कासगंज कांड के मुख्य आरोपी मोती सिंह को पुलिस ने एनकाउंटर में किया ढेर, 1 लाख रुपये का था इनाम

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, सिढ़पुरा थाने के सिपाही की हत्या और दारोगा को बुरी तरह से घायल करने की घटना का मोती सिंह मुख्य आरोपी था। मोती सिंह घटना के दिन से ही फरार चल रहा है। पुलिस बीते दिनों से उसकी तलाश में जगह-जगह पर छापेमारी कर रही थी।;

Update: 2021-02-21 02:30 GMT

उत्तर प्रदेश में कासगंज कांड के मुख्य आरोपी मोती सिंह को पुलिस ने मुठभेड़ में मार गिराया है। पुलिस ने मोती सिंह के पास एक पिस्टल भी बरामद की है। बताया जा रहा है कि पुलिस ने जो पिस्टल बरामद की है वो दरोगा की गायब पिस्टल है। 

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, सिढ़पुरा थाने के सिपाही की हत्या और दारोगा को बुरी तरह से घायल करने की घटना का मोती सिंह मुख्य आरोपी था। मोती सिंह घटना के दिन से ही फरार चल रहा है। पुलिस बीते दिनों से उसकी तलाश में जगह-जगह पर छापेमारी कर रही थी। 

यहां तक कि पुलिस ने मोदी पर एक लाख रुपये के इनाम का भी ऐलान किया था। इस बीच बीती देर रात पुलिस ने कासगंज कांड के मुख्य आरोपी मोती सिंह का पुलिस ने एनकाउंटर मार गिराया। एनकाउंटर के बाद मोती को अस्पताल लेकर जाया गया, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।

जानकारी के लिए आपको बता दें कि इससे पहले भी पुलिस के साथ मुठभेड़ में कासगंज मामले में का एक आरोपी मारा गया था। दरअसल, कासगंज मामले केमुख्य आरोपी मोती सिंह के भाई एलकार और उसके साथियों को पुलिस ने कावी नदी के किनारे घेर लिया था। 

इस दौरान उन्होंने पुलिस की टीम पर फायरिंग कर दी। इसके बाद पुलिस ने भी मोर्चा संभालते हुए जवाबी कार्रवाई की। पुलिस की इस कार्रवाई में एलकार पुलिस की गोली लगने से घायल हो गया। जिसके बाद पुलिस ने उसे अस्पताल पहुंचाया, जहां उसकी मौत हो गई। इसके बाद इस केस में पुलिस ने कई और लोगों की गिरफ्तार किया। 

गौरतलब है कि बीते दिनों पुलिस कासगंज जिले में सिढ़पुरा क्षेत्र के गांव नगला धीमर में अवैध शराब का कारोबार बंद करने के लिए गई थी। इस दौरान शराब माफियाओं ने पुलिस की टीम पर जानलेवा हमला कर दिया था। 

शराब माफियाओं ने पहले एक सब इंस्पेक्टर और सिपाही को बंधक बनाकर गायब कर दिया था। बाद में सब इंस्पेक्टर घायल अवस्था में खेत में मिले थे जबकि सिपाही की लाश दूसरी जगह से बरामद हुई थी।

इस घटना के सामने आने के बाद उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आरोपियों पर एनएसए के तहत कार्रवाई करने का आदेश दिया। साथ ही सिपाही देवेंद्र के परिजनों को 50 लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने का ऐलान किया है। आश्रित को सरकारी नौकरी देने का भरोसा दिलाया है।

Tags:    

Similar News