Maharashtra Political Crisis UPdate: एकनाथ शिंदे के पास गुवाहाटी पहुंचे शिवसेना के 7 और विधायक, पार्टी ने की बागी विधायकों पर कार्रवाई की मांग, देखें वीडियो

पणजी में गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा कि हमारे भारतीय जनता पार्टी के महाराष्ट्र और केंद्र के नेता इस पर नज़र बनाए हुए हैं और वे (देवेंद्र फडणवीस) महाराष्ट्र के हित में जो भी निर्णय होगा वह देवेंद्र जी लेंगे।;

Update: 2022-06-23 05:07 GMT

महाराष्ट्र (Maharashtra) के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (Cm Uddhav Thackeray) के नेतृत्व वाली महा विकास अघाड़ी (Maha Vikas Aghadi- एमवीए) सरकार गिरने के कगार पर है। पार्टी नेता एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में शिवसेना के बागियों की गिनती लगातार बढ़ती जा रही है। शिंदे (Eknath Shinde) ने दावा किया कि अब तक कुल 48 विधायकों ने अपना समर्थन दिखाया है। इस बीच, शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे के विद्रोह के बीच शीर्ष पद छोड़ने की पेशकश के कुछ घंटों बाद, सीएम उद्धव ठाकरे ने बुधवार रात दक्षिण मुंबई में अपना आधिकारिक आवास 'वर्षा' (Varsha) खाली कर दिया और उपनगरीय बांद्रा स्थित अपने निजी आवास 'मातोश्री' (Matoshree) चले गए हैं। 

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गुवाहाटी में मौजूद विधायकों से बात करते हुए एकनाथ शिंदे का वीडियो आया सामने  

महाराष्ट्र में चल रहे सियासी संकट के बीच उद्धव ठाकरे को एक और बड़ा झटका लगा हैं। गुवाहाटी पहुंचकर शिवसेना के 7 और विधायक एकनाथ शिंदे के गुट में शामिल हो गए हैं। मीडिया रिपोर्ट्स में मुताबिक़ ये विधायक चार्टर्ड प्लेन से गुवाहाटी पहुंचे थे। जिसमें मंगेश कुदलकर, सदा सर्वंकर, आशीष जायसवाल और दीपक केसकर आदि शामिल हैं।

वही शिवसेना के बागी विधायकों को लेकर गुवाहाटी में मौजूद एकनाथ शिंदे का एक वीडियो सामने आया है। इसमें वह विधायकों से बात कर रहे हैं। इस दौरान उन्हें यह कहते हुए सुना जा सकता है, 'यह (बीजेपी) एक राष्ट्रीय पार्टी है...उन्होंने मुझसे कहा है कि मेरा फैसला ऐतिहासिक है... और जब भी मुझे इसकी आवश्यकता होगी, वे उपलब्ध रहेंगे।' माना जा रहा है कि वह इस दौरान बीजेपी की बात कर रहे थे।

शिवसेना ने बागी विधायकों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की 

शिवसेना द्वारा उन पार्टी विधायकों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई है जो उनके द्वारा बुलाई गई बैठक में शामिल नहीं हुए थे। इस संबंध में पार्टी की ओर से डिप्टी स्पीकर को पत्र भी लिखा गया है। मांग की गई है कि उन विधायकों को अयोग्य घोषित किया जाए।

शरद पवार बोले यह समय किसी की गलती बताने का नहीं 

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली महा विकास अघाड़ीसरकार गिरने के कगार पर है। इसी बीच एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने कहा है कि इसकी कीमत बागी विधायकों को चुकानी पड़ेगी। हम सरकार को बचाने के लिए हर संभव प्रयास करेंगे। बहुमत का फैसला विधानसभा में होगा। उन्होंने कहा कि जब फ्लोर टेस्ट होगा तो पता चलेगा कि हमारे पास बहुमत है। शरद पवार ने कहा है कि उद्धव ठाकरे की सरकार ने अच्छा काम किया है। एमवीए ने फैसला किया कि वह उद्धव ठाकरे का समर्थन करेगा। बागी विधायक मुंबई आएंगे तो तस्वीर साफ हो जाएगी। उद्धव सरकार के पास बहुमत है। उन्होंने कहा कि यह समय किसी की गलती बताने का नहीं है।

