नवाब मलिक ने वानखेड़े पर लगाया फर्जी सर्टिफिकेट बनवाकर सरकारी नौकरी हासिल करने का आरोप
आर्यन खान ड्रग्स मामले (Aryan Khan Drugs Case) को लेकर मुंबई एनसीबी (NCB) के जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े (Sameer Wankhede) और महाराष्ट्र सरकार के मंत्री नवाब मलिक (Nawab Malik) के बीच तकरार बढ़ती जा रही है।;
आर्यन खान ड्रग्स मामले (Aryan Khan Drugs Case) को लेकर मुंबई एनसीबी (NCB) के जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े (Sameer Wankhede) और महाराष्ट्र सरकार के मंत्री नवाब मलिक (Nawab Malik) के बीच तकरार बढ़ती जा रही है। मलिक ने समीर वानखेड़े पर फर्जी जाती सर्टिफिकेट (caste certificate) बनवाकर सरकारी नौकरी को हासिल करने का आरोप लगाया है।
बता दें मलिक ने वानखेड़े का सर्टिफिकेट शेयर कर उनके मुस्लिम होने का दावा किया था। जिसे उन्होंने सही बताया है। मलिक ने कहा पहले भी बहुत फर्जी सर्टिफिकेट के मामले सामने आते रहे है और लोग फर्जी सर्टिफिकेट के जरिए नौकरी हासिल करते रहे हैं। इसलिए एक स्क्रूटनी कमेटी (Scrutiny committee) बनाई गयी है। जब कोई कैटेगरी से नौकरी लेता है तो उसके सर्टिफिकेट को वैलिड करना जरूरी है। ये सर्टिफिकेट मुंबई कमिश्नर के ऑफिस से जारी किया गया, लेकिन केंद्र सरकार में कोई इस तरह का प्रावधान नहीं है की सर्टिफिकेट वैलिडिटी (certificate validity) कराई जाए, सिर्फ कलेक्टर से जानकारी हासिल की जाती है और सर्टिफिकेट जारी कर नौकरी दे दी जाती है।
उन्होंने कहा सारे दलित संगठन मुझसे बात कर रहे हैं। इस सर्टिफिकेट को लेकर सभी लोग इस स्क्रूटनी कमेटी के सामने अपनी शिकायत दर्ज कराएंगे और मांग करेंगे की एक दलित का हिस्सा छीनकर फर्जीवाड़ा करके सरकारी नौकरी हासिल करने वाले की खिलाफ कार्यवाही की जाए। उन्होंने कहा कि ये मामला जल्द ही स्क्रूटनी कमेटी के पास जाएगा। हमें उम्मीद है की सच्चाई देश के सामने आएगी। जिस दलित भाई का हक़ इन्होंने छीना था, उन्हें इंसाफ मिलेगा और इनके ऊपर क़ानून के तहत कार्रवाई होगी।
नवाब मलिक ने ट्वीट कर कहा है कि उन्हें एनसीबी के अज्ञात अधिकारी की और से एक लेटर मिला है। उन्होंने ट्वीटर में लिखा है की वो खत मुझे एनसीबी के एक अधिकारी ने अपना नाम गुप्त रखने की शर्त पर भेजा है। उस खत को मुझे मिले हुए दो दिन हो गए है और उस खत की कॉपी महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री, गृहमंत्री और डीजी, कांग्रेस अध्यक्ष को भी भेज दी गयी है।