Mahakal Corridor PM Modi Speech: महाकाल लोक कॉरिडोर के उद्घाटन के बाद क्या बोले पीएम मोदी, यहां पढ़ें भाषण की 5 बड़ी बातें
महाकाल लोक के उद्घाटन के बाद जनसभा को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि महाकाल शहर प्रलय के कहर से मुक्त है। उज्जैन ज्योतिषीय गणनाओं में न केवल भारत का केंद्र रहा है। बल्कि यह भारत की आत्मा का केंद्र भी रहा है।;
मध्य प्रदेश (MP) के उज्जैन (Ujjain) में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने मंगलवार को मध्य प्रदेश के उज्जैन में श्री महाकाल लोक के पहले चरण का उद्घाटन किया। दो चरणों में बन रहे महाकालेश्वर कॉरिडोर विकास परियोजना पर करीब 850 करोड़ रुपये खर्च होंगे। यह काशी विश्वनाथ मंदिर से लगभग 4 गुना बड़ा है। महाकाल लोक के उद्घाटन के बाद पीएम नरेंद्र मोदी ने लोगों को संबोधित किया। यहां हम आपको महाकाल में दिए गए पीएम मोदी के भाषण से जुड़ी 5 बड़ी बातों के बारे में बता रहे हैं...
1. महाकालेश्वर मंदिर में महाकाल लोक कॉरिडोर का उद्घाटन करने के बाद पीएम मोदी ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि उज्जैन ने भारत की समृद्धि और ज्ञान का नेतृत्व किया। आध्यात्मिकता कण-कण में समाहित है और उज्जैन के कोने-कोने में दिव्य ऊर्जा का संचार हो रहा है। उज्जैन ने हजारों वर्षों से भारत की समृद्धि, ज्ञान, गरिमा और साहित्य का नेतृत्व किया है।
2. पीएम मोदी ने कहा कि भगवान शंकर की मौजूदगी में कुछ भी साधारण नहीं है। सब कुछ अलौकिक, असाधारण, अविस्मरणीय और अविश्वसनीय है। उज्जैन की यह ऊर्जा अद्भुत है। जब महाकाल की कृपा प्राप्त होती है, तो काल रेखाएं मिट जाती हैं। महाकाल लोक की यह सीमा आने वाली पीढि़यां देखेगी। मैं राजधिराज महाकाल के चरणों में नतमस्तक हूं। मैं शिवराज सिंह की सरकार का तहे दिल से शुक्रिया अदा करता हूं।
3. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि उज्जैन ज्योतिषीय गणना में न केवल भारत का केंद्र रहा है, बल्कि भारत की आत्मा का भी केंद्र रहा है। सफलता के शिखर पर पहुंचने के लिए जरूरी है कि राष्ट्र अपनी सांस्कृतिक ऊंचाइयों को छुए और अपनी पहचान के साथ गर्व से खड़ा रहे। उज्जैन ने भारत के एक नए अध्याय की शुरुआत करने वाले महाराजा विक्रमादित्य की महिमा देखी है।
4. पीएम ने कहा कि उज्जैन ने हजारों वर्षों से भारत की समृद्धि और समृद्धि, ज्ञान और सम्मान और साहित्य का नेतृत्व किया है। उज्जैन के हर पल में इतिहास सीमित है। प्रत्येक कण में अध्यात्म समाहित है और हर कोने में दिव्य ऊर्जा का संचार हो रहा है। भारत का यह सांस्कृतिक दर्शन एक बार फिर शिखर पर पहुंच रहा है और दुनिया का मार्गदर्शन करने के लिए तैयार हो रहा है।
5. उद्घाटन के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आजादी के अमृत में भारत ने गुलामी की मानसिकता से आजादी और अपनी विरासत पर गर्व की तरह पंच प्राण का आह्वान किया। इसीलिए आज अयोध्या में भव्य श्रीराम मंदिर का निर्माण कार्य जोरों से चल रहा है। काशी में विश्वनाथ धाम भारत की संस्कृति का गौरव बढ़ा रहा है। सोमनाथ में विकास कार्य नए कीर्तिमान स्थापित कर रहे हैं। उत्तराखंड में बाबा केदार के आशीर्वाद से बद्रीनाथ तीर्थ क्षेत्र केदारनाथ में विकास के नए अध्याय लिखे जा रहे हैं। भारत के पूर्व में बने मंदिरों की संरचना के बारे में कहा। कैसे इन संरचनाओं का निर्माण हुआ होगा।