अजित पवार ने कहा मौजूदा राजनीतिक स्थिति पर रखे हुए है नजर 

एनसीपी की बैठक के बाद महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री और एनसीपी नेता अजीत पवार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस दौरान उन्होंने कहा कि हम अंत तक उद्धव ठाकरे के साथ खड़े रहेंगे। हम मौजूदा स्थिति पर नजर रखे हुए हैं। उन्होंने कहा सरकार को बचाना तीनों दलों (एनसीपी, कांग्रेस और शिवसेना) की जिम्मेदारी है। संजय राउत के MVA गठबंधन से अलग होने वाले बयान पर अजीत पवार ने कहा संजय राउत ही जानते हैं कि उन्होंने ऐसा बयान क्यों दिया है।

कांग्रेस ने सह्याद्री गेस्ट हाउस में की अहम बैठक

महाराष्ट्र में चल रहे सियासी संकट के बीच कांग्रेस ने मुंबई के सह्याद्री गेस्ट हाउस में अहम बैठक की है। इस बैठक में एचके पाटिल और नाना पटोले जैसे बड़े नेताओ ने भाग लिया। इसकी जानकारी कांग्रेस नेता नाना पटोले ने जानकारी दी। उन्होंने कहा कि बैठक में संजय राउत के बयान पर भी चर्चा की गई हैं।

बागी विधायक ने MLA तानाजी सावंत ने सभी आरोप को किया ख़ारिज 

महाराष्ट्र में जारी संकट के बीच शिवसेना विधायक कैलाश पाटिल ने गुरुवार को दावा किया कि उन लोगों को फंसाकर सूरत ले जाया गया था। उन्होंने कहा है कि उन्हें वहां से भागने के लिए एक किलोमीटर को दौड़ लगाई थी। वही उनके इन आरोपों को बागी विधायक तानाजी सावंत ने खारिज किया है. उन्होंने कहा है कि कैलाश पाटिल एक मनगढ़ंत कहानी के जरिए उद्धव ठाकरे का विश्वास जीतना चाहते हैं। वह मीडिया के सामने झूठ बोल रहे हैं। एकनाथ शिंदे ने किसी विधायक पर कोई दबाव नहीं डाला है।

सीएम उद्धव ठाकरे को मिला CM ममता बनर्जी का समर्थन

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने महाराष्ट्र में जारी सियासी संकट के बीच सीएम उद्धव ठाकरे का समर्थन किया है और बीजेपी पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा, 'हम उद्धव ठाकरे और सभी के लिए न्याय की मांग करते हैं। आज बीजेपी सत्ता में है और पैसे और माफिया की ताकत का इस्तेमाल कर रही है। लेकिन एक कोई आपकी पार्टी भी तोड़ेगा। ये गलत है मैं इसका समर्थन नहीं करती हुई।

शिवसेना ने बागी विधायकों को दिया एमवीए गठबंधन छोड़ने का ऑफर

शिवसेना ने एमवीए गठबंधन (MVA Alliance) से अलग होने का मन बना लिया है। इसी बीच संजय राउत ने गुरूवार को संकेत देते हुए कहा कि अगर सभी विधायक मुंबई लौटकर इस मुद्दे पर चर्चा करें तो हम एमवीए गठबंधन से अलग होने पर विचार कर सकते हैं। उन्होंने कहा 'आप कहते हैं कि आप असली शिवसैनिक (Shiv Sainik) हैं और पार्टी नहीं छोड़ेंगे।

