IMA अध्यक्ष बोले- कोरोना की दूसरी लहर में 724 डॉक्टरों ने अपनी जान गंवाई, मोदी सरकार से की केंद्रीय कानून लाने की मांग
महामारी अधिनियम के अंतर्गत महामारी में फ्रंटलाइन कोविड वर्कर्स की सुरक्षा सुनिश्चित करना सरकार की जिम्मेदारी है। हम सरकार से CrPC और IPC टैग के साथ एक केंद्रीय सुरक्षा कानून लाने की मांग करते हैं और सभी सरकारी और निजी अस्पतालों में सेफ्टी स्ट्रक्चर होना अनिवार्य हो।;
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ. जेए जयलाल ने शनिवार को पत्रकारों से बात करते हुए कोरोना इलाज के दौरान जान गंवाने वाले डॉक्टरों की संख्या का खुलासा किया है। इसके अलावा उन्होंने केंद्र सरकार से एक कानून लाने की भी मांग की है। समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ. जेए जयलाल ने कहा कि इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) को ये देखकर दुख है कि कोरोना की दूसरी वेव में 724 डॉक्टरों ने कोरोना के इलाज में अपनी जान गंवाई। कई जगह पर कोरोना वार्ड में काम कर रहे डॉक्टरों के साथ मारपीट की गई और उनको फ्रैक्चर आए।
केंद्रीय कानून लाने की मांग
आगे कहा कि महामारी अधिनियम के अंतर्गत महामारी में फ्रंटलाइन कोविड वर्कर्स की सुरक्षा सुनिश्चित करना सरकार की जिम्मेदारी है। हम सरकार से CrPC और IPC टैग के साथ एक केंद्रीय सुरक्षा कानून लाने की मांग करते हैं और सभी सरकारी और निजी अस्पतालों में सेफ्टी स्ट्रक्चर होना अनिवार्य हो।
बीते 24 घंटे में 4 हजार से अधिक लोगों की मौत
स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार बीते 24 घंटों की बात करें तो देश में कोरोना संक्रमण के 84 हजार 332 नए मामले सामने आए और 4002 मरीजों की मौत हुई है। देश में लगातार बढ़ रही मौतों संख्या चिंताजनक है। कोविड-19 के नए मामले सामने आने के बाद अब भारत में कुल संक्रमित मरीजों की संख्या 2 करोड़ 93 लाख 59 हजार 155 हो गई है। जबकि 2 करोड़ 79 लाख 11 हजार 384 लोग ठीक होकर अपने घर जा चुके हैं। इसके अलावा अब तक देश में कोविड से मारने वाले लोगों की संख्या 3 लाख 67 हजार 81 हो गयी है। जबकि, देश में 10 लाख 80 हजार 690 एक्टिव केस हैं। जिनका विभिन्न अस्पतालों में इलाज चल रहा है। जबकि देश में 24,96,00,304 लोग कोरोना वैक्सीन लगवा चुके हैं।