानसभा सीटों में से 135 पर जीत हासिल हुआ, जबकि भाजपा को मात्र 66 सीटो पर जीत हासिल हुई। कांग्रेस की भारत जोड़े यात्रा कर्नाटक के 20 विधानसभा से होकर गुजरी। जिसमें से 15 सीटों पर कांग्रेस को जीत की प्राप्ति हुई, वहीं जनता दल (सेक्यूलर) को 3 तथा भारतीय जनता पार्टी को 2 सीटो पर जीत मिली। 

क्या 2024 चुनाव से पहले कांग्रेस करेगी भारत जोड़ो 2.0 यात्रा

कर्नाटक विधानसभा जीत के बाद कांग्रेस काफी उत्साहित दिख रही है। इसी बीच कांग्रेस संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल का तेलंगाना और केरल को लेकर एक बयान सामने आया है, जिसमें कहा गया है कि कांग्रेस अगले वर्ष होने वाले राष्ट्रीय चुनाव से पहले एक और राष्ट्रीय अभियान की योजना बना रही है। इसी से यह कयास लगाया जा रहा है कि क्या 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस कहीं भारत जोड़ो यात्रा 2.0 की तैयारी तो नहीं कर रही। रिपोर्ट्स की मानें तो भारत जोड़ो यात्रा 2.0 की शुरुआत पोरबंदर या साबरमती आश्रम से शुरू होगी।

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