Mausam Ki Jankari: देश के इन राज्यों में आसमान से बरसी आफत, कही आया भूस्खलन तो कही... देखें Video
देशभर में चल रहे मानसून (Monsoon) के दूसरे दौर की बारिश अब लोगों के लिए मुसीबत साबित हो रही हैं। देश के कई राज्यों से तबाही की खबर सामने आ रही है।;
देशभर में चल रहे मानसून (Monsoon) के दूसरे दौर की बारिश अब लोगों के लिए मुसीबत साबित हो रही हैं। देश के कई राज्यों से तबाही की खबर सामने आ रही है। जिसको लेकर भारतीय मौसम विभाग (India Meteorological Department) ने अलर्ट जारी किया हैं। भारी बारिश (Heavy Rain) के चलते लोगों का जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है।
जबकि कई लोगों की मौत भी हो गई हैं। वही भारी बारिश, बाढ़ और भूस्खलन (Heavy Rain, Floods and Landslides) के कारण 33 लोगों की मौत हो गई हैं, जबकि 17 लापता हैं।
हिमाचल (Himachal Pradesh) में 22 लोगों की मौत हो चुकी है। सबसे ज्यादा तबाही मंडी, कांगड़ा और चंबा में हुई। वहीं, उत्तराखंड में चार की जान चली गई। इसके अलावा ओडिशा में चार, जम्मू-कश्मीर में दो और झारखंड में एक की मौत हुई है।
इस बीच मौसम विभाग (Meteorological Department) ने उत्तराखंड, हिमाचल और कश्मीर समेत कई राज्यो में भारी बारिश की चेतावनी दी है। वही हिमाचल प्रदेश में अगले 12 घंटे तक बारिश को लेकर ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। विभाग के अनुसार पहाड़ी राज्यों में 24 अगस्त तक बारिश का सिलसिला जारी रहने की संभावना जताई हैं। इसके अलावा IMD ने उत्तरी झारखंड, पूर्वी मध्य प्रदेश, झारखंड, उत्तरी ओडिशा और छत्तीसगढ़ में भारी बारिश की भविष्यवाणी की है। वही पहाड़ों पर हुई बारिश के बाद शनिवार को गंगा, कोतवाली और मालन नदियों का जलस्तर बढ़ गया है।
प्रयागराज (Prayagraj) की संगम नगरी में गंगा और यमुना दोनों नदियों में आई बाढ़ अब लोगों के लिए बड़ी परेशानी का कारण बनती जा रही है। बाढ़ का पानी अब रिहायशी इलाकों में भी घुसने लगा है। वही बिजनौर बैराज में तैनात एक अधिकारी ने बताया कि खादर क्षेत्र के फतेहपुर प्रेम गांव के पास 24 घंटे से गंगा का कटान चल रहा था. इसे रोकने के लिए स्थानीय ग्रामीण जुटे हुए हैं।
हरिद्वार के भीमगौड़ा बैराज से संपर्क कर गंगा के जलस्तर में उतार-चढ़ाव की जानकारी ली जा रही है। वही हमीरपुर में यमुना और बेतवा समेत कई नदियों का जलस्तर बढ़ गया है। बांधों से चार लाख क्यूसेक से अधिक पानी छोड़े जाने से बुधवार को एक बार फिर बेतवा नदी उफान पर आ गई, जिससे कई गांवों से संपर्क टूट गया।