IAF की ताकत और बड़ी, डीआरडीओ ने एंटी-रेडिएशन मिसाइल 'रूद्रम' की सफल टेस्टिंग की

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, देश में बनाई गई ये अपने आप की पहली मिसाइल है, जिसे किसी भी ऊंचाई से दागा जा सकता है।;

Update: 2020-10-09 09:18 GMT

रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) ने शुक्रवार को पूर्वी तट से सुखोई-30 लड़ाकू विमान से एंटी-रेडिएशन मिसाइल 'रुद्रम' का सफलतापूर्वक परीक्षण किया है। इसी के साथ भारतीय वायुसेना की ताकत और बढ़ गयी है। एंटी-रेडिएशन मिसाइल 'रुद्रम' को डीआरडीओ द्वारा विकसित किया गया है।

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, देश में बनाई गई ये अपने आप की पहली मिसाइल है, जिसे किसी भी ऊंचाई से दागा जा सकता है। यह मिसाइल किसी भी तरह के सिग्नल और रेडिएशन को पकड़ने में सक्षम है। फिलहाल, मिसाइल डेवलेपमेंट ट्रायल में जारी है। बताया जा रहा है जैसे ही इसका ट्रायल पूरा हो जाएगा। उसके बाद जल्दी ही इन्हें सुखोई और स्वदेशी विमान तेजस में भी इस्तेमाल किया जाएगा।

जानकारी के लिए आपको बता दें कि बीते सोमवार को रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) ने ओडिशा के तटीय इलाके में सुपरसोनिक मिसाइल असिस्टेड रिलीज ऑफ टॉरपीडो (स्मार्ट) का सफल परीक्षण किया था।  

उड़ीसा के तटीय क्षेत्रों में हुआ परीक्षण

डीआरडीओ द्वारा इस मिसाइल का परीक्षण उड़ीसा के तटीय क्षेत्रों में किया गया है। बताया गया था कि परीक्षण के दौरान इसके सारे ओब्जेक्टिव सफल रहे थे। बता दें कि इस एंटी-सबमरीन वेपन सिस्टम के सफल परीक्षण पर राजनाथ सिंह ने डीआरडीओ को बधाई दी थी।


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