Mausam Ki Jankari: इन राज्यों में बारिश को लेकर IMD का अलर्ट, जानें अगले कुछ दिनों में कैसा रहेगा मौसम का हाल
Mausam Ki Jankari: पहाड़ी इलाकों में बारिश से जनजीवन प्रभावित हो चुकी है। तो मैदानी इलाकों में जलजमाव की समस्या से लोगों को जुझना पड़ रहा है। वहीं मौसम विभाग ने बारिश को लेकर कई राज्यों में रेड अलर्ट जारी किया गया है। पूर्वी भारत के कई हिस्सों में बाढ़ जैसे हालात बने हुए है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने कहा कि अगले तीन-चार दिनों तक पश्चिम और मध्य भारत में भारी वर्षा जारी रहने का पूर्वानुमान है।;
Mausam Ki Jankari देशभर में मानसून की बारिश (Rain) ने रफ्तार पकड़ ली है। पहाड़ी इलाकों में बारिश से जनजीवन प्रभावित हो चुकी है। तो मैदानी इलाकों में जलजमाव की समस्या से लोगों को जुझना पड़ रहा है। वहीं मौसम विभाग (IMD) ने बारिश को लेकर कई राज्यों में रेड अलर्ट (Red Alert) जारी किया गया है। पूर्वी भारत के कई हिस्सों में बाढ़ जैसे हालात बने हुए है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने कहा कि अगले तीन-चार दिनों तक पश्चिम और मध्य भारत में भारी वर्षा जारी रहने का पूर्वानुमान है। जबकि दिल्ली के कई हिस्सों में बुधवार को हल्की बारिश हुई, लेकिन अब कुछ दिनों तक बारिश के आसार नहीं है और इसके बाद फिर से एक बार मानसून सक्रिय होगा। राजधानी में अधिकतम तापमान 34.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं न्यूनतम तापमान 22.4 डिग्री सेल्सियस रहा। अगले तीन से चार दिन तक अधिकतम तापमान करीब 35 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने की संभावना है।
मुंबई में बारिश को लेकर रेड अलर्ट
वहीं देश की आर्थिक राजधानी में भारी से बहुत भारी बारिश होने का पूर्वानुमान व्यक्त करते हुए रेड अलर्ट जारी किया गया है। आईएमडी ने महाराष्ट्र के पूर्वी विदर्भ क्षेत्र भंडारा, चंद्रपुर, गढ़चिरौली, यवतमाल समेत इस क्षेत्र के अन्य जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी करते हुए बताया कि यहां भारी से बहुत भारी बारिश होने का पूर्वानुमान है। हालांकि, मौसम कार्यालय ने कहा है कि उत्तर भारत में 24 घंटे के बाद बारिश में कमी आ सकती है। आईएमडी के अनुसार रेड अलर्ट 'चेतावनी' का रूपक है और इसके जारी होने का मतलब है कि अधिकारी स्थिति से निपटने के लिए काम में जुट जाएं। आईएमडी की एक विज्ञप्ति के अनुसार उत्तर पश्चिम बंगाल की खाड़ी में चक्रवात जैसी स्थिति बनी हुई है और इसके प्रभाव की वजह से अगले 48 घंटे में उत्तर पश्चिम बंगाल की खाड़ी और आस-पास के इलाकों में हवा का निम्न दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना है।
इन राज्यों में चार-पांच दिनों तक बारिश के संकेत
