बड़ी खबर: मुकुल रॉय और उनके बेटे शुभ्रांशु रॉय की हुई घर वापसी, सीएम ममता बनर्जी बोलीं- गद्दारों को पार्टी में एंट्री नहीं
सीएम ममता के साथ चली कई घंटों की बैठक के बाद मुकुल रॉय टीएमसी में शामिल हो गए। ममता के द्वारा चुनाव जीतने के बाद बीजेपी के लिए यह सबसे बड़ा झटका माना जा रहा है।;
पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव के बाद बीजेपी को एक बड़ा झटका लगा है। मोदी-शाह के वफादार नेता और बीजेपी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मुकुल रॉय ने आज घर वापसी कर ली है। सीएम ममता के साथ चली बैठक के बाद मुकुल रॉय टीएमसी में शामिल हो गए। ममता ने चुनाव जीतने के बाद बीजेपी को यह सबसे बड़ा झटका माना है।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मुकुल रॉय सीएम ममता बनर्जी की मौजूदगी में टीएमसी पार्टी में शामिल हुए। चार साल बाद उनकी वापसी हुई है। मुकुल ने कहा कि घर में आकर अच्छा लग रहा है।
मुकुल रॉय के पार्टी में आते ही सीएम ममता का बयान
पार्टी में शामिल होने के बाद मुकुल रॉय ने सबसे पहले कहा कि अपने घर में आकर अच्छा लग रहा है। बंगाल ममता बनर्जी का है और रहेगा। मैं बीजेपी में नहीं रह पा रहा था। वहीं ममता बनर्जी ने कहा कि मुझे खुशी है कि मुकुल घर लौटे हैं। बीजेपी में गए कई और नेता वापस आना चाहते हैं। पार्टी ने दावा किया है कि 35 से ज्यादा नेता उनके संपर्क में हैं। और वो भी टीएमसी में शामिल होना चाहते हैं।
सौगत रॉय दिए थे संकेत
जानकारी के लिए बता दें कि बीते बुधवार को तृणमूल के वरिष्ठ नेता और सांसद सौगत रॉय ने भी स्पष्ट संकेत दिया था कि मुकुल रॉय पार्टी में शामिल होंगे। हालांकि उन्होंने तृणमूल कांग्रेस छोड़ दी। लेकिन मुकुल रॉय ने कभी ममता बनर्जी का अपमान नहीं किया। कुछ दिन पहले सीएम ममता बनर्जी ने मुकुल रॉय और उनकी पत्नी कृष्णा रॉय से फोन पर पूछताछ की थी। जो कोरोना से संक्रमित पाए गए थे। साथ ही तृणमूल कांग्रेस के सांसद अभिषेक बनर्जी लगातार रॉय परिवार के संपर्क में थे।
सूत्रों ने जानकारी देते हुए कहा था कि सीएम ममता बनर्जी की मौजूदगी में मुकुल रॉय की तृणमूल कांग्रेस में वापसी हो सकती है। 2017 में मुकुल रॉय तृणमूल को छोड़कर बीजेपी में शामिल हुए थे। उनकी बदौलत बीजेपी 2019 के लोकसभा चुनाव में पश्चिम बंगाल में 18 सीटें हासिल करने में कामयाब रही। साल 2021 के हालिया विधानसभा चुनाव में बीजेपी को बड़ा झटका लगने के बाद मुकुल रॉय के तृणमूल कांग्रेस में लौटने की उम्मीद थी। जो आज पूरी हुई।