IAF AN-32 Missing Day 4 : वायुसेना ले रही सेना के 'ड्रोन यूएवी' की मदद, इसरो भी उपग्रहों की मदद से खोज रहा लापता विमान एएन-32, अभी तक कोई सुराग नहीं

लापता विमान की खोजबीन के लिए भारतीय वायु सेना के सी-130, एएन-32 विमान, भारतीय वायुसेना के दो एमआई-17 और भारतीय सेना के एएलएच हेलीकॉप्टरों को लगाया गया। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) भी उपग्रहों की मदद से बचावकर्ताओं को सहयोग कर रहा है।;

Update: 2019-06-06 06:28 GMT

भारतीय वायुसेना के विमान एएन-32 को लापता हुए आज चार दिन हो गए हैं, भारतीय वायुसेना की व्यापक और निरंतर खोज अभियान के बाद भी विमान अभी तक नहीं मिला है। विमान का पता लगाने के लिए उपग्रहों और अन्य संसाधनों का उपयोग किया जा रहा है। 3 मई सोमवार को एएन-32 विमान 8 क्रू मेंबर्स और 5 लोगों को लेकर असम के जोरहाट से अरुणाचल प्रदेश के लिए निकला था, जो 1:30 बजे के आसपास अचानक लापता हो गया। विमान को खोजने सैटेलाइट, स्पाई एयरक्राफ्ट, फायटर प्लेन, हेलिकॉप्टर और सेना के जवानों का ऑपरेशन अभी जारी है लेकिन खराब मौसम के कारण सर्च ऑपरेशन में दिक्कत आ रही है।

ड्रोन की ली जा रही मदद

वायुसेना अपने लापता एएन-32 विमान को ढूंढने के लिए अब सेना के ड्रोन (यूएवी ) की मदद ले रही है। इससे लापता विमान से जुडे सर्च के इलाके में हवाई जांच करने का काम लिया जा रहा है। इससे पहले वायुसेना इसरो के सेटेलाइट के अलावा नौसेना के P8आई विमान को भी सर्च अभियान में मदद लेने के लिए शामिल कर चुकी है। IAF के Mi-17 हेलिकॉप्टर और अन्य विमान भी ऑपरेशन के लिए इस्तेमाल किए जा रहे हैं।

इसरो की भी ली जा रही है मदद

लापता विमान की खोजबीन के लिए भारतीय वायु सेना के सी-130, एएन-32 विमान, भारतीय वायुसेना के दो एमआई-17 और भारतीय सेना के एएलएच हेलीकॉप्टरों को लगाया गया। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) भी उपग्रहों की मदद से बचावकर्ताओं को सहयोग कर रहा है।

आधुनिक प्रणाली नहीं थी विमान में

इस बीच एक जानकारी यह सामने आई कि लापता विमान अपग्रेड नहीं था। लापता हुए विमान एएन-32 में आधुनिक एवियोनिक्स, रडार या आपातकालीन लोकेटर ट्रांसमीटर (ईएलटी) नहीं थे। ऐसे में यह आशंका प्रबल हो गई है कि तकनीक की गड़बड़ी से विमान कहीं अपना रास्ता तो नहीं भटक गया? विमान का आखिरी लोकेशन अरुणाचल प्रदेश के पश्चिम सियांग जिले में चीन सीमा के करीब मिला था। माना जा रहा है कि विमान इस लोकेशन के आस-पास ही होगा।

पी-8आई विमान भी तलाश में लगे

नौसेना के प्रवक्ता कैप्टन डीके शर्मा ने बताया कि तमिलनाडु के अराकोनम में तैनात आईएनएस राजाली से दोपहर करीब एक बजे पी-8आई विमानों ने उड़ान भरी। पी-8आई एयरक्राफ्ट इलेक्ट्रो ऑप्टिकल और इन्फ्रारेड सेंसर्स से लैस हैं। इस विमान में बेहद शक्तिशाली सिंथेटिक अपर्चर राडार (एसएआर) लगे हुए हैं।

कांग्रेस बोली- विमान को क्यों नहीं बदला गया?

उधर कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने एएन-32 विमान के लापता होने पर सवाल उठाते हुए कहा, 'आखिर इतने खतरनाक और अनिश्चितता भरे रूट पर एएन-32 जैसे विमान को क्यों भेजा गया, जब हमारे पास बेहतर विकल्प मौजूद थे। इसके अलावा सरकार ने एएन-32 विमानों की फ्लीट को रिप्लेस करने के लिए आज तक रक्षा बजट में कोई प्रावधान क्यों नहीं किया?'

पांच जिलों की पुलिस तलाश में जुटी

अरुणाचल प्रदेश के गृह मंत्री बमांग फेलिक्स ने कहा कि हमने पांच जिलों के नागरिक और पुलिस प्रशासन को इस सर्च ऑपरेशन में लगाया है। जिस क्षेत्र में विमान के लापता होने की आशंका है, वह घने जंगलों और दुर्गम है। मौसम भी खराब है, लेकिन हमें कुछ खबरें मिलने की उम्मीद है।

और पढ़े: Haryana News | Chhattisgarh News | MP News | Aaj Ka Rashifal | Jokes | Haryana Video News | Haryana News App 

Tags:    

Similar News