Indian Air Force Day: IAF की 90वीं वर्षगांठ पर वायु सेना प्रमुख ने की बड़ी घोषणा, जल्द होगी महिला अग्निवीरों की भर्ती
आज भारतीय वायुसेना (Indian Air Force) की 90वीं वर्षगांठ है। इसी कड़ी में आज चंडीगढ़ में भारतीय वायुसेना दिवस समारोह (Indian Air Force Day Celebrations) का आयोजन किया जा रहा है।;
आज भारतीय वायुसेना (Indian Air Force) की 90वीं वर्षगांठ है। इसी कड़ी में आज चंडीगढ़ में भारतीय वायुसेना दिवस समारोह (Indian Air Force Day Celebrations) का आयोजन किया जा रहा है। यह दिन हर साल 8 अक्टूबर को वायुसेना के शौर्य और योगदान को याद करने के लिए मनाया जाता है। भारतीय वायु सेना की आधिकारिक तौर पर स्थापना वर्ष 1932 में हुई थी। इस साल का वायुसेना दिवस (Air Force Day) खास है।
क्योंकि ऐसा पहली बार हो रहा है, जब दिल्ली के बाहर कहीं वायुसेना दिवस मनाया जा रहा है. इस वर्ष वायु सेना दिवस चंडीगढ़ में मनाया जा रहा है। इस मौके पर वायुसेना के करीब 80 सैन्य विमान और हेलीकॉप्टर हिस्सा लेंगे। भारतीय वायु सेना अपनी 90वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में अपने एयर शो के दौरान विमानों की एक श्रृंखला के साथ शानदार प्रदर्शन करेगी।
इस अवसर पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू (President Draupadi Murmu) और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Defense Minister Rajnath Singh) भारतीय वायुसेना दिवस समारोह में शामिल होंगे। वही इससे पहले एक कार्यक्रम के दौरान एयर चीफ मार्शल विवेक राम चौधरी (Air Chief Marshal Vivek Ram Chowdhary) ने एक बड़ा ऐलान किया। उन्होंने कहा कि हम अगले साल से महिला अग्निवीरों को भी शामिल करने की योजना बना रहे हैं।
अधोसंरचना निर्माण का कार्य प्रगति पर है। उन्होंने कहा कि अग्निपथ योजना के माध्यम से वायु योद्धाओं को वायु सेना में शामिल करना हम सभी के लिए एक चुनौती है। लेकिन इससे भी महत्वपूर्ण बात यह है कि यह हमारे लिए भारत के युवाओं की क्षमता का दोहन करने और इसे राष्ट्र की सेवा में लगाने का अवसर है। वायुसेना प्रमुख ने कहा कि हम केंद्र सरकार की अग्निपथ योजना पर प्रतिबद्धता के साथ आगे बढ़ रहे हैं। अगले साल तक महिला अग्निवीरों को भी वायुसेना में शामिल किया जाएगा।
हालांकि उन्होंने कहा कि अग्निपथ योजना के तहत वायु योद्धाओं की भर्ती करना सभी के लिए एक चुनौती है। वायु सेना प्रमुख ने अपने संबोधन में केंद्र की मोदी सरकार के नए अभियान अग्निपथ योजना पर बहुत कुछ कहा। उन्होंने कहा कि हमने यह सुनिश्चित करने के लिए अपनी परिचालन प्रशिक्षण पद्धति को बदल दिया है कि प्रत्येक अग्निवीर भारतीय वायु सेना (Indian Air Force) में करियर शुरू करने के लिए सही कौशल और ज्ञान से लैस है।
इस साल दिसंबर में, हम प्रारंभिक प्रशिक्षण के लिए 3000 अग्निवीर वायु को शामिल करेंगे। आने वाले वर्षों में यह संख्या और बढ़ेगी। वायु सेना प्रमुख ने कहा कि इस ऐतिहासिक अवसर पर, मुझे यह घोषणा करते हुए गर्व हो रहा है कि सरकार ने भारतीय वायु सेना में अधिकारियों के लिए एक हथियार प्रणाली विंग के निर्माण को मंजूरी दी है। एयर चीफ मार्शल चौधरी ने कहा कि आजादी के बाद यह पहली बार है कि एक नया ऑपरेशनल विंग बनाया जा रहा है। इसके परिणामस्वरूप निर्माण से उड़ान प्रशिक्षण पर कम खर्च के कारण 3,400 करोड़ रुपये से अधिक की बचत होगी।