जेएनयू कैंपस में लेफ्ट स्टूडेंट्स यूनियन और एबीवीपी के छात्रों के साथ हिंसक झड़प
फीस में वृद्धि के फैसले के खिलाफ पिछले दो माह से जेएनयू के स्टूडेंट प्रदर्शन कर रहे हैं। रविवार को जेएनयू टीचर्स असोसिएशन ने फीस वृद्धि को लेकर एक मीटिंग बुलाई थी।;
जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) के कैंपस में रविवार शाम को लेफ्ट स्टूडेंट्स यूनियन और अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के बीच हिसंक झड़प हुई। इस दौरान दोनों पक्षों ने एक-दूसरे पर लाठी से हमला करने के अलावा पथराव भी किया। इस दौरान दोनों और से कई छात्र घायल हुए। घायल छात्रों को उपचार के लिए नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया।
वहीं, छात्रों का आरोप है कि उन्होंने पुलिस को कई बार फोन किया, लेकिन पुलिस की ओर से उन्हें कोई मदद नहीं मिली। वहीं, जानकारी मिलने के बाद देर रात ज्वॉइट सीपी आनंद मोहन, डीसीपी देवेंद्र आर्य समेत कई पुलिसकर्मी कैंपस में पहुंचे। खबर लिखे जाने तक पुलिस की तरफ से किसी प्रकार की कोई जानकारी नहीं आई।
दरअसल, फीस में वृद्धि के फैसले के खिलाफ पिछले दो माह से जेएनयू के स्टूडेंट प्रदर्शन कर रहे हैं। रविवार को जेएनयू टीचर्स असोसिएशन ने फीस वृद्धि को लेकर एक मीटिंग बुलाई थी। मीटिंग के दौरान हंगामा हो गया। छात्रसंघ ने दावा किया है कि उनकी अध्यक्ष आइशी घोष, महासचिच सतीश चंद्र यादव और कई दूसरे स्टूडेंट्स को एबीवीपी के छात्रों ने पीटा है। हिंसा की कई वीडियो सोशल मीडिया पर वायल हो रही है।
इसमें छात्रसंघ की अध्यक्ष खून से लथपथ दिखाई दे रही हैं। वीडियों में साफ दिखाई दे रहा है कि हमलावर चेहरे पर मास्क लगाए हुए हैं। उनके हाथों में डंडे हैं। लेफ्ट की छात्र ईकाई ने एबीवीपी पर हमले के आरोप लगाए हैं। बताया जा रहा है कि बड़ी संख्या में मास्क लगाकर गुंडे घुसे और उन्होंने लाठी से हमला किया। इस दौरान टीचर्स पर भी हमला किया गया है और वहां मौजूद कारों को भी तोड़ा-फोड़ा गया है।
सुरक्षा कर्मियों के साथ भी की मारपीट
एबीवीपी के जेएनयू यूनिट के अध्यक्ष दुर्गेश कुमार ने आरोप लगाते हुए दावा किया कि इस घटना में उनके संगठन से जुड़े कई छात्र घायल हुए है, जिन्हें एम्स ट्रामा सेंटर और सफदरजंग अस्पताल ले जाया गया है। उन्होंने आरोप लगाया कि महिला और पुरूष सुरक्षा कर्मियों के साथ भी लेफ्ट के छात्रों ने मारपीट की है।
एबीवीपी के छात्रों ने की तोड़फोड़ : वामपंथी संगठन
वामपंथी छात्र संगठनों ने आरोप लगाया है कि एबीवीपी ने कैंपस में तोड़फोड़ की है और उनके छात्रावास में घुसकर छात्रों को पीटा है। वहीं, लेफ्ट ने सुरक्षा कर्मियों के साथ मारपीट से इंकार किया है। उन्होंने आरोप लगाया है कि एबीवीपी के छात्रों ने उनके साथ मारपीट की है।