Maratha Reservation: महाराष्ट्र में आंदोलन के दौरान भड़की हिंसा, 40 से ज्यादा पुलिसकर्मी घायल
Maratha Protest: महाराष्ट्र (Maharashtra) के जालना (Jalna) में मराठा आरक्षण को लेकर भड़की हिंसा थमने का नाम नहीं ले रही है। आज भी आंदोलनकारियों ने पुलिस पर पथराव किया, जिसमें 40 से ज्यादा पुलिसकर्मी घायल हुए हैं।;
Maratha Reservation: महाराष्ट्र के (Maharashtra) जालना (Jalna) में मराठा आरक्षण (Maratha Reservation) की मांग को लेकर चल रहा हिंसक प्रदर्शन थमने का नाम नहीं ले रहा। आज शनिवार को भी प्रदर्शनकारियों ने पुलिसकर्मियों पर पथराव कर दिया, जिसमें करीब 40 पुलिसकर्मी घायल बताए जा रहे हैं। वहीं, पुलिस की ओर से दागे गए आंसू गैस के गोले और लाठीचार्ज के चलते कई प्रदर्शनकारी भी घायल हुए हैं। घायल लोगों ने बताया है कि वे आरक्षण के लिए आंदोलन कर रहे थे, लेकिन पुलिस ने अचानक लाठीचार्ज कर दिया। घायलों में कई बच्चे, बुजुर्ग और महिलाएं भी थी। वहीं, पुलिस का कहना है कि हालात को नियंत्रण कर लिया गया है और मौके पर भारी पुलिस बल तैनात किया गया है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, जालना जिले की अंबाड तहसील में धुले-सोलापुर हाईवे पर कुछ प्रदर्शनकारी मनोज जारांगे के नेतृत्व में प्रदर्शन कर रहे थे। प्रदर्शनकारी 29 अगस्त से गांव में मराठा आरक्षण की मांग को लेकर भूख हड़ताल कर रहे थे। अधिकारियों ने बताया कि जारांगे की हालत खराब होने के चलते उन्हें अस्पताल में भर्ती करने का प्रयास किया, लेकिन प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर ही पथराव करना शुरू कर दिया। पुलिस का कहना है कि पथराव में करीब 40 पुलिसकर्मियों घायल हुए हैं, जिनमें कईयों की गंभीर चोटें लगी हैं। इसके अलावा प्रदर्शनकारियों ने एक वाहन भी जला दिया है।
सीएम शिंदे ने शांति की अपील की
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे (CM Eknath Shinde) ने शांति की अपील की है। उन्होंने कहा है कि हिंसा मामले की जांच के लिए एक समिति गठित की जाएगी। उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस (Deputy CM Devendra Fadnavis) ने दावा किया कि पथराव के बाद पुलिस को लाठीचार्ज करने के लिए मजबूर होना पड़ा।
घायलों का इलाज जालना के सिविल अस्पताल में चल रहा
गौरतलब है कि राजनीतिक रूप से शक्तिशाली मराठा समुदाय के लिए महाराष्ट्र सरकार (Government of Maharashtra) द्वारा लागू किए गए आरक्षण को पहले सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) ने रद्द कर दिया था। महाराष्ट्र पुलिस ने बताया कि शुक्रवार को आंदोलन हिंसक हो गया, क्योंकि कुछ लोगों ने महाराष्ट्र परिवहन की बसों और निजी वाहनों में तोड़फोड़ की और आग लगाई। उन्होंने बताया कि जिन लोगों को गंभीर चोटें आई हैं, उनका इलाज जालना सिविल अस्पताल में चल रहा है।
आंदोलनकारियों ने थाने पर हमला कर वाहन जलाया
जालना के पुलिस अधीक्षक ने बताया, "इस हिंसा में करीब 40 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं। चंदनजीरा थाने के वाहन को आग लगा दी गई। पुलिसकर्मियों के निजी वाहन भी जला दिए गए। 15 राज्य परिवहन की बसों को आग लगा दी गई।" उन्होंने आगे कहा कि प्रभावित इलाके में शांति बनाए रखने के लिए राज्य रिजर्व पुलिस बल की एक कंपनी और आसपास के जिलों के पुलिस कर्मियों को तैनात किया गया है।