Parliament Budget Session Update : लोकसभा में वित्त मंत्री ने पेश किया आर्थिक सर्वेक्षण, GDP 11 फीसदी रहने का अनुमान

बजट सत्र के दौरान राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा कि कोरोना महामारी के दौर में हो रहा संसद का ये संयुक्त सत्र बहुत महत्वपूर्ण है। नया वर्ष भी है और नया दशक भी और इस वर्ष हम आज़ादी के 75वें वर्ष में प्रवेश करने वाले हैं।;

Update: 2021-01-29 02:28 GMT

संसद के बजट सत्र का आज पहला दिन है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण आर्थिक सर्वेक्षण 30 जवनरी को पेश करेंगी। एक फरवरी को वित्त मंत्री बजट पेश करेंगी।  पहले दौर में सदन की कार्यवाही 15 फरवरी तक चलेगी। इसके बाद फिर दूसरे दौर का सत्र 8 मार्च से लेकर 8 अप्रैल तक चलेगा। जो पूरे एक महीने का होगा। एक अप्रैल से वित्त वर्ष 2021-22 शुरू हो जाएगा। 

संसद बजट सत्र लाइव अपडेट (Parliament budget session live update)

वित्त मंत्री ने लोकसभा में आर्थिक सर्वेक्षण 2020-21 किया पेश

* लोकसभा में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आर्थिक सर्वेक्षण 2020-21 पेश कर दिया है। आर्थिक सर्वेक्षण पेश करने के दौरान वित्त मंत्री ने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष के अनुमान के मुताबिक वित्त वर्ष 2021 में वास्तविक विकास दर 7.7 फीसदी और वहीं वित्त वर्ष 2022 में वास्तविक विकास दर (जीडीपी) 11.5 फीसदी रहने का अनुमान है। सर्वेक्षण की रिपोर्ट अनुसार, हाल के रूझान से पता चलता है कि अर्थव्‍यवस्‍था की आपूर्ति संबंधी बाधाएं दूर हो रही हैं। 

* वित्त मंत्री ने कहा कि साल 2020-21 के आर्थिक सर्वेक्षण में अगले वित्‍त वर्ष में सकल घरेलू उत्‍पाद की विकास दर के 11 फीसदी रहेगी। इसमें सरकारी खर्च में बढ़ोतरी से अर्थव्‍यवस्‍था की विकास दर में सुधार होने का संकेत है। वित्‍तमंत्री निर्मला सीतारामण ने आज लोकसभा में आर्थिक सर्वेक्षण में कहा कि निर्यात और सरकारी उपभोग में बढ़ोतरी होने से अर्थव्‍यवस्‍था में गिरावट का सिलसिला थामने में मदद मिलेगी।

* वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि आर्थिक सर्वेक्षण में कोरोना महामारी के प्रकोप के बाद भारतीय अर्थव्‍यवस्‍था के पटरी पर आने का विस्‍तार से विश्‍लेषण किया गया है। इसमें कहा गया है कि देश में शुरू किया गया टीकाकरण का महाअभियान भी अर्थव्‍यवस्‍था में सुधार का बड़ा कारण है।

* जिस वक्त वित्‍त मंत्री आर्थिक सर्वेक्षण पेश कर रही थीं वहीं समय कांग्रेस, वामपंथी दलों और डीएमके पार्टी के सदस्‍यों ने कृषि कानूनों का विरोध किया।

संसद में राष्ट्रपति के अभिभाषण के बाद हंगामा

* संसद सत्र को लेकर बीजेपी की मीटिंग जारी है। संसद में भाजपा नेताओं की बड़ी बैठक में  अमित शाह, राजनाथ सिंह, जेपी नड्डा, नितिन गडकरी, बीएल संतोष मौजूद हैं। वहीं 16 पार्टियां किसान बिल के विरोध में खड़ी हो गई हैं। 

* संसद के अंदर हनुमान बेनीवाल ने किसान विरोधी कानून वापस लो नारे लगाए और पोस्टर भी दिखाए। बोले- बजट के पहले राष्ट्रपति के अभिभाषण का हम बहिष्कार करते हैं। 


* आप सांसद संजय सिंह, भगवंत मान, एन डी गुप्ता और सुशील कुमार गुप्ता ने संसद में किसानों के खिलाफ आए तीनों काले कानूनों को वापिस लेने की मांग को दोहराया। 


* कृषि कानून को रद्द करने की मांग को लेकर संसद के बाहर अकाली दल के सांसदों का प्रदर्शन जारी है। वहीं कई राजनीतिक दलों ने राष्ट्रपति के अभिभाषण का बहिष्कार किया है।

यहां पढ़ें राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद सरकार की उपलब्धियां

* राष्ट्रपति ने कहा कि करीब 31 हजार करोड़ रुपए गरीब महिलाओं के जनधन खातों में सीधे ट्रांसफर भी किए। इस दौरान देशभर में उज्ज्वला योजना की लाभार्थी गरीब महिलाओं को 14 करोड़ से अधिक मुफ्त गैस सिलेंडर भी मिले।

