Jharkhand Violence: पलामू में महाशिवरात्रि को लेकर बवाल, मस्जिदों से हुआ पथराव, इंटरनेट सेवा बंद
झारखंड के पलामू में महाशिवरात्रि को लेकर भारी विवाद हुआ है। दो पक्षों के बीच जमकर पत्थरबाजी की गई। मस्जिदों से पत्थर फेंके जा रहे थे। मस्जिद के बाहर की कई दुकानों को आग के हवाले कर दिया गया। इलाके में इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई है। पढ़िए पूरा मामला...;
Jharkhand Violence: महाशिवरात्रि को लेकर झारखंड के पलामू में विवाद बढ़ता ही जा रहा है। विवाद इतना अधिक बढ़ गया कि इलाके में धारा 144 लागू कर दी गई है, इंटरनेट सेवा भी बंद कर दिया गया है। यहां पांकी बाजार में महाशिवरात्रि के तोरण को लेकर दो गुटों में विवाद हो गया। इसके बाद दोनों पक्षों के बीच जमकर पत्थरबाजी होने लगी। साथ ही, एक पक्ष के लोग मस्जिद से पत्थर बरसाने लगे। इसके जवाब में दूसरे पक्ष ने भी मस्जिद पर पत्थर चला दिए। गुस्साए लोगों ने कई दुकानों में तोड़फोड़ की। इस पत्थरबाजी से कई पुलिसकर्मी घायल भी हो गए।
क्या है पूरा मामला?
पलामू के पुलिस महानिरीक्षक राज कुमार लाकड़ा ने मामले की जानकारी देते हुए बताया कि दोनों पक्षों में झड़प तोरण द्वार को लेकर शुरू हुआ था। आगामी शिवरात्रि उत्सव के लिए द्वार बनाया जा रहा था। लेकिन, तोरण द्वार लगाने के बाद दूसरे पक्ष ने उसे जबरन उखाड़ कर फेंक दिया और मस्जिद के अंदर से पत्थरबाजी करने लगे। इसके बाद दूसरे पक्ष ने भी ईंट-पत्थर फेंके और एक-दूसरे पर लाठियों से हमला करने लगे। कई दुकानों में तोड़फोड़ की गई। पत्थरबाजों ने कुछ पुलिसकर्मियों को घायल भी कर दिया। डीसी पलामू के मुताबिक, पूरे क्षेत्र में इंटरनेट सेवा भी बंद कर दी गई है। गृह विभाग ने टेलीकॉम कंपनियों को आदेश दिया है कि 16 फरवरी के शाम चार बजे तक इंटरनेट सेवा को बंद रखा जाए। बताया जा रहा है कि पेट्रोल बम से भी हमला किया गया। कई दुकानों में आगजनी भी की गई। आईजीपी ने कहा कि दोनों समुदाय के कुछ लोगों को हिरासत में लिया गया है।
पत्थरबाजी इतनी भयावह थी कि सड़कों पर पत्थरों के ढेर लग गए। बताया यह भी जा रहा है कि पेट्रोल बम से हमला कर मस्जिद के बाहर की दुकानों को आग के हवाले कर दिया गया है। दोनों पक्षों में विवाद बढ़ते देख एसपी चंदन कुमार सिन्हा और उपायुक्त आंजनेयुलु दोड्डे फौरन मौके पर पहुंचे और हालात पर नियंत्रण करने में जुट गए। मौके पर तीन-चार थानों की पुलिस बल भी तैनात कर दिया गया। चंदन कुमार सिन्हा ने बताया कि महाशिवरात्रि को लेकर तोरण द्वार बनाया जा रहा था। उसी द्वार को लेकर दोनों पक्षों में विवाद छिड़ गया। हालांकि फिलहाल मामला शांत करा दिया गया है। इलाके में पुलिस की कार्रवाई जारी है। प्रशासन दोनों पक्षों से बातचीत कर मामला सुलझाने की कोशिश कर रहा है।