Parliament Monsoon: लोकसभा की कार्यवाही स्थगित, कल अविश्वास प्रस्ताव पर होगी चर्चा

Parliament Monsoon Updates: कांग्रेस की तरफ से दिए गए अविश्वास प्रस्ताव पर आज लोकसभा में बहस हुई। इस कड़ी लोकसभा की कार्यवाही कल तक के लिए स्थगित कर दी गई है। पीएम मोदी (PM Modi) इस प्रस्ताव पर 10 अगस्त को जवाब देंगे। वहीं, बीजेपी ने भी अविश्वास प्रस्ताव पर आक्रामक रवैया अपनाया हुआ है। यहां पढ़ें संसद की कार्यवाही से जुड़ी तमाम लेटेस्ट अपडेट्स...;

Update: 2023-08-08 04:15 GMT

Parliament Monsoon Updates: लोकसभा की कार्यवाही कल तक के लिए स्थगित कर दी गई है। आज से तीन दिवसीय अविश्वास प्रस्ताव पर बहस शुरू हो गई। कांग्रेस नेता गौरव गोगोई ने इस प्रस्ताव की शुरुआत की। मणिपुर मुद्दे को लेकर इंडिया गठबंधन बीजेपी और प्रधानमंत्री को चुनौती देने के लिए तैयार हैं। हालांकि, भाजपा ने वायनाड के सांसद के खिलाफ तीखा जवाबी हमला करने के लिए स्मृति ईरानी और ज्योतिरादित्या सिंधिया को भी आगे कर दिया। इस प्रस्ताव पर प्रधामंत्री नरेंद्र मोदी 10 अगस्त को जवाब देंगे। सुप्रीम कोर्ट द्वारा 2019 'मोदी सरनेम मामले' में उनकी आपराधिक मानहानि की सजा पर रोक लगाने के कुछ दिनों बाद सोमवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी की लोकसभा सदस्यता भी बहाल कर दी गई और वह संसद में पहुचें थे। बीते दिन राज्यसभा में दिल्ली सेवा विधेयक भी पास हो गया और वह राष्ट्रपति के हस्ताक्षर के बाद कानून का रूप ले लेगा। यहां पढ़िये संसद से जुड़ी तमाम बड़ी अपडेट।

Parliament Monsoon Updates:

कांग्रेस नेता राहुल गांधी को वापस मिला बंगला

कांग्रेस नेता राहुल गांधी को तुगलक लेन स्थित बंगला वापस मिल गया है। सांसदी जाने के बाद उनसे यह बंगला वापस ले लिया गया था। इसके बाद राहुल गांधी ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि पूरा हिंदुस्तान मेरा घर है। इससे जुड़ी खबर यहां पढ़ें...

शिवसेना यूबीटी ने अविश्वास प्रस्ताव पर क्या कहा

शिवसेना (यूबीटी) की ओर से अविश्वास प्रस्ताव पर बोलते हुए सांसद अरविंद सावंत ने कहा कि अविश्वास प्रस्ताव सिर्फ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को संसद में बोलने के लिए लाने के बारे में नहीं है, बल्कि केंद्र सरकार मणिपुर में 70 दिनों तक अत्याचार के बावजूद चुप रही। उन्होंने कहा कि अगर वे चुप नहीं होते तो यह प्रस्ताव आगे नहीं बढ़ पाता।

एसपी सांसद डिंपल यादव ने सरकार को असंवेदनशील बताया

एसपी सांसद डिंपल यादव ने लोकसभा में कहा कि मणिपुर की घटना बहुत संवेदनशील है। सरकार इस मामले में बहुत असंवेदनशील रही है। यह एक अहंकारी सरकार है। यह मानवाधिकारों का पूरी तरह से उल्लंघन था। हिंसा करने के लिए महिलाओं को साधन के रूप में इस्तेमाल करना संवैधानिक रूप से लोकतंत्र में अस्वीकार्य है। यह एक राज्य-प्रायोजित जातीय हिंसा थी।  मणिपुर हिंसा में कितनी एफआईआर पर कार्रवाई की गई है। 60,000 से अधिक लोग और 14,000 बच्चे विस्थापित हुए हैं। हमने अभी प्रधानमंत्री से संसद में आकर बोलने का अनुरोध किया है। लोगों की सुरक्षा करना मुख्यमंत्री की पहली जिम्मेदारी थी। अविश्वास प्रस्ताव पर सपा नेता डिंपल यादव ने कहा कि सरकार चाहती तो दो दिन के अंदर इस हिंसा पर काबू पाया जा सकता था।

टीएमसी सांसद ने भी अविश्वास प्रस्ताव चर्चा में लिया हिस्सा

अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान तृणमूल कांग्रेस के सांसद सौगत रॉय ने कहा कि यह सरकार निर्दयी लोगों की सरकार है। वे किसी भी आग्रह पर पश्चिम बंगाल में प्रतिनिधिमंडल भेज रहे हैं, लेकिन एक भी प्रतिनिधिमंडल मणिपुर नहीं गया जहां हमारे भाई-बहन मर रहे हैं। साथ ही, उन्होंने कहा कि आपको कोई दया नहीं है और यही कारण है कि आप अन्य दलों की तरह मणिपुर नहीं गए।

राहुल गांधी के आज बोलने की संभावना नहीं

कांग्रेस नेता राहुल गांधी के आज अविश्वास प्रस्ताव पर बोलने की संभावना नहीं है। यदि इसमें बदलाव होता है और वह बोलते हैं तो कांग्रेस केवल तीन घंटे पहले ही इसकी घोषणा करेगी। कांग्रेस ने कहा कि यह रणनीति का हिस्सा है। हालांकि, पार्टी को पता है कि पीएम सदन में नहीं हैं और यही कांग्रेस द्वारा राहुल गांधी के आगे गोगोई को खड़ा करने का मुख्य कारण हो सकता है। 

निशिकांत दुबे बोले- सोनिया गांधी बेटे को सेट करना चाहती हैं

बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने कहा कि ये अविश्वास प्रस्ताव लाया गया है। ये क्यों लाया गया है। सोनिया गांधी जी यहां बैठी हैं। मुझे लगता है कि उन्हें दो काम करने होंगे पहले काम तो बेटे को सेट करना है और दूसरा काम दामाद को मदद करना है। यही इस अविश्वास प्रस्ताव का मकसद है।

इंडिया गठबंधन पीयूष गोयल के खिलाफ विशेषाधिकार नोटिस लाएगा

विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A ने असंसदीय शब्द का उपयोग करने के लिए केंद्रीय मंत्री और राज्यसभा में सदन के नेता पीयूष गोयल के खिलाफ विशेषाधिकार नोटिस लाएगी। विशेषाधिकार प्रस्ताव सदन के किसी सदस्य द्वारा तब पेश किया जाता है जब उसे लगता है कि किसी मंत्री या किसी सदस्य ने सदन के विशेषाधिकार का उल्लंघन किया है।

निशिकांत दुबे का राहुल गांधी पर हमला

भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव पर बहस के दौरान कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर तंज कसते हुए कहा कि सुप्रीम द्वारा मोदी सरनेम टिप्पणी मामले में उनकी सजा पर रोक लगी है। इसके बाद उनकी सजा पर केवल रोक लगी है। निशिकांत दुबे ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने कोई फैसला नहीं सुनाया है केवल स्थगन का आदेश ही दिया है। राहुल गांधी कह रहे हैं कि वह माफी नहीं मांगेगे। साथ ही, