जामिया गोलीकांड में घायल हुए छात्र शादाब का दावा, हिंसा वाले वीडियो में मैं नहीं
जामिया मिलिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी की लाइब्रेरी के वीडियो जारी होने के बाद शादाब नाम के छात्र ने दावा किया है कि वो लाइब्रेरी के वीडियो में नहीं है।;
जामिया मिल्लिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी की लाइब्रेरी के वीडियो जारी होने के बाद शादाब नाम के छात्र ने दावा किया है कि वो लाइब्रेरी के वीडियो में नहीं है। जिसमें उसके बारे में बताया जा रहा है। 30 जनवरी को जामिया गोलीकांड में शादाब घायल हो गया था।
हाल ही में जामिया की ओल्ड लाइब्रेरी के रीडिंग रूम के कुछ वीडियो पुलिस ने जारी किए थे। जिसमें 15 दिसंबर को जामिया में हुई हिंसा में शामिल एक छात्र का वीडियो वायरल हो रहा है। वीडियो में पुलिस लाठीचार्ज करते हुए दिख रही है। इसके बाद लाइब्रेरी का एक वीडियो सामने आया, जिसमें 30 जनवरी को गोली लगने से घायल छात्र को बताया जा रहा है।
एक न्यूज चैनल से बातचीत के दौरान शादाब ने दावा किया है कि 15 दिसंबर को जो हिंसा हुई थी। मैं उसमें नहीं हूं। उस दिन में 'जश्न-ए-रेख्ता' के एक कार्यक्रम में था। मेरे पास उसकी तस्वीरें भी हैं।
जानकारी के लिए बता दें कि बीते दिनों दिल्ली पुलिस ने कथित तौर पर हिंसा का एक वीडियो जारी किया था। उससे पहले जेसीसी कमेटी ने एक वीडियो जारी कर पुलिस की बर्बरता को दिखाया था। पुलिस लाइब्रेरी में पढ़ रहे छात्रों पर लाठीडंडे बरसा रही थी। इसको लेकर पुलिस की कार्रवाई पर सवाल खड़े किए गए। जिसके तुरंत बाद पुलिस ने भी अपना वीडियो जारी कर सफाई पेश की।
दिल्ली पुलिस की विशेष जांच टीम ने रविवार को कथित रूप से 15 दिसंबर की जामिया हिंसा के सीसीटीवी फुटेज जारी किया। जिसमें लोगों को हाथों में पत्थर लेकर देखा गया।