Maratha Reservation: मराठा आरक्षण विरोध के बीच सर्वदलीय बैठक खत्म, शिंदे बोले- आंदोलन खत्म करें
Maratha Reservation: राज्य के कुछ हिस्सों में विरोध प्रदर्शन के हिंसक होने के बीच, महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे ने सर्वदलीय बैठक की है। संजय राउत ने दावा किया कि बैठक में शिवसेना (UBT) को आमंत्रित नहीं किया गया है। वहीं, दो विधायकों की गाड़ियों में आज सुबह तोड़फोड़ की गई है।;
Maratha Reservation: महाराष्ट्र में मराठा आरक्षण की मांग को लेकर शुरू हुआ आंदोलन उग्र हो गया है। यह मराठवाड़ा के 8 जिलों में फैल चुका है। इसी बीच, मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने स्थिति पर चर्चा करने के लिए बुधवार यानी आज सुबह एक सर्वदलीय बैठक बुलाई थी। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, शिंदे ने विपक्षी नेताओं को स्थिति से निपटने के लिए सरकार की योजनाओं से अवगत कराया। सरकार ने उन सब से समर्थन मांगा है। वहीं, शिवसेना (UBT) सांसद संजय राउत ने दावा किया कि उनकी पार्टी के विधायकों और सांसदों को नहीं बुलाया गया है।
महाराष्ट्र सीएम बोले- मराठा समुदाय को आरक्षण मिलना चाहिए
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि सर्वदलीय बैठक में सभी इस बात पर सहमत हुए कि मराठा समुदाय को आरक्षण मिलना चाहिए। यह निर्णय लिया गया कि आरक्षण कानून के दायरे में होना चाहिए और अन्य समुदायों के साथ अन्याय किए बिना होना चाहिए। शिंदे ने कहा कि मैं मनोज जारांगे पाटिल से अनुरोध करता हूं कि वे सरकार के प्रयासों पर भरोसा रखें। यह विरोध एक नई दिशा लेने लगा है। आम लोगों को असुरक्षित महसूस नहीं करना चाहिए। मैं सभी से शांति बनाए रखने और राज्य सरकार के साथ सहयोग करने का अनुरोध करता हूं।
संजय राउत बोले- हमारी पार्टी को नहीं किया आमंत्रित
संजय राउत ने एक्स पर पोस्ट कर लिखा कि मराठा आरक्षण पर महाराष्ट्र सरकार द्वारा बुलाई गई सर्वदलीय बैठक में उनकी पार्टी के सांसदों और विधायकों को आमंत्रित नहीं किया गया है। उन्होंने दावा किया कि राज्य सरकार ने केवल महाराष्ट्र विधान परिषद में विपक्ष के नेता अंबादास दानवे को बैठक में बुलाया है। साथ ही, कहा कि शिसेना यूबीटी उनकी आंख की किरकिरी बन गई है।
विधायकों की कार में तोड़फोड़
मराठा आरक्षण के लिए नारे लगा रहे दो लोगों को मुंबई के कोलाबा में आकाशवाणी के पास विधायकों के आवास पर राज्य मंत्री और राकांपा नेता हसन मुश्रीफ की कार में तोड़फोड़ करते देखा गया। पुलिस ने इस सिलसिले में तीन लोगों को हिरासत में लिया है। उन सभी से मामले में पूछताछ की जा रही है।
मराठा आरक्षण की मांग को लेकर अब तक 26 लोगों ने की आत्महत्या
महाराष्ट्र में कल एक ही दिन में एक महिला समेत कुल 9 लोगों ने मराठा आरक्षण की मांग को लेकर आत्महत्या कर ली है। 19 से 31 अक्टूबर तक यानी 13 दिन में मराठा समाज के 26 लोगों ने खुदकुशी की है। आंदोलन के नेता मनोज जरांगे ने कहा कि हमें आधा-अधूरा आरक्षण नहीं चाहिए। इस बार कोई भी ताकत आ जाए मराठा नहीं रूकेंगे। उन्होंने आगे कहा कि अगर आज महाराष्ट्र सरकार की सर्वदलीय बैठक में कोई फैसला नहीं हुआ तो पानी का भी त्याग कर देंगे।
जारांगे ने कहा कि सरकार को शांतिपूर्वक विरोध कर रहे मराठा युवाओं को परेशान नहीं करना चाहिए वरना कड़ी प्रतिक्रिया दी जाएगी। उन्होंने उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस की आलोचना की जिन्होंने कहा है कि बीड में हिंसा के अपराधियों को आईपीसी की धारा 307 (Attempt To Murder) के तहत आरोपों का सामना करना पड़ेगा। जारांगे ने मराठवाड़ा क्षेत्र में मराठों को कुनबी जाति प्रमाण पत्र देने के राज्य मंत्रिमंडल के फैसले पर नाराजगी व्यक्त की।