* राष्ट्रपति ने कहा कि अपने सभी निर्णयों में मेरी सरकार ने संघीय ढांचे की सामूहिक शक्ति का अद्वितीय उदाहरण भी प्रस्तुत किया है। केंद्र और राज्य सरकारों के बीच इस समन्वय ने लोकतंत्र को मजबूत बनाया है और संविधान की प्रतिष्ठा को सशक्त किया है।

* राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा कि 2013-14 में जहां 42 लाख हेक्टेयर जमीन में ही माइक्रो-इरिगेशन की सुविधा थी, वहीं आज 56 लाख हेक्टेयर से ज्यादा अतिरिक्त जमीन को माइक्रो-इरिगेशन से जोड़ा जा चुका है।

* रामनाथ कोविंद ने कहा कि व्यापक विमर्श के बाद संसद ने सात महीने पूर्व तीन महत्वपूर्ण कृषि सुधार, कृषक उपज व्यापार और वाणिज्य (संवर्धन और सरलीकरण) विधेयक, कृषि (सशक्तीकरण और संरक्षण) कीमत आश्वासन और कृषि सेवा करार विधेयक, और आवश्यक वस्तु संशोधन विधेयक पारित किए हैं।

* प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना' के माध्यम से 8 महीनों तक 80 करोड़ लोगों को 5 किलो प्रतिमाह अतिरिक्त अनाज निशुल्क सुनिश्चित किया गया। सरकार ने प्रवासी श्रमिकों, कामगारों और अपने घर से दूर रहने वाले लोगों की भी चिंता की। 

* रामनाथ कोविंद ने कहा कि अर्थव्यवस्था को संभालने के लिए रिकॉर्ड आर्थिक पैकेज की घोषणा के साथ ही मेरी सरकार ने इस बात का भी ध्यान रखा कि किसी गरीब को भूखा न रहना पड़े।

*  रामनाथ कोविंद ने कहा कि मुझे संतोष है कि मेरी सरकार के समय पर लिए गए सटीक फैसलों से लाखों देशवासियों का जीवन बचा है। आज देश में कोरोना के नए मरीजों की संख्या भी तेजी से घट रही है और जो संक्रमण से ठीक हो चुके हैं उनकी संख्या भी बहुत अधिक है।

* बजट सत्र के दौरान राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा कि कोरोना महामारी के दौर में हो रहा संसद का ये संयुक्त सत्र बहुत महत्वपूर्ण है। नया वर्ष भी है और नया दशक भी और इस वर्ष हम आज़ादी के 75वें वर्ष में प्रवेश करने वाले हैं। 

* राष्ट्रपति द्वारा संसद के संयुक्त सत्र को संबोधन

*  1 फरवरी को पेश होगा आम बजट 

*  राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद संसद भवन पहुंचे, आज से शुरू हो रहे बजट सत्र को लेकर थोड़ी देर में दोनों सदनों की संयुक्त बैठक को करेंगे संबोधित

* संसद का बजट सत्र शुरू होने से पहले पीएम बोले कि आने वाला दशक भारत की प्रगति के लिए महत्वपूर्ण है। हमें उन महान लोगों के विजन और सपनों को याद रखना होगा जो हमारे देश की आजादी के लिए लड़े थे।

बजट शुरू होने से पहले का अपडेट

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण आर्थिक सर्वेक्षण पेश करेंगी। वहीं 18 विपक्षी दलों ने राष्ट्रपति के अभिभाषण का बहिष्कार का एलान किया। संसद के बजट सत्र के पहले दिन सरकार और विपक्ष ने नए कृषि कानूनों के खिलाफ हल्लाबोल दिया है।

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, कांग्रेस के अलावा 17 पार्टियों ने संसद में राष्ट्रपति के अभिभाषण का बहिष्कार किया है। और किसान आंदोलन का समर्थन किया। विपक्षी दलों ने भी गणतंत्र दिवस पर दिल्ली में किसानों की ट्रैक्टर रैली में भड़की हिंसा में केंद्र सरकार की भूमिका की स्वतंत्र जांच की मांग की है।

इस बीच आम आदमी पार्टी और अकाली दल ने भी राष्ट्रपति के अभिभाषण का बहिष्कार करने का फैसला किया है। राष्ट्रपति के अभिभाषण का बहिष्कार करने वाले प्रमुख दलों में कांग्रेस, समाजवादी पार्टी, राकांपा, शिवसेना, माकपा, तृणमूल कांग्रेस, द्रमुक, भाकपा और राजद शामिल हैं।

संसदीय कार्य मंत्री प्रहलाद जोशी ने कहा कि विपक्ष का राष्ट्रपति के अभिभाषण के बहिष्कार का निर्णय दुर्भाग्यपूर्ण है। जिन बिंदुओं पर विपक्ष बहिष्कार करने जा रहा है, वे सभी सांसद धन्यवाद प्रस्ताव के दौरान उपस्थित हो सकते हैं। राष्ट्रपति  राजनीति दलों से ऊपर हैं। प्रहलाद जोशी ने कहा कि विपक्ष में होने के बावजूद भाजपा ने कभी राष्ट्रपति के अभिभाषण का बहिष्कार नहीं किया।

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