12 विपक्षी सांसदों के निलंबित मामले में सरकार ने बुलाई पांच दलों की बैठक, विपक्ष ने किया आमंत्रण खारिज
केंद्र सरकार ने सोमवार को उन पांच राजनीतिक दलों की बैठक बुलाई है जिनके सांसदों को राज्यसभा से निलंबित कर दिया गया था। तब से ये सांसद संसद परिसर में गांधी प्रतिमा के पास लगातार धरना दे रहे हैं। इस मामले को लेकर विपक्ष और सरकार के बीच गतिरोध भी बढ़ गया है।;
केंद्र सरकार (Central Government) ने सोमवार को उन पांच राजनीतिक दलों (Five Political Parties) की बैठक बुलाई है जिनके सांसदों को राज्यसभा (Rajya Sabha) से निलंबित कर दिया गया था। तब से ये सांसद संसद परिसर (Parliament Complex) में गांधी प्रतिमा (Mahatma Gandhi Statue) के पास लगातार धरना दे रहे हैं। इस मामले को लेकर विपक्ष और सरकार के बीच गतिरोध भी बढ़ गया है।
संसद के शीतकालीन सत्र के पहले दिन जिन 12 सांसदों को निलंबित किया गया उनमें कांग्रेस (Congress), टीएमसी (TMC), शिवसेना (Shiv Sena), सीपीआई और सीपीआई (CPI and CPI(M)) के सांसद शामिल हैं। हालांकि विपक्ष ने सरकार की ओर से 12 राज्यसभा सदस्यों (Rajya Sabha Members) के निलंबन के मुद्दे को सुलझाने के लिए 5 दलों के नेताओं को भेजे गए आमंत्रण को खारिज कर दिया है।
यह जानकारी सूत्रों ने दी। राज्यसभा के नेता पीयूष गोयल (Piyush Goyal) द्वारा सांसदों के निलंबन के मुद्दे पर चर्चा और समाधान के लिए बैठक बुलाने के बाद संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी (Prahlad Joshi) ने सोमवार सुबह पांच राजनीतिक दलों के नेताओं को बैठक के लिए आमंत्रित किया था। विपक्ष में उच्च स्तरीय सूत्रों ने बताया कि वह सोमवार सुबह राज्यसभा के नेता पीयूष गोयल द्वारा बुलाई गई बैठक में हिस्सा नहीं लेंगे।
सूत्रों के मुताबिक सरकार की ओर से कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस, शिवसेना, माकपा और माकपा को न्योता भेजा गया है। यह बैठक सोमवार को सुबह 10 बजे बुलाई गई है। लेकिन विपक्ष का कहना है कि जिन पांच दलों के सांसदों को निलंबित किया गया है, वे पूरे विपक्ष नहीं हैं। राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे (Mallikarjun Kharge) ने जोशी को लिखे पत्र में कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि सरकार ने सभी विपक्षी नेताओं के बजाय केवल चार दलों को आमंत्रित किया है।
तृणमूल कांग्रेस के नेता डेरेक ओ ब्रायन ने ट्वीट किया, "सोमवार की सुबह एक ऐसी सरकार द्वारा किया गया स्टंट जो नहीं चाहती कि संसद चले। सरकार ने चार दलों के नेताओं को बुलाया है जिनके 12 राज्यसभा सदस्यों को मनमाने ढंग से निलंबित कर दिया गया था। भाकपा (bjp) नेता बिनॉय विश्वम ने भी कहा कि 12 सांसदों के निलंबन के खिलाफ लड़ाई में विपक्ष एकजुट है।
उन्होंने कहा कि सत्र के अंत में पांच पार्टियों को चर्चा के लिए बुलाना (एक कदम) विपक्षी एकता को बांटना है। इसमें भाकपा भाग नहीं लेगी। कल (सोमवार) संयुक्त विपक्ष की बैठक में अंतिम फैसला लिया जाएगा। इन 12 सांसदों में फूलो देवी नेताम, छाया वर्मा, रिपुन बोरा, राजमणि पटेल, सैयद नासिर हुसैन और कांग्रेस (Congress) के अखिलेश प्रसाद सिंह, तृणमूल कांग्रेस के डोला सेन और शांता छेत्री, शिवसेना के प्रियंका चतुर्वेदी और अनिल देसाई, भाकपा के इलाराम करीम शामिल हैं। एम) और सीपीआई। बिनॉय विश्वम, जिन्हें शीतकालीन सत्र के पहले दिन निलंबित कर दिया गया था।