Congress President Election: मल्लिकार्जुन खड़गे बापू और शास्त्रीजी को श्रद्धांजलि देकर चुनाव प्रचार में जुटे, लिया यह संकल्प

कांग्रेस अध्यक्ष चुनाव लड़ रहे मल्लिकार्जुन खड़गे ने आज महात्मा गांधी और लाल बहादुर शास्त्री जी को नमन करके चुनाव प्रचार शुरू कर दिया है। पढ़िये उन्होंने क्या संकल्प लिया...;

Update: 2022-10-02 09:14 GMT

कांग्रेस (Congress) की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) और पार्टी के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे (Mallikarjun Kharge) गांधी जयंती (Gandhi Jayanti) पर रविवार सुबह बापू की समाधि 'राजघाट' पहुंचे और पुष्पांजलि अर्पित की। कांग्रेस अध्यक्ष चुनाव (Congress President Election) लड़ रहे मल्लिकार्जुन आज से चुनाव प्रचार शुरू कर रहे हैं। उन्होंने प्रेसवार्ता करके समर्थन देने वाले नेताओं और कार्यकर्ताओं का आभार जताया। साथ ही, ट्वीट कर अपना संकल्प भी साझा किया।  

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कांग्रेस के सारे डेलीगेट्स से अनुरोध किया कि वह सभी उनके पक्ष में ज्यादा से ज्यादा मतदान कर उन्हें जिताएं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी की आईडियोलॉजी है। मैं उस आइडियोलॉजी के साथ बचपन से जुड़ा हूं। आठवीं, नौंवी में पढ़ाई के दौरान ही कांग्रेस से जुड़े हैं।

उन्होंने कहा कि गांधी जयंती और लाल बहादुर शास्त्री जी की जयंती के दिन मैं औपचारिक रूप से कांग्रेस अध्यक्ष के पद के लिए चुनाव प्रचार शुरू करने जा रहा हूं। मेरा राजनीतिक सफर लंबा रहा। मैं हर बार उसूलों के लिए लड़ा हूं। उदयपुर मंथन के दौरान कांग्रेस ने 'एक व्यक्ति, एक पद' की नीति का ऐलान किया था, जिसके लिए मैंने नामांकन से पहले ही सोनिया गांधी को राज्यसभा में विपक्ष के नेता पद से इस्तीफा सौंपा था।

उन्होंने कहा कि मैं आज समर्थन करने वाले सभी नेताओं और कार्यकर्ताओं का आभार जताता हूं, जिन्होंने मुझे यह चुनाव लड़ने के लिए प्रोत्साहित किया। बता दें कि आज गांधी जयंती और लाल बहादुर शास्त्री जी की जयंती पर अपना संकल्प भी साझा किया। उन्होंने ट्वीट करके महात्मा गांधी और लाल बहादुर शास्त्री जी को श्रद्धांजलि देते हुए लिखा, 'गांधी जी और शास्त्रीजी दोनों में एक विशेषता समान थी, वो थी पूर्ण संकल्प, जो हमें आज भी प्रेरित करता है।' 

बता दें कि 80 वर्षीय मल्लिकार्जुन खड़गे को गांधी परिवार का बेहद करीबी और विश्वसनीय माना जाता है। कर्नाटक के बीदर जिले के बारावत्ती गांव में हुआ। इनके पिता का नाम मापन्ना और माता का नाम साईबाव्वा खड़गे और पत्नी का नाम राधाबाई है। किसान परिवार में जन्मे मल्लिकार्जुन खड़गे की उच्च शिक्षा कर्नाटक से हुई। वकालत करने के बाद राजनीतिक जीवन की शुरुआत बतौर एक छात्र संघ के नेता के तौर पर की थी। खड़गे कॉलेज के दिनों में छात्रसंघ के महासचिव चुने गए थे। उनके आगे का जीवन जानने के लिए इस लिंक पर क्लिक कीजिए। 

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