दो मिनट में तैयार होने वाली मैगी ने दंपत्ति का कराया तलाक, तीनों टाइम पत्नी खाने में देती थी पति को सिर्फ Maggi

शादी के बाद पति-पत्नी के बीच अक्सर झगड़े होते रहते है। कई बार तीखी नोंकझोक तक हो जाती है। कई बार आपसी झगड़ों को इग्नोर कर दिया जाता है। ताकि रिश्तों पर कोई फर्क नहीं पड़ सके। हालांकि, कई बार आपसी विवाद की वजह से तलाक तक जा पहुंचती है।;

Update: 2022-05-31 13:01 GMT

शादी के बाद पति-पत्नी (Husband-Wife) के बीच अक्सर झगड़े होते रहते है। कई बार तीखी नोंकझोक तक हो जाती है। कई बार आपसी झगड़ों को इग्नोर कर दिया जाता है। ताकि रिश्तों पर कोई फर्क नहीं पड़ सके। हालांकि, कई बार आपसी विवाद की वजह से तलाक तक जा पहुंचती है। कई बार छोटी सी बात भी बड़ी हो जाती है और तलाक(Divorce) तक हो जाता है। कुछ ऐसा ही मामला कर्नाटक के बेल्लारी (Bellary of Karnataka)में सामने आया है। यहां सिर्फ मैगी ने एक दंपत्ति का तलाक करा दिया।

तलाक (Talaq) की यह घटना अजीबो-गरीब जरुर है। मैगी(Maggi) ने पति-पत्नी के बीच ऐसी दरार पैदा कि दोनों को अलग-अलग होने राह चुननी पड़ी। बाद में दोनों तलाक लेकर अलग भी हो गए। दरअसल, प​त्नी सिर्फ को खाने में मैगी ही पकाना जानती थी। तलाक की दिलचस्प कहानी को मैसूर के सत्र कोर्ट में जज रहे एमएल रघुनाथ ने एक इंटरव्यू में बताया। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, वे कर्नाटक के बल्लारी कोर्ट में डिस्ट्रिक्ट जज (District Judge) थे। उसी दौरान उनके सामने मैगी के अलावा कुछ और नहीं बनाना जानती थी। लिहाजा वह अपने पति को सुबह—दोपहर और शाम को खाने में मैगी ही देती थी।

जज एमएल रघुनाथ ने इस केस का नाम मैग्गी केस ही रख दिया। जज ने बताया कि दंपत्ति को इस आधार पर तलाक दे दिया, जिसमे पत्नी को केवल मैगी बनानी आती थी। महिला अपने पति को मैगी ही उबालकर दे देती। मैगी से परेशन होकर पति ने कोर्ट में तलाक के लिए अर्जी दे दी। दोनों की सहमति के बाद तलाक हो चुका है। पति का दर्द सुनकर कोर्ट ने आपसी सहमति से तलाक की याचिका स्वीकार कर ली।

जज एमएल रघुनाथ ने बताया कि कोशिश दोनों के बीच सुलह की रहती है। हमारी तरफ से यहीं प्रयास रहता है, लेकिन कई बार लोग पिछली बातों को भूलने को तैयार नहीं होते है। लगभग 700 से 800 केसेज में से 30-32 को कपल को फिर से मिलवाया है।

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