Jammu Kashmir : महबूबा मुफ्ती ने तालिबान का नाम लेकर केंद्र को धमकाया, 'आतंकी संगठन' से की यह अपील
पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने कुलगाम में आयोजित एक सभा के दौरान कहा कि अगर केंद्र सरकार जम्मू-कश्मीर में शांति चाहती है तो उसे आर्टिकल 370 बहाल करना होगा।;
अफगानिस्तान में तालिबान के कब्जे का समर्थन करने वालों में जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री और पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती का नाम भी शामिल हो गया है। उन्होंने न केवल तालिबान का समर्थन किया, बल्कि यह नाम लेकर मोदी सरकार को सीधे चेतावनी दे डाली कि हमारे सब्र का इम्तिहान लेना बंद कीजिए। महबूबा ने कहा कि जिस वक्त यह बर्दाश्त का बांध टूट जाएगा, तब आप नहीं रहोगे, आप मिट जाओगे।
पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने शनिवार को कुलगाम में आयोजित एक सभा के दौरान कहा कि मोदी सरकार को अटल बिहारी वाजपेयी सरकार की तरह पाकिस्तान और कश्मीरियों से बात करनी चाहिए। अगर केंद्र सरकार जम्मू-कश्मीर में शांति चाहती है तो उसे आर्टिकल 370 बहाल करना होगा।
महबूबा ने कहा कि पड़ोस (अफगानिस्तान) में देखो क्या हो रहा है। तालिबान ने अमेरिका को भागने के लिए मजबूर किया। उन्होंने कहा कि इस वक्त पूरी दुनिया तालिबान को देख रही है। मैं तालिबान से अपील करती हूं कि वो ऐसा कोई काम न करें, जो कि दुनिया को उनके खिलाफ जाने पर मजबूर कर दे। विश्व देख रहा है कि वो लोगों से कैसा व्यवहार करेंगे। उन्होंने कहा कि आर्टिकल 370 लागू करके जो नुकसान किया है, उसे ठीक करें वरना बहुत देर हो जाएगी।
महबूबा मुफ्ती ने कहा कि आजाद भारत के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू ने जम्मू कश्मीर के नेताओं से वादा किया था कि यहां के लोगों की पहचान की हर तरह से रक्षा की जाएगी। साथ ही विशेष राज्य का दर्जा दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि अगर देश की आजादी के समय भारतीय जनता पार्टी की सरकार होती तो मुल्क आजाद ही नहीं हो पाता। .