Mausam Ki Jankari : उत्तर भारत में चक्रवाती तूफान निवार का असर, कल से मौसम होगा साफ, तीन दिनों तक शीतलहर चलने की संभावना
Mausam Ki Jankari: भीषण चक्रवाती तूफान निवार गुरुवार को पुडुचेरी के पास समुद्र तट पर पहुंच चुका है। जिसे देखते हुए मौसम विभाग ने झारखंड, बिहार, यूपी समेत कुछ राज्यों में बारिश का अलर्ट जारी किया है।;
Mausam ki jankari 28 November : भीषण चक्रवाती तूफान निवार गुरुवार को पुडुचेरी के पास समुद्र तट पर पहुंच चुका है। निवार तूफान का हल्का असर बिहार, झारखंड, यूपी समेत कुछ जिलों पर भी पड़ा है। इसके प्रभाव से करीब-करीब सभी राज्यों में दिन के तापमान में गिरावट दर्ज की गई है।
मौसम विभाग ने बताया कि पश्चिमी विक्षोभ का सिस्टम कमजोर पड़ने लगा है, जो पिछले चार दिनों से आसमान में छाए बादल और हल्की बारिश से लोगों को निजात मिलने की उम्मीद है। ऐसा साफ मौसम आने वाले कुछ दिनों तक यूं ही बरकरार रहेगा।
कुछ राज्यों में बारिश तो कहीं मौसम रहेगा साफ
जिससे लोगों को बादल और बारिश से तो राहत मिलेगी लेकिन साफ मौसम ठंडी हवा को बढ़ा देगी। वहीं, 27-28 नवंबर को झारखंड, बिहार, यूपी समेत कुछ राज्यों में हल्की बारिश हो सकती है। इस दौरान यहां के जगहों के तापमान में और भी गिरावट देखने को मिल सकती है। जिससे ठंड की रफ्तार और बढ़ जाएगी।
जबकि राजस्थान के कोटा और भरतपुर संभाग के क्षेत्र में आज से मौसम शुष्क रहने की संभावना है। लेकिन फिर से 27-28 नवंबर को कही-कहीं हल्के से मध्यम कोहरा छाने की संभावना बन सकती है। वहीं, 28-29-30 नवंबर के दौरान राज्य के उत्तरी भागों के कुछ जगहों पर शीतलहर चलने की भी संभावना है।
समय से पहले शीतलहर की होगी एंट्री
आइएमडी पटना की आधिकारिक जानकारी के मुताबिक अगले 24 घंटे बाद बिहार में पश्चिमी विक्षोभ की वजह से हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। हालांकि उसके बाद आसमान साफ हो जाएगा। लेकिन बिहार पूरी तरह से शीतलहर की चपेट में आने की संभावना बन सकती है।
मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक, हिमालय क्षेत्रों में लगातार बर्फबारी जारी है। जिससे इस साल उत्तरी मैदानी इलाकों में शीतलहर समय से पहले ही एंट्री लेने वाली है।
हिमालय के कुछ क्षेत्रों में बर्फबारी के आसार
उधर, उच्च हिमालयी क्षेत्रों में मुनस्यारी के खलिया टॉप में काफी नीचे तक हिमपात हो चुका है। मौसम के ऐसा ही रहने पर बिटलीधार, कालामुनि तक भी बर्फ गिरने के आसार बने हैं। वेस्टर्न डिस्टरबेंस के मजबूत होने से कुमाऊं के पिथौरागढ़ और बागेश्वर जिलों के उच्च हिमालयी चोटियों में हिमपात देखने को मिला था।
पर्वतीय जिलों से लेकर तराई भाबर में बादल छाए हुए हैं। 22 नवंबर को ठंड ने आठ वर्षों का रिकार्ड पीछे छोड़ दिया था। हालांकि इसके बाद तापमान में छोड़ी सुधार देखने को मिला। गुरुवार को हल्द्वानी का न्यूनतम तापमान दस डिग्री से अधिक पहुंच गया।
पिथौरागढ़ का तापमान 6.3 डिग्री, चम्पावत का 4.8 डिग्री, नैनीताल का 6.0 डिग्री, मुक्तेश्वर का 5.8 डिग्री, अल्मोड़ा का 5.8 डिग्री रिकार्ड किया गया।
अगले सप्ताह शुष्क रहेगा मौसम
उत्तराखंड मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह ने बताया कि वेस्टर्न डिस्टरबेंस कमजोर पड़ गया है। जिसका असर शुक्रवार से ही देखने को मिल गया। मौसम पहले से काफी बदल गया है। जिससे आने वाले सप्ताह का मौसम साफ रहेगा। हालांकि तापमान में कमी आएगी।
तापमान में दो से तीन डिग्री तक की गिरावट आ सकती है। इसकी वजह से उत्तरी हवा का प्रभाव लोगों को बढ़ती ठंड का एहसास कराएगी।