Corona Vaccination Drive: 120 साल की परदादी ढोली देव ने लगवाई कोरोना वैक्सीन, वैक्सीनेशन के बाद परिवार ने की अपील
महिला के परिवार ने सभी लोगों से कहा है कि टीका लगवाने के बाद हम ज्यादा आत्मविश्वास और संरक्षित महसूस कर रहे हैं। क्योंकि हमने कोविड-19 के खिलाफ सबसे अच्छी सुरक्षित ढाल ली है।;
भारत में कोरोना वायरस की दूसरी लहर के बीच लगातार वैक्सीनेशन का काम जारी है। इस बीच कई ऐसे लोग भी हैं, जो वैक्सीन लगवाकर मिसाल पेश कर रहे हैं। इस कड़ी में जम्मू कश्मीर के उधमपुर जिले की रहने वाली 120 साल की बुजुर्ग महिला ने वैक्सीन लगवाई है। इसके बाद पूरे गांव को उन्होंने प्रेरणा दी। तो वहीं दूसरी तरफ भारतीय सेना ने भी उनको सम्मानित किया है। वैक्सीनेशन के दौरान कई बुजुर्ग टीकाकरण अभियान में बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रहे हैं।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, जम्मू-कश्मीर के तहसील लट्टी उपमंडल द्रुडू के कटियास गांव में रहने वाली 120 साल की महिला ढोली देव ने वैक्सीन लेकर पूरे गांव को एक प्रेरणा दी है। इस बुजुर्ग महिला का नाम ढोली देवी बताया जा रहा है। जिन्होंने बीती 17 मई को वैक्सीन कैंप में शार्ट लिया था।
जानकारी के लिए बता दें कि 120 साल की ढोली देवी से भारतीय सेना में उत्तरी सेना के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल वाई के जोशी ने उनके गांव में जाकर मुलाकात की। इस दौरान जनरल ने बुजुर्ग महिला को फूल देकर उनका अभिवादन किया। मौके पर उनका पूरा परिवार मौजूद रहा और वहीं अब तक पूरे परिवार ने कोरोना की पहली डोज ले ली है।
परिवार ने की अपील
महिला के परिवार ने सभी लोगों से कहा है कि टीका लगवाने के बाद हम ज्यादा आत्मविश्वास और संरक्षित महसूस कर रहे हैं। क्योंकि हमने कोविड-19 के खिलाफ सबसे अच्छी सुरक्षित ढाल ली है। परिवार के एक सदस्य ने कहा कि हमने कोरोना वायरस के खिलाफ वैक्सीन लगवाने के बाद बहुत खुश हैं। पूरा परिवार जम्मू कश्मीर के सुदूर इलाके में टीकाकरण कैंप में पहुंचा। जहां प्रशासन ने भी परिवार को धन्यवाद कहा। वहीं पूरे परिवार ने सभी लोगों से कोरोना का टीका लगवाने की अपील भी की है।
जम्मू और कश्मीर के अधिकारियों का कहना है कि ढोली देवी उन लोगों के लिए एक रोल मॉडल होनी चाहिए, जिन्हें अभी भी वैक्सीन से हिचकिचा रहे है और वे आगे आने पर विचार कर रहे हैं। अधिकारी ने कहा कि जो लोग अभी भी वैक्सीन पर संदेह करते हैं, उन्हें ढोली देवी को एक रोल मॉडल के रूप में देखना चाहिए और वैक्सीन लेने के लिए आगे आना चाहिए, क्योंकि वैक्सीन ही महामारी के खिलाफ हमारा एकमात्र हथियार है।