जानें कौन हैं वकील इंदिरा जयसिंह, जिनके बयान पर निर्भया की मां ने सुनाई खरीखोटी, ये है पूरा मामला

इंदिरा जय सिंह ने निर्भया के दोषियों को फांसी की सजा पर निर्भया की मां से अपील की है कि उन्हें सोनिया गांधी प्रेरणा लेनी चाहिए जिन्होंने दोषियों को माफ कर दिया था। इस पर निर्भया की मां आशा देवी ने कहा कि इंदिरा जय सिंह जैसे लोगों की वजह से ही दोषियों को सजा मिलने में इतनी देर लग जाती है।;

Update: 2020-01-18 08:24 GMT

2012 में हुए निर्भया गैंगरेप के आरोपियों की फांसी की सजा तय हो चुकी है। निर्भया के साथ दरिंदगी करने वाले आरोपियों में शामिल चार को फांसी की सजा सुनाई जा चुकी है। चारों आरोपियों को 1 फरवरी सुबह 6 बजे फांसी पर लटकाया जाएगा। 16 दिसम्बर को हुई वारदात के बाद से ही पूरा देश मुजरिमों को फांसी देने की मांग कर रहा था। करीब 7 साल बाद निर्भया के दोषियों को सजा मिलने जा रही है।

निर्भया की मां आशा देवी दिन रात बेटी के मुजरियों को सजा दिलाने के लिए लड़ रही थी, आखिरकार निर्भया को इंसाफ मिलने जा रहा है तो पूरा देश और निर्भया की मां आशा देवी बहुत खुश है, लेकिन आशा देवी आज वकील इंदिरा जय सिंह पर भड़क उठी।

दरअसल सीनियर वकील इंदिरा जय सिंह ने निर्भया की मां को सोनिया गांधी की तरह उदहारण पेश करने के लिए कहा था। इंदिरा जय सिंह ने कहा कि हम आशा देवी के साथ है लेकिन फिर भी फांसी की सजा पर विचार होना चाहिए। 

कौन हैं इंदिरा जय सिंह (Indira Jaising)

80 वर्षीय इंदिरा जय सिंह एक वकील है जो मानवाधिकारों के पक्ष में कार्य करती हैं। इंदिरा जय सिंह का जन्म मुंबई में एक सिंधु हिन्दू परिवार में हुआ था। इंदिरा जय सिंह ने 1962 में बैंगलोर विश्वविद्यालय से अपनी बैचलर की पढाई पूरी की थी, इसके बाद इंदिरा ने LLM पोस्ट ग्रेजुएशन डिग्री इन लॉ यूनिवर्सिटी ऑफ बॉम्बे से की थी। इंदिरा जय सिंह को फार्च्यून मैगजीन ने वर्ष 2018 में विश्व के 50 महान लीडरों में शामिल किया था। 

इंदिरा जय सिंह मानवाधिकारों की रक्षा पर रखती हैं ध्यान

इंदिरा जय सिंह बॉम्बे हाई कोर्ट द्वारा सीनियर अधिवक्ता बनने वाली पहली महिला बनी थी। 1981 में इंदिरा जय सिंह ने अपने पति के साथ लॉयर्स कलेक्टिव नाम की एनजीओ की शुरुआत की थी। अपने शुरूआती करियर से ही इंदिरा जय सिंह महिलाओं के अधिकारों के लिए और मानवाधिकारों के लिए लड़ती आई है। 

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