अल्पसंख्यक आयोग का पंजाब सरकार को नोटिस, तजिंदर बग्गा को गिरफ्तारी से पहले पगड़ी न पहनने पर मांगा जवाब
अल्पसंख्यक आयोग ने बग्गा को गिरफ्तारी से पहले पगड़ी न पहनने के मामले पर सरकार को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है।;
दिल्ली बीजेपी प्रवक्ता तजिंदर पाल सिंह बग्गा (tajinder pal singh bagga) की गिरफ्तारी वारंट जारी होने के बाद अब राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग (National commission for minorities) ने हस्तक्षेप किया है। अल्पसंख्यक आयोग ने बग्गा को गिरफ्तारी से पहले पगड़ी न पहनने के मामले पर सरकार को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है। वहीं शनिवार को मोहाली कोर्ट ने बग्गा के खिलाफ पुलिस को गिरफ्तार करने के आदेश दे दिए हैं।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, अल्पसंख्यक आयोग ने पंजाब के मुख्य सचिव को एक पत्र लिखा और 7 दिन के भीतर कथित घटना पर पूरी रिपोर्ट दाखिल करने के लिए कहा है। पत्र में लिखा है कि कहा कि तजिंदर पाल सिंह बग्गा को कथित तौर पर पंजाब पुलिस द्वारा जब दिल्ली में उनके आवास से गिरफ्तार किया जा रहा था तब उससे पहले उनको पगड़ी क्यों पहनने नहीं दी गई।
बग्गा के घर से गिरफ्तारी पर नोटिस
इस घटना पर 7 दिनों के भीतर एक तथ्यात्मक रिपोर्ट प्रस्तुत करने का अनुरोध किया है।रिपोर्ट 14 मई तक आयोग के समक्ष प्रस्तुत करने को कहा गया है। आयोग ने कहा कि यह धार्मिक अधिकारों के उल्लंघन का एक गंभीर मामला है। यह एक सिख व्यक्ति से जुड़ा मामला है।
गौरतलब है कि भाजपा की दिल्ली इकाई के नेता बग्गा को पंजाब जाते समय हरियाणा में रोका गया और घंटों बाद दिल्ली पुलिस द्वारा वापस दिल्ली में लाया गया। इस घटना को लेकर राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप जारी है। उसके पिता ने पुलिस पर आरोप लगाया कि तजिंदर को बाहर खींच लिया और हिरासत में ले लिया। पुलिसकर्मियों ने बग्गा को उसकी पगड़ी भी पहनने नहीं दी। जबकि उसने उसे पहनने का अनुरोध किया। पुलिसकर्मी बग्गा का फोन भी अपने साथ ले गए। हालांकि, दिल्ली पुलिस के कहने पर हरियाणा ने पंजाब पुलिस को रोक दिया।