लॉकडाउन के बीच RBI की रेपो रेट में कटौती, जानें फैसले से जुड़ी 9 खास बातें
कोरोना वायरस लॉकडाउन के बीच रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के गवर्नर शक्तिकांत दास ने रेपो रेट, रिवर्स रेपो रेट को घटाने का फैसला किया है। जानें फैसले से जुड़ी कुछ अन्य खास बातें।;
कोरोना वायरस (Corona Virus) लॉकडाउन के बीच रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) के गवर्नर शक्तिकांत दास ने रेपो रेट (Repo Rate), रिवर्स रेपो रेट को घटाने का फैसला किया है। प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि लॉकडाउन के तहत आर्थिक गतिविधियों में काफी मंदी देखने को मिल रहा है। देश में लॉकडाउन के चलते वित्तीय बाजार पर भी बुरा असर पड़ रहा है। इसलिए आरबीआई का ध्यान लोगों को राहत देने में हैं। आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने 28 मार्च से शुरू होने वाले पखवाड़े से सभी बैंकों के कैश रिज़र्व रेशो (CRR) को घटाने का फैसला किया है।
फैसले से जुड़ी 9 अहम बातें
1. रेपो रेट में 0.75 फीसदी की कटौती। मॉनेटरी पॉलिसी कमेटी (MPC) के छह में से चार सदस्यों ने रेट कटौती के पक्ष में वोट किया।
2. रेपो रेट में कटौती के बाद 5.15 फीसदी से घटकर 4.40 फीसदी हो गई है। जिससे सभी तरह के लोन सस्ते में मिलेंगे।
3. वहीं रिवर्स रेपो रेट में 0.90 फीसदी की कटौती की है। जिससे 4.90 फीसदी से घटकर 4 फीसदी हो गई है।
4. कच्चे तेल के दाम और मांग में कमी से कोर (मुख्य) मुद्रास्फीति कम होगी।
5. आरबीआई ने सभी बैंकों को सलाह दी है कि वो अपने ग्राहकों से तीन महीने के लिए EMI को लेने के लिए टाल दें।
6. आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा कि भारत में वित्तीय बाजार गंभीर तनाव में हैं। इसलिए आरबीआई का ध्यान लोगों को राहत देने में हैं।
7. आरबीआई ने सभी बैंकों का कैश रिजर्व रेश्यो में एक प्रतिशत यानी 100 आधार अंकों को घटाकर तीन फीसदी कर दिया है। यह पूरे वर्ष के लिए चार फीसदी के बजाय तीन फीसदी होगा।
8. लिक्विडिटी एड्जेस्टमेंट फैसिलिटी (LAF) में भी 0.9 फीसदी की कटौती की घोषणा की गई है। अब एलएएफ घटकर चार फीसदी हो गया है।
9. कमर्शियल बैंकों को ब्याज और कर्ज अदा करने में 3 महीने की छूट दी जा रही है।