कानपुर के कारोबारी पीयूष जैन टैक्स चोरी के आरोप में गिरफ्तार, जानें छापेमारी के दौरान कितने करोड़ की नगदी मिली
आयकर (आईटी) विभाग ने सीबीआईसी और जीएसटी इंटेलिजेंस यूनिट के साथ मिलकर गुरुवार को कानपुर, कन्नौज और मुंबई में पीयूष जैन के स्वामित्व वाले परिसरों पर छापा मारा।;
कानपुर के कारोबारी पीयूष जैन को टैक्स चोरी के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। जैन पर केंद्रीय वस्तु एवं सेवा कर (सीजीएसटी) अधिनियम की धारा 69 के तहत मामला दर्ज किया गया है। अधिकारियों ने कहा कि पीयूष जैन को रविवार को कानपुर में जीएसटी इंटेलिजेंस यूनिट ने गिरफ्तार किया है। आयकर (आईटी) विभाग ने सीबीआईसी और जीएसटी इंटेलिजेंस यूनिट के साथ मिलकर गुरुवार को कानपुर, कन्नौज और मुंबई में पीयूष जैन के स्वामित्व वाले परिसरों पर छापा मारा।
कानपुर में उनके आवास पर छापे के दौरान अधिकारियों ने कथित तौर पर कई किलो सोना-चांदी और 150 करोड़ रुपये से अधिक की नकदी बरामद की। सोना चांदी की कीमत और नगदी को मिलकर लगभग 257 करोड़ रुपये बरामद किए हैं। छापेमारी से परिचित अधिकारियों का कहना है कि पीयूष जैन के आवास से बरामद बेहिसाब नकदी को कथित तौर पर एक माल ट्रांसपोर्टर द्वारा नकली चालान और बिना ई-वे बिल के माल भेजने से जोड़ा गया था।
बता दें कि रविवार को आईटी विभाग की पांच सदस्यीय टीम ने कन्नौज में पीयूष जैन के पुश्तैनी घर पर छापा मारा था। इसी बीच रविवार को प्रयागराज में एक चुनावी रैली में बोलते हुए सीएम योगी आदित्यनाथ ने आरोप लगाया कि पीयूष जैन के समाजवादी पार्टी से संबंध हैं।
समाजवादी पार्टी के डिजिटल मीडिया समन्वयक मनीष जगन अग्रवाल ने शुक्रवार को एक ट्वीट करते हुए लिखा था कि कानपुर में शिखर पान मसाला समूह और इत्र व्यापारी पीयूष जैन के घर पर छापेमारी और बरामद की गई नकदी नोटबंदी की विफलता की कहानी है। बीजेपी और मीडिया पीयूष जैन और शिखर पान मसाला को जबरन एसपी से जोड़कर सपा को बदनाम कर रहे हैं। पीयूष जैन का एसपी एमएलसी पंपी जैन से कोई लेना-देना नहीं है। हालांकि, एसपी ने पीयूष जैन से किसी भी तरह के संबंध से इनकार किया है।