राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने महाराष्ट्र की जनता से मांगी माफी, बयान से सीएम शिंदे ने बनाई दूरी और उद्धव ठाकरे ने कसा था तंज

राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने एक कार्यक्रम के दौरान कहा था कि अगर गुजराती और राजस्थानी नहीं रहेंगे तो मुंबई वित्तीय राजधानी नहीं रहेगी।;

Update: 2022-08-01 16:18 GMT

महाराष्ट्र (Maharashtra) के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी (Governor Bhagat Singh Koshyari) ने सोमवार को अपने एक राजनीतिक बयान पर जनता से माफी मांगी है। एक कार्यक्रम के दौरान राज्यपाल ने कहा था कि अगर गुजराती और राजस्थानी नहीं रहेंगे तो मुंबई वित्तीय राजधानी नहीं रहेगी। इस बयान को लेकर विपक्ष ने कड़ी आलोचना की थी और उद्धव ठाकरे ने भी कोश्यारी के बयान पर आपत्ति जताई थी।

कोश्यारी ने अपने बयान में कहा कि बीती 29 जुलाई को एक कार्यक्रम के दौरान मैंने एक गलती की थी। महाराष्ट्र ही नहीं, पूरे भारत के विकास में सभी का विशेष योगदान है। आज देश प्रगति की ओर बढ़ रहा है और विशेष रूप से संबंधित राज्य की उदारता और सभी को साथ लेकर चलने की उज्ज्वल परंपरा के कारण आगे बढ़ रहा है। उन्हें विश्वास है कि महाराष्ट्र के लोग अपने बड़े दिल का प्रदर्शन करेंगे और उनकी हालिया टिप्पणियों के लिए उन्हें माफ कर देंगे।


बता दें कि राज्यपाल के विवादित बयान पर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा था कि यह राज्यपाल की निजी टिप्पणी है। वह उनका समर्थन नहीं करते हैं। वहीं दूसरी तरफ महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने भी शिंदे के बयान का खुला समर्थन किया था। शिवसेना और कांग्रेस के कई नेताओं ने पिछले हफ्ते कोश्यारी की आलोचना की थी और उनसे अपने बयान पर माफी मांगे के लिए भी कहा था।

कोश्यारी के बयान पर शिवसेना चीफ उद्धव ठाकरे ने कहा था कि राज्यपाल मुंबई और ठाणे में शांति से रह रहे हिंदुओं को बांटने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने उनसे माफी की मांगने के लिए कहा था। ईडी की कस्टडी में बंद शिवसेना सांसद संजय राउत ने भी राज्यपाल के बयान का विरोध किया था और कहा था कि मराठी लोगों का अपमान किया जा रहा है। 

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