अगले चार-पांच दिनों तक पश्चिमी तट, गुजरात आदि क्षेत्रों में भारी से बहुत भारी बारिश हो सकती है। 21-22 जुलाई को कोंकण, गोवा और मध्य महाराष्ट्र के घाट क्षेत्रों में भी अत्यधिक भारी वर्षा होने का अनुमान है। इसके साथ ही पूर्वी और मध्य भारत में 21 से 24 जुलाई के बीच कहीं भारी और कहीं बहुत भारी वर्षा का पूर्वानुमान है। 21-22 जुलाई को तटीय आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में तथा 22 जुलाई को छत्तीसगढ़, विदर्भ और पूर्वी मध्य प्रदेश में भी कहीं कहीं भारी वर्षा होने का पूर्वानुमान है। आईएमडी ने कहा कि अगले 24 घंटों में उत्तर प्रदेश, बिहार और मध्य प्रदेश में विभिन्न स्थानों पर बिजली चमकने के साथ मध्यम से तेज बारिश हो सकती है। मौसम कार्यालय के अनुसार 24 घंटों के बाद उत्तर पश्चिम भारत में बारिश की तीव्रता और कम होने का अनुमान है।
दिल्ली के कई इलाकों में हल्की बारिश: आईएमडी
दिल्ली के कई हिस्सों में हल्की बारिश हुई, लेकिन सप्ताहांत के बीच मौसम सूखा ही रहने का पूर्वानुमान है और इसके बाद फिर से एक बार मानसून सक्रिय होगा। राजधानी में अधिकतम तापमान 34.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं न्यूनतम तापमान 22.4 डिग्री सेल्सियस रहा। अगले तीन से चार दिन तक अधिकतम तापमान करीब 35 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने की संभावना है। मौसम कार्यालय ने बताया कि नजफगढ़ के स्वचालित मौसम केंद्र में बुधवार को 3.5 मिमी बारिश दर्ज की गई। नरेला और मयूर विहार में भी हल्की बारिश हुई। मौसम विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि दिल्ली में 25 जुलाई तक ज्यादा बारिश नहीं होगी। वहीं 26 जुलाई से शहर में फिर से अच्छी बारिश होगी। आईएमडी के आंकड़ों के अनुसार पिछले कुछ दिनों में मानसून की अच्छी बारिश ने दिल्ली में बारिश की कमी को पूरा कर दिया।
पहाड़ों में भूस्खलन से कई लोग फंसे
उत्तराखंड के चंपावत जिले में टनकपुर-घाट राष्ट्रीय राजमार्ग पर लगातार बारिश से हुए भूस्खलन के कारण करीब दो दर्जन लोग अब भी फंसे हुए हैं जबकि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उत्तरकाशी जिले में बादल फटने से प्रभावित गांवों का दौरा कर स्थिति का जायजा लिया। चंपावत के जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी मनोज पांडे ने बताया कि लगातार बारिश के दौरान मंगलवार को राष्ट्रीय राजमार्ग पर आठ स्थानों पर पहाडों से हुए भूस्खलन के चलते यातायात बंद हो गया था जिससे करीब 150 लोग फंस गए थे। मुख्यमंत्री उत्तरकाशी में बादल फटने से प्रभावित गांवों मांडौ और कंकराडी की स्थिति का जायजा लेने के लिए वहां पहुचे और उन्होंने प्रभावितों को सरकार से हर संभव मदद का भरोसा दिया।
यूपी में बारिश की वजह से गिरी छत, सात लोगों की मौत
उत्तर प्रदेश के सीतापुर जिले में लगातार बारिश होने से अलग-अलग घटनाओं में छत और दीवार गिरने से सात लोगों की मौत हो गई और दो अन्य घायल हो गए। मौसम विभाग ने बुधवार के अपने बुलेटिन में बताया कि राज्य में अलग-अलग स्थानों पर गरज के साथ छींटे पड़े। इसमें बताया गया कि खीरी, बरेली, बाराबंकी, सीतापुर, गोरखपुर, बहराइच, बांदा, अलीगढ़ और महराजगंज में बारिश हुई। मौसम विभाग ने अनुमान जताया है कि बृहस्पतिवार को राज्य में अधिकांश स्थानों पर बारिश या गरज के साथ बौछारें पड़ने की संभावना है और चेतावनी दी है कि अलग-अलग स्थानों पर बिजली चमकने तथा गरज के साथ बौछारें पड़ सकती है।