हम आपकी मांग पर विचार करने के लिए तैयार हैं, बशर्ते आप 24 घंटे में मुंबई वापस आएं और इस मुद्दे पर सीएम उद्धव ठाकरे से बात करें। तो वही दूसरी तरफ इस पर कांग्रेस नेता नाना पटोले ने कहा है, 'भाजपा को सत्ता में आने से रोकने के लिए हम शिवसेना के साथ आए थे। फ्लोर टेस्ट के लिए कांग्रेस तैयार हैं और हम एमवीए के साथ थे और रहेंगे। अगर शिवसेना किसी और के साथ गठबंधन करना चाहती है, तो कांग्रेस को कोई दिक्कत नहीं है।

संजय राउत बोले- गुवाहाटी में 21 विधायकों ने हमसे संपर्क किया

समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा है कि सीएम उद्धव ठाकरे बहुत जल्द वर्षा बंगले में वापस आएंगे। गुवाहाटी में 21 विधायकों ने हमसे संपर्क किया है और जब वे मुंबई लौटेंगे, तो वे हमारे साथ आएंगे। 

एकनाथ शिंदे ने शिवसेना के बागी विधायकों का पत्र साझा किया

शिवसेना पार्टी के नेता एकनाथ शिंदे ने बागी विधायकों का पत्र साझा किया है। रिपोर्ट के अनुसार, पत्र में लिखा है कि राज्य में शिवसेना का सीएम होने के बावजूद पार्टी के विधायकों को वर्षा बंगला (मुख्यमंत्री आवास) जाने का अवसर नहीं मिला। सीएम के आसपास के लोग तय करते थे कि हम उनसे मिल सकते हैं या नहीं। हमें लगा हमारा अपमान किया गया है। 

हम मुख्यमंत्री से नहीं मिल पाते थे लेकिन हमारे 'असली विपक्ष' कांग्रेस और एनसीपी के लोगों को उनसे मिलने का मौका मिलता था और यहां तक कि उन्हें उनके निर्वाचन क्षेत्रों में काम के लिए धन भी दिया जाता था। जब हिंदुत्व और राम मंदिर पार्टी के लिए अहम मुद्दे हैं तो पार्टी ने हमें अयोध्या जाने से क्यों रोका। आदित्य ठाकरे की अयोध्या यात्रा के दौरान विधायकों को बुलाया गया और अयोध्या जाने से रोका गया। 

महाराष्ट्र के हित में जो भी निर्णय होगा वह देवेंद्र जी लेंगे

महाराष्ट्र में राजनीतिक संकट पर पणजी में गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा कि हमारे भारतीय जनता पार्टी के महाराष्ट्र और केंद्र के नेता इस पर नज़र बनाए हुए हैं और वे (देवेंद्र फडणवीस) महाराष्ट्र के हित में जो भी निर्णय होगा वह देवेंद्र जी लेंगे। 

बागी विधायक "शिंदे साहब तुम आगे बढ़ो, हम तुम्हारे साथ हैं" के नारे लगा रहे

असम में गुवाहाटी के रैडिसन ब्लू होटल में एकनाथ शिंदे सहित महाराष्ट्र के बागी विधायक एक साथ बैठे दिखाई दिए। वीडियो में बागी विधायक "शिंदे साहब तुम आगे बढ़ो, हम तुम्हारे साथ हैं" के नारे लगा रहे हैं।

शिवसेना नेता सीएम उद्धव ठाकरे के पारिवारिक आवास 'मातोश्री' पहुंचे

* महाराष्ट्र में राजनीतिक संकट के बीच शिवसेना नेता मुंबई में स्थित मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के पारिवारिक आवास 'मातोश्री' पहुंचे। 

टीएमसी के कार्यकर्ताओं ने गुवाहाटी में रैडिसन ब्लू होटल के बाहर विरोध प्रदर्शन किया

टीएमसी के सदस्यों और कार्यकर्ताओं ने गुवाहाटी में रैडिसन ब्लू होटल के बाहर विरोध प्रदर्शन किया, जहां शिवसेना के एकनाथ शिंदे सहित महाराष्ट्र के बागी विधायक ठहरे हुए हैं। प्रदर्शन की अगुवाई पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष रिपुन बोरा कर रहे हैं।

संजय राउत बोले- जो ईडी के दबाव में पार्टी छोड़ता है वह बालासाहेब का भक्त नहीं हो सकता

शिवसेना नेता संजय राउत ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान महाराष्ट्र राजनीति संकट पर कहा कि आज भी हमारी पार्टी मजबूत है। किस हालात और किस दबाव में उन लोगों ने हमारा साथ छोड़ा उसका खुलासा जल्द होगा। हमारे संपर्क में लगभग 20 विधायक हैं और जब वे मुंबई आएंगे तब इसका खुलासा होगा। जो ईडी के दबाव में पार्टी छोड़ता है वह बालासाहेब का भक्त नहीं हो सकता। 

असम में अभी कुल 42 विधायक हैं 

असम में अभी कुल 42 विधायक हैं। जिसमे से 38 शिवसेना, 3 स्वतंत्र और 1 प्रहार जनशक्ति पार्टी का विधायक शामिल है।

बागी विधायकों के साथ बैठक करेंगे शिंदे

शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे और बागी विधायकों की सुबह करीब 10 बजे बैठक होगी. इस बैठक में आगे की रणनीति पर चर्चा की जाएगी। शिंदे समेत कुछ विधायकों के मुंबई लौटने और आगे बढ़ने पर फैसला लिया जा सकता है। 

शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे के बागी खेमे में 4 और विधायक शामिल

माहिम से शिवसेना विधायक सदा सर्वंकर, कुर्ला से शिवसेना के विधायक मंगेश कुंडलकर, सिंधुदुर्ग से शिवसेना के विधायक दीपक केसरकर और नागपुर से शिवसेना के विधायक आशीष जायसवाल आज सुबह तड़के असम के गुवाहटी पहुंचे। ये चारों विधायक एकनाथ शिंदे जिस होटल में ठहरे हैं वहां पहुंचे और उन्हें अपना समर्थन दिया। इसके आलावा तीन और विधायकों के पहुंची की खबर सामने आई है। 

क्यों दिख रही है शिवसेना में बगावत?

शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे और पार्टी के अन्य विधायकों के बगावत का एक कारण यह भी है कि राकांपा मजबूत हो रही है। बागी खेमे का मानना है कि पार्टी अपने क्षेत्र में चुनाव में हारे राकांपा नेताओं को ताकत दे रही है और शिवसेना के विधायकों को हाशिये पर धकेला जा रहा है. इसके पीछे मुख्य रूप से शरद पवार को जिम्मेदार माना जा रहा है. इन विधायकों का कहना है कि ऐसा लगता है कि शिवसेना के मालिक भी शरद पवार हो गए हैं।  

दूसरा कारण आदित्य ठाकरे की कार्यशैली है। विधायकों का कहना है कि आदित्य ठाकरे खुद को शिवसेना का मुखिया मानते हैं और वैसा ही व्यवहार करते हैं. एकनाथ शिंदे गुट का मानना है कि 13 विधायकों को छोड़कर शिवसेना के सभी विधायक देर-सबेर यहां आएंगे। सूत्रों का कहना है कि एकनाथ शिंदे के कहने पर खुद नितिन देशमुख को गुवाहाटी एयरपोर्ट से वापस भेज दिया गया था। क्योंकि जब देशमुख सूरत से बागी विधायकों को लेकर गुवाहाटी पहुंचे तो वापस महाराष्ट्र जाने की बात करने लगे. जिसके बाद उन्हें कुछ देर एयरपोर्ट के लाउंज में बिठाया गया। जब देशमुख नहीं माने तो एकनाथ शिंदे ने कहा कि इससे पूरा मामला बिगड़ जाएगा। इसलिए नितिन देशमुख को वापस मुंबई भेज दिया गया।

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