Noida Twin Tower: डिमॉलिशन साइट पर सफाई का काम जारी, मलबे से पड़ोस की एक सोसाइटी को नुकसान
एक जगह डिमॉलिशन साइट पर सफाई का काम चल रहा है और दूसरी तरफ मलबे की वजह से पड़ोस की एक सोसाइटी में 10 मीटर बाउंड्री वॉल में दरार आ गई है।;
उत्तर प्रदेश (UP) के नोएडा (Noida) शहर में रविवार को सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) के आदेश के मुताबिक सुपरटेक (Supertech) के ट्विन टावरों (Twin Towers) को ध्वस्त कर दिया गया। इसी बीच खबर है कि एक जगह डिमॉलिशन साइट पर सफाई का काम चल रहा है और दूसरी तरफ मलबे की वजह से पड़ोस की एक सोसाइटी में 10 मीटर बाउंड्री वॉल में दरार आ गई है।
नोएडा सीईओ रीतू महेश्वरी ने कहा कि साइट के आस पास से हाउसिंग सोसाइटीज की ओर से नुकसान की कोई खबर नहीं आई है। उन्होंने कहा कि गैस और बिजली की सप्लाई को आज शाम साढ़े 6 बजे के बाद इलाके में फिर से बहाल कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि मोटे तौर पर हाउसिंग सोसाइटी के आसपास नुकसान नहीं हुआ है। लेकिन मलबे का कुछ हिस्सा सड़क की तरफ आ गया है। हम जल्द ही सफाई का काम कर लेंगे।
उन्होंने कहा कि सफाई का काम जारी है और इलाके में गैस और बिजली की सप्लाई को बहाल किया जाएगा जबकि लोगों को शाम साढ़े 6 बजे के बाद पड़ोसी की सोसाइटी में जाने की इजाजत दी जाएगी। इस विध्वंस की वजह से सुपरटेक कंपनी को 500 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। इसकी जानकारी कंपनी के चेयरमैन आर के अरोड़ा ने दी है।
कम से कम 100 मीटर ऊंचे ट्विन टावर एपेक्स और सेयेन को सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद रविवार को ढाई बजे ध्वस्त कर दिया गया। क्योंकि कोर्ट ने नियमों का उल्लंघन करने पर यह आदेश दिया था। इस ऑपरेशन के दौरान 3700 किलोग्राम बारूद इस्तेमाल हुआ था। जिसकी कीमत 20 करोड़ रुपये बताई जा रही है।