'Mahua Moitra के निष्कासन से मुझे दुख हुआ, कोई खुशी का दिन नहीं', आरोप लगाने वाले Nishikant Dubey की प्रतिक्रिया
टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा को कैश फॉर क्वेरी मामले में लोकसभा की सदस्यता से शुक्रवार को निष्कासित कर दिया है। उनके निष्कासन के एक दिन बाद बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे की पहली प्रतिक्रिया सामने आई है।;
Nishikant Dubey Reaction on Mahua Moitra Eviction: टीएमसी नेता महुआ मोइत्रा (Mahua Moitra) की शुक्रवार यानी 8 दिसंबर को कैश फॉर क्वेरी के आरोप में लोकसभा की सदस्यता निलंबित कर दी। महुआ मोइत्रा पर कैश फॉर क्वेरी के आरोप बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने लगाए थे। उन्होंने ही इसको लेकर लोकसभा अध्यक्ष को शिकायत कर कार्रवाई की मांग की थी।
टीएमसी सांसद पर कार्रवाई होने के बाद अब बीजेपी नेता निशिकांत दुबे (Nishikant Dubey) ने कहा कि यह दुखद दिन था, क्योंकि एक सांसद को भ्रष्टाचार और राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दे पर निष्कासित कर दिया गया।
उन्होंने महुआ मोइत्रा को लोकसभा से निष्कासित किए जाने के एक दिन बाद यानी 9 दिसंबर को कहा कि इसमें खुश होने की क्या बात है? यह एक दुखद दिन था। बता दें कि टीएमसी नेता के निष्कासन के बाद आज बीजेपी सांसद की पहली प्रतिक्रिया है। उन्होंने शुक्रवार यानी 8 दिसंबर को इस संबंध में टिप्पणी करने से इनकार कर दिया था।
कोई सबूत नहीं, फिर भी दोषी
वहीं, टीएमसी नेता महुआ मोइत्रा ने अपने निष्कासन की तुलना कंगारू अदालत द्वारा फांसी की सजा दिए जाने से कर दी। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार लोकसभा की आचार समिति को विपक्ष को झुकने के लिए मजबूर करने का हथियार बना रही है। मोइत्रा ने कहा कि उन्हें उस आचार संहिता के उल्लंघन का दोषी पाया गया, जो अस्तित्व में ही नहीं है और उन्हें नकदी या उपहार दिए जाने का कोई सबूत नहीं है।
सीएम ममता बनर्जी ने महुआ मोइत्रा को लोकसभा की सदस्यता से निष्कासित करने के फैसले की निंदा की थी। उन्होंने इस कदम को देश के संसदीय लोकतंत्र के साथ विश्वासघात बताया था।
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