NPR, NRC और CAA एक ही सिक्के के दो पहलू हैं : पी चिदंबरम
गृह मंत्री ने यह क्यों नहीं कहा कि हम एनपीआर कर रहे हैं, हम एनआरसी नहीं करेंगे। उन्हें स्पष्ट रूप से कहना है कि एनआरसी को खारिज कर दिया गया है।;
कांग्रेस नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री पी चिदंबरम ने शनिवार को एनआरपी और एनआरसी को लेकर मोदी सरकार पर हमला किया है। पी चिदंबरम ने कहा कि एनपीआर स्पष्ट रूप से एनआरसी से जुड़ा हुआ है।
गृह मंत्री ने यह क्यों नहीं कहा कि हम एनपीआर कर रहे हैं, हम एनआरसी नहीं करेंगे। उन्हें स्पष्ट रूप से कहना है कि एनआरसी को खारिज कर दिया गया है। हमने केवल एनपीआर के जरिए जनगणना की थी। हम जनगणना के साथ ही रूक गए थे।
P. Chidambaram to ANI: The elephant in the room is 19 lakh, six thousand, six hundred and fifty seven. Why do you ignore that elephant? That elephant is sitting there. In the face of that elephant, you see that elephant and you pretend that there is no problem. pic.twitter.com/Cx94jQCDAb
— ANI (@ANI) January 4, 2020
बीजेपी को यह भी कहना चाहिए कि हम एनआरसी नहीं कर रहे
बीजेपी को यह भी कहना चाहिए कि हम एनआरसी नहीं कर रहे हैं। क्योंकि हमारे पास असम एनआरसी का पीड़ादायक अनुभव है। जब हमने 2010 में एनपीआर किया था, तब असम में एनआरसी नहीं था। हमारे पास 19 लाख से अधिक लोगों के स्टेटलेस होने का पीड़ादायक अनुभव नहीं था।
भाजपा पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा कि कमरे में कुल 19 लाख 6 हजार 657 हाथी हैं। आप हाथियों को नजरअंदाज क्यों कर रहे हैं? हाथी वहां बैठे हुए हैं। आप उन हाथियों को देखकर भी अनजान बन रहे हैं और आपको लगता है कि कोई समस्या ही नहीं है।
P. Chidambaram, Congress to ANI: They (BJP) must also say we are not doing NRC because we have bitter experience of Assam NRC. When we did NPR 2010, there was no Assam NRC. We did not have bitter experience of more than 19 lakh people being declared stateless. https://t.co/uAMf2vbyW0
— ANI (@ANI) January 4, 2020
NPR-NRC-CAA एक ही सिक्के के दो पहलू हैं
पी चिदंबरम ने आगे कहा कि राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर, नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटीजन और नागरिकता संशोधन अधिनियम एक ही सिक्के के दो पहलू हैं। एनपीआर और एनआरसी पहचान और वर्जित करेंगे।
केंद्र सरकार एनपीआर में ये बातें क्यों पूछ रही है
जो एनपीआर हमने किया था वो अलग था और जो ये कर रहे हैं वह अलग है। हमने लगभग 15 डिटेल पूछी थी। जबकि अब केंद्र सरकार एनपीआर में आपका निवास स्थान, आपके पिता और माता के जन्म स्थान, आपका ड्राइवर का लाइसेंस नंबर, वोटर आईडी और आधार के बारे में 6 डिटेल अधिक पूछ रहे हैं। वे ये बातें क्यों पूछ रहे हैं?