नवाब मलिक ने देवेंद्र फडणवीस पर लगाया बड़ा आरोप, बोले- मैं एक ऐसे शख्स के खिलाफ लड़ रहा जो बेगुनाह लोगों को फर्जी मामलों में फंसा रहा
देवेंद्र फडणवीस (Devendra Fadnavis) न केवल मेरे मुद्दे को मोड़ रहे हैं बल्कि एक अधिकारी (Sameer Wankhede- समीर वानखेड़े) का बचाव करने की कोशिश कर रहे हैं।;
महाराष्ट्र सरकार (Maharashtra government) में मंत्री और एनसीपी नेता नवाब मलिक (Nawab Malik) ने बुधवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने देवेंद्र फडणवीस पर निशाना साधा। समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, एनसीपी नेता नवाब मलिक ने कहा कि मैं एक ऐसे शख्स के खिलाफ लड़ रहा हूं जो बेगुनाह लोगों को फर्जी मामलों में फंसा रहा है।
देवेंद्र फडणवीस (Devendra Fadnavis) न केवल मेरे मुद्दे को मोड़ रहे हैं बल्कि एक अधिकारी (Sameer Wankhede- समीर वानखेड़े) का बचाव करने की कोशिश कर रहे हैं। नागपुर के कुख्यात अपराधी मुन्ना यादव को उनकी सरकार के दौरान देवेंद्र फडणवीस ने कंस्ट्रक्शन वर्कर्स बोर्ड का अध्यक्ष नियुक्त किया था। बांग्लादेशियों के अवैध प्रवास में शामिल एक हैदर आजम को फडणवीस ने मौलाना आजाद फाइनेंस कॉरपोरेशन का अध्यक्ष नियुक्त किया।
दाऊद इब्राहिम के करीबी सहयोगी रियाज भाटी को मुंबई हवाईअड्डे पर फर्जी पासपोर्ट के साथ गिरफ्तार किया गया। उन्हें 2 दिन में ही जमानत मिल गई थी। रियाज भाटी आपके (देवेंद्र फडणवीस) के निकट संपर्क में क्यों थे?. तस्वीरों में भाटी कई बड़े नेताओं के साथ नजर आ चुके हैं।
नवाब मलिक ने आगे कहा कि 8 नवंबर 2016 को देश में नोटबंदी की गई थी। देश भर में जाली नोट पकड़े जाने लगे थे लेकिन 8 अक्टूबर 2017 तक महाराष्ट्र में एक भी जाली नोट का मामला सामने नहीं आया था। क्योंकि, देवेंद्र फडणवीस के संरक्षण में जाली नोट का खेल महाराष्ट्र में चल रहा था।
8 अक्टूबर 2017 को राजस्व खुफिया निदेशालय ने BKC (बांद्रा कुर्ला कॉम्प्लेक्स) में छापेमारी की जिसमें 14.56 करोड़ के जाली नोट पकड़े थे। इस मामले को दबाने के लिए देवेंद्र फडणवीस ने मदद की थी। जाली नोट का नेक्सेस ISI-पाकिस्तान-दाऊद वाया बांग्लादेश देश में फैलाया जाता है।