India-China Talk: भारत-चीन वार्ता से पहले वायुसेना प्रमुख वीआर चौधरी का बड़ा बयान, जानें क्या बोले...
सैन्य वार्ता से ठीक पहले वायुसेना चीफ वीआर चौधरी (Air Force Chief VR Choudhary) ने बड़ा बयान दिया और चीन को जवाबी कार्रवाई की चेतावनी भी दी। दोनों देशों के बीच 16वें दौर की सैन्य वार्ता हो रही है।;
चुशूल में भारत और चीन (India China) के बीच पूर्वी लद्दाख में सीमा विवाद को लेकर सैन्य वार्ता से ठीक पहले वायुसेना चीफ वीआर चौधरी (Air Force Chief VR Choudhary) ने बड़ा बयान दिया और चीन को जवाबी कार्रवाई की चेतावनी भी दी। दोनों देशों के बीच 16वें दौर की सैन्य वार्ता हो रही है।
भारतीय वायुसेना चीफ वीआर चौधरी ने कहा कि भारतीय लड़ाकू विमान चीन को उकसाने वाली कार्रवाई पर जवाब देंगे। पीपुल्स लिबरेशन आर्मी वायु सेना के लड़ाकू विमान जब भी सीमा के करीब आएंगे। भारतीय वायुसेना तुरंत जवाब देगी
समाचार एजेंसी एएनआई से बातचीत के दौरान कहा कि हम चीनी विमानों पर कड़ी नजर रख रहे हैं और जैसे ही हमें पता चलेगा कि चीनी फाइटर जेट हमारी सीमा के करीब आ रहे हैं। तो हम अपने फाइटर जेट्स भी तैनात कर देंगे। वह ऐसा कोई एक कारण नहीं बता सकते लेकिन हम उनकी हरकतों पर नजर बनाए हुए हैं और जवाब देने को तैयार है।
#WATCH Air activity across LAC is continuously monitored by us. Whenever we find Chinese aircraft coming a little too close to LAC, then, we take appropriate measures by scrambling our fighters & putting our systems on high alert. This has deterred them: IAF chief pic.twitter.com/ATWimMMs5G
— ANI (@ANI) July 17, 2022
उन्होंने बातचीत के दौरान कहा कि गलवान घाटी की घटना के बाद हमने पूर्वी लद्दाख क्षेत्र की सीमा पर राडार तैनात करना शुरू कर दिया है। वायु सेना ने उत्तरी सीमाओं पर सतह से हवा में मार करने वाली हथियार क्षमताओं को भी बढ़ाया है। सैन्य वार्ता का 16वां दौर पूर्वी लद्दाख में एलएसी के साथ विवादित बिंदुओं का हल निकालने के लिए हो रहा है। भारत चाहता है कि चीन इन विवादित क्षेत्रों से अपनी सेना को पीछे हटा ले। एलएसी के भारतीय हिस्से में चुशुल-मोल्दो में बैठक हो रही है।
लद्दाख सेक्टर में वर्तमान गतिरोध 5 मई 2020 को शुरू हुआ था। जब चीनी पीएलए ने बड़ी संख्या में पैंगोंग घाटी पर घुसपैठ की और सभी प्रोटोकॉल्स का उल्लंघन किया था। तभी से दोनों देशों के बीच कई महीनों तक सीमा पर विवाद रहा था।