मंत्री नब किशोर दास की हत्या के पीछे साजिश या बाइपोलर डिसऑर्डर? समर्थकों ने उठाए कई सवाल, जानें बड़ी अपडेट
ओडिशा के स्वास्थ्य मंत्री नब किशोर दास को रविवार को ASI गोपाल कृष्ण दास ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। इस मामले में सीआईडी क्राइम ब्रांच जांच में जुटी हुई है। इस बीच क्राइम ब्रांच ने बड़ा खुलासा किया है।;
ओडिशा के स्वास्थ्य मंत्री नब किशोर दास (Odisha Health Minister Nab Kishore Das) की गोली मारकर हत्या कर दी गई है। नव किशोर दास को कल एक पुलिसकर्मी ने गोली मारी थी। जिसके बाद आरोपी ASI गोपाल कृष्ण दास (Accused ASI Gopal Krishna Das) को गिरफ्तार कर लिया गया है। वहीं,फायरिंग मामले की जांच सीआईडी क्राइम ब्रांच (CID Crime Branch) को सौंपी गई है।
डीएसपी रमेश डोरा के नेतृत्व में 7 सदस्यों की विशेष जांच टीम गठित की गई है, जो मामले की जांच में जुटी हुई है। इसी बीच शुरूआती जांच में सामने आया है कि आरोपित एएसआई आठ साल से बाइपोलर डिसऑर्डर से पीड़ित है। हालांकि पुलिस अब भी सभी एंगल से जांच कर रही है। वहीं एमकेसीजी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल बेरहामपुर में मनोरोग विभाग के प्रमुख डॉ. चंद्रशेखर त्रिपाठी ने बताया कि एएसआई गोपाल दास बाइपोलर डिसऑर्डर के शिकार थे। दास आठ-दस साल पहले पहली बार मेरे क्लीनिक पर आए थे। उन्हें बहुत जल्दी गुस्सा आ जाता था और इसका इलाज चल रहा था। मैं यह नहीं बता सकता कि वह नियमित रूप से दवाएं ले रहे थे या नहीं।
इसके बाद अब मंत्री के समर्थकों ने उनकी 'सुरक्षा चूक' पर सवाल उठाए है। साथ ही कुछ समर्थकों ने आरोप लगाया कि दास को निशाना बनाने की साजिश रची गई थी। उनका कहना है कि बाइपोलर डिसऑर्डर (Bipolar Disorder) के शिकार एएसआई गोपाल दास को सर्विस रिवाल्वर कैसे दे दी गई? इतना ही नहीं उन्हें ब्रजराजनगर की एक पुलिस चौकी का प्रभारी भी नियुक्त किया गया? गोपाल ने अपनी ही चौकी क्षेत्र में मंत्री को मारी गोली और प्रोटोकॉल में तैनात अन्य अधिकारी भी उनकी मानसिक स्थिति नहीं समझ पाए?
वहीं, ओडिशा सरकार ने नव किशोर दास को राजकीय सम्मान दिए जाने का ऐलान किया है। उनके सम्मान में राज्य में 29 से 31 जनवरी तक तक कोई आधिकारिक मनोरंजन कार्यक्रम नहीं होगा। मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने उनके निधन पर शोक व्यक्त किया और कहा कि नबा दास सरकार और पार्टी दोनों के लिए महत्वपूर्ण थे। उनके निधन से राज्य को बड़ी क्षति हुई है। वहीं, दास के निधन पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू (President Draupadi Murmu) और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi ) ने दुख जताया है। उन्होंने कहा कि वह इस खबर से दुखी और परेशान हैं। उन्होंने परिजनों को श्रद्धांजलि दी।