JNU हिंसा : प्रियंका गांधी बोलीं, मोदी शाह के गुंडे विश्वविद्यालयों में घुस रहे, पुलिस पर लगाए गंभीर आरोप
प्रियंका गांधी ने एम्स में घायल छात्रों से मुलाकत के बाद ट्वीट किया। प्रियंका गांधी ने ट्वीट करते हुए लिखा कि एम्स ट्रॉमा सेंटर में घायल छात्रों ने मुझे बताया कि गुंडों ने परिसर में प्रवेश किया और उन पर लाठी और अन्य हथियारों से हमला किया।;
दिल्ली के जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में रविवार को दो छात्र गुटों में हिंसक झड़प हो गई। घस झड़प में लगभग 25 छात्र घायल हो गए हैं। घायलों में टीचर भी शामिल है। घायलों को इलाज के लिए दिल्ली एम्स में भर्ती कराया गया है। वहीं कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा देर रात घायलों से मिलने के लिए एम्स ट्रामा सेंटर पहुंची। इस दौरान प्रियंका के साथ दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष सुभाष चोपड़ा भी मौजूद थे।
पुलिस ने छात्रों के सिर पर लात मारी
प्रियंका गांधी ने एम्स में घायल छात्रों से मुलाकत के बाद ट्वीट किया। प्रियंका गांधी ने ट्वीट करते हुए लिखा कि एम्स ट्रॉमा सेंटर में घायल छात्रों ने मुझे बताया कि गुंडों ने परिसर में प्रवेश किया और उन पर लाठी और अन्य हथियारों से हमला किया। कई के सिर और शरीर पर चोट के निशान थे। एक छात्र ने कहा कि पुलिस ने उसके सिर पर कई बार लात मारी।
मोदी-शाह के गुंडे विश्वविद्यालयों में घुस रहे हैं
प्रियंका ने एक और ट्वीट करते हुए लिखा कि भारत की उदार लोकतंत्र के रूप में एक स्थापित वैश्विक प्रतिष्ठा है। अब मोदी-शाह के गुंडे हमारे विश्वविद्यालयों में घुस रहे हैं, हमारे बच्चों में डर फैला रहे हैं, जिन्हें बेहतर भविष्य की तैयारी करनी चाहिए।
.. To add insult to injury, BJP leaders are all over the media pretending that it wasn't their goons who unleashed this violence. The people are not deceived. 2/2
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) January 5, 2020
भाजपा नेता मीडिया में कर रहे दिखावा
भाजपा नेता मीडिया में यह दिखावा कर रहे हैं कि यह उनके गुंडे नहीं थे जिन्होंने इस हिंसा को अंजाम दिया। जनता को धोखा नहीं दिया जा सकता है।
नकाबपोश उपद्रवी परिसर के अंदर घूम रहे थे
बाता दें कि रविवार को जेएनयू प्रशासन ने रविवार को कहा कि लाठियों से लैस कुछ नकाबपोश उपद्रवी परिसर के अंदर घूम रहे थे। वहां संपत्ति को नुकसान पहुंचाने के साथ लोगों पर हमले कर रहे थे। जिसके बाद कानून व्यवस्था बनाये रखने के लिए पुलिस को बुलाना पड़ा।