Raigad Landslide: रायगढ़ में लैंडस्लाइड से अब तक 22 की मौत, पुणे जिले में भी 23 गांव खतरे में

Raigad Landslide: महाराष्ट्र के रायगढ़ जिले में लैंडस्लाइड की वजह से अब तक 21 लोगों की जान चली गई है। वहीं, एनडीआरएफ और अन्य लोग राहत एवं बचाव कार्य में जुटे हुए हैं। महाराष्ट्र में ऐसे 225 गांव है, जहां पर लैंडस्लाइड का खतरा बना हुआ है। पढ़ें पूरी रिपोर्ट...;

Update: 2023-07-22 02:13 GMT

Raigad Landslide: महाराष्ट्र के रायगढ़ जिले के इरशालवाड़ी गांव (Irshalwadi Village) में भूस्खलन ने भारी तबाही मचाई है। इसने अब तक 21 जिंदगियों को लील लिया है। वहीं, कई लोग अब भी लापता है। इतना ही बीते तीन दिनों से राहत एवं बचाव कार्य (Rescue Operation) जारी है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, अब तक तकरीबन 21 लोगों के शवों को बरामद किया जा चुका है। जान गंवाने वालों में चार बच्चे भी शामिल हैं। इनकी उम्र 6 महीने से लेकर चार साल के बीच है।

पुणे जिले के 23 गांव भी संवेदनशील

महाराष्ट्र के पुणे जिले के 23 गांवों को जिला प्रशासन द्वारा संवेदनशील के रूप में पहचाना गया है। इन 23 गांवों में से तीन गांवों में लैंडस्लाइड (Landslide) का खतरा ज्यादा बना हुआ है। ये तीन गांव हैं भोर तहसील में धनवली और कोंधारी और मुलशी तहसील में घुटके। वहीं, पूरे महाराष्ट्र राज्य में, जीएसआई (GSI) ने 2020 में 225 गांवों में लैंडस्लाइड होने के प्रति संवेदनशील बताया था। हालांकि, सभी जिलों में स्थानीय प्रशासन लोगों को दूसरी जगह पर बसाने के लिए सक्षम नहीं है।

रायगढ़ जिले (Raigad District) के इरशालवाड़ी में एक बड़े भूस्खलन की सूचना मिली थी, गाँव में बड़े भूस्खलन का कोई पहले का इतिहास नहीं है। इससे पहले 2014 में अंबेगांव तहसील के मालिन गांव में भूस्खलन के कारण 151 लोगों की जान चली गई थी। इसके बाद प्रशासन की ओर से सर्वे कराया गया था। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, राज्य सरकार से 3.65 करोड़ का फंड प्राप्त हुआ। इन पैसों से कुछ गांवों में चहारदीवारी का निर्माण, खड़ंजे हटाना और अन्य कार्य किए गए थे।

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राहत एवं बचाव कार्य जारी

इरशालवाड़ी गांव में भूस्खलन के बाद राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) की चार टीमें जिनमें 100 जवान, ठाणे आपदा प्रतिक्रिया बल (TDRF) के 80 कर्मी, एक एडवेंचर पार्क के 82 कर्मचारी, राज्य संचालित शहर नियोजन एजेंसी सिडको के 460 कर्मचारी व ग्रामीणों और एनजीओ सदस्यों सहित 900 से अधिक अन्य लोग शामिल हैं, जो राहत एंव बचाव के कार्यों में तत्परता से जुटे हुए हैं।

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