पाकिस्तान सरकार ने Covid-19 के बीच दी मंजूरी, करतारपुर गुरुद्वारा जा सकेंगे सिख श्रद्धालु
पाकिस्तान की इमरान खान सरकार ने कोरोना वायरस प्रोटोकॉल के साथ सिख श्रद्धालुओं को करतारपुर गुरुद्वारा (Kartarpur Gurdwara) दर्शन के लिए जाने की अनुमति इजाजत देने का फैसला लिया है।;
चीन (China) के वुहान से शुरू हुए कोरोना वायरस (Coronavirus) ने पूरी दुनिया में हाहाकार मचा कर रख दिया। हालांकि, दुनिया (World) के अनेकों देशों में अब कोरोना वायरस का कहर बेहद कम हो गया है। कोरोना वायरस महामारी (corona virus epidemic) की वजह से दुनियाभर में आस्था के प्रमुख केंद्र धार्मिक स्थलों (religious places) पर श्रद्धालुओं (pilgrims) के लिए ताला लग गया था। लेकिन, अब स्थिति सामान्य होते ही धार्मिक स्थल भी खुलने लगे हैं। इसी दौरान सीमा (Border) पार पाकिस्तान (Pakistan) से सिख श्रद्धालुओं (Sikh pilgrims) के लिए अच्छी खबर सामने आई है। खबरों से मिली जानकारी के अनुसार, सिख श्रद्धालु करतारपुर (Kartarpur) गुरुद्वारे में दर्शन के लिए जा सकेंगे। क्योंकि, पाकिस्तान की इमरान खान सरकार ने कोरोना वायरस प्रोटोकॉल के साथ सिख श्रद्धालुओं को करतारपुर गुरुद्वारा (Kartarpur Gurdwara) दर्शन के लिए जाने की अनुमति इजाजत देने का फैसला लिया है।
खबरों से मिली जानकारी के अनुसार, 22 सितंबर को सिख धर्म के संस्थापक गुरु नानक देव की पुण्यतिथि को देखते हुए नेशनल कमांड एंड ऑपरेशन सेंटर ने शनिवार को करतारपुर श्राइन सिख श्रद्धालुओं के लिए सितंबर से खोलने का फैसला लिया है। पाकिस्तान ने यह फैसला ऐसे वक्त पर लिया है जब वो कोरोना वायरस त्रासदी से जूझ रहा है। बताया जा रहा है कि करतारपुर गुरुद्वारा जाने वाले श्रद्धालुओं को कड़े कोरोना वायरस प्रोटोकॉल का पालन करना होगा।
जानकारी के लिए आपको बता दें कि कोरोना वायरस के डेल्टा वैरिएंट की वजह से पाकिस्तान ने भारत को 22 मई से 12 अगस्त तक कैटेगरी सी में रखा था। सिख श्रद्धालुओं समेत भारत से पाक जाने वालों के लिए स्पेशल अप्रूवल जरूरी था। वहीं अब वैक्सीन की दोनों डोज ले चुके लोगों को 3 दिन के भीतर की आरटी पीसीआर रिपोर्ट के साथ पाकिस्तान में प्रवेश की इमरान सरकार ने अनुमति दे दी है। एयरपोर्ट पर भी रैपिड एंटीजन टेस्ट होगा। रिपोर्ट पॉजिटिव आने की स्थिति में संबंधित व्यक्ति को पाकिस्तान में प्रवेश की अनुमति नहीं दी जाएगी। पाक सरकार की ओर से जारी गाइडलाइंस के मुताबिक एक समय में 300 श्रद्धालुओं को ही अंदर जाने की अनुमति दी जाएगी।