महबूबा मुफ्ती का बीजेपी पर हमला, बोलीं- लद्दाख में चीन द्वारा हड़पी गई जमीन पर फहराएं तिरंगा
महबूबा मुफ्ती ने गुरुवार को श्रीनगर में पार्टी के स्थापना दिवस पर अपने संबोधन के दौरान भाजपा पर निशाना साधा और सत्तारूढ़ दल पर राष्ट्रीय ध्वज का राजनीतिकरण करने का आरोप लगाया है।;
जम्मू-कश्मीर (Jammu Kashmir) की पूर्व मुख्यमंत्री और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी की प्रमुख महबूबा मुफ्ती (Peoples Democratic Party chief Mehbooba Mufti) ने गुरुवार को श्रीनगर (Srinagar) में पार्टी के स्थापना दिवस पर अपने संबोधन के दौरान भाजपा पर निशाना साधा और सत्तारूढ़ दल पर राष्ट्रीय ध्वज का राजनीतिकरण करने का आरोप लगाया। महबूबा मुफ्ती ने कहा है कि तिरंगा फहराना है तो उस 1000 वर्ग किलोमीटर जमीन पर फहराओं जिसे चीन ने लद्दाख में हमसे हथिया लिया। लेकिन आपने इस झंडे (Flag) का राजनीतिकरण भी किया है।
1999 के कारगिल युद्ध में शहीद हुए सैनिकों को श्रद्धांजलि देने के लिए भाजपा ने सोमवार को यहां सिटी सेंटर के लाल चौक के अलगाववादी गढ़ में अपनी पहली तिरंगा रैली आयोजित की। रैली को अभूतपूर्व सुरक्षा व्यवस्था के बीच लाल चौक में ऐतिहासिक घंटा घर के पास झंडी दिखाकर रवाना किया गया। क्योंकि पूरे इलाके को सील कर दिया गया था और वरिष्ठ अधिकारियों सहित सुरक्षा बल बड़ी संख्या में मौजूद थे।
भारत-चीन सीमा गतिरोध
बता दें कि पूर्वी लद्दाख गतिरोध के बाद चीन के साथ वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर बुनियादी ढांचे के विकास पर नए सिरे से ध्यान केंद्रित किया गया है। पैंगोंग झील क्षेत्र में हिंसक झड़प के बाद 5 मई 2020 को पूर्वी लद्दाख सीमा गतिरोध शुरू हुआ। दोनों पक्षों ने धीरे-धीरे भारी हथियारों के साथ हजारों सैनिकों तैनाती बढ़ा दी।
सैन्य और कूटनीतिक वार्ता की एक श्रृंखला के परिणामस्वरूप, दोनों पक्षों ने पिछले साल पैंगोंग झील के उत्तर और दक्षिण तट पर और गोगरा क्षेत्र में विघटन की प्रक्रिया पूरी की। प्रत्येक पक्ष के पास वर्तमान में संवेदनशील क्षेत्र में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर लगभग 50,000 से 60,000 सैनिक हैं। शेष मुद्दों को हल करने के लिए दोनों पक्षों के बीच 17 जुलाई को 16वें दौर की सैन्य वार्ता हुई। लेकिन वार्ता का कोई खास नतीजा नहीं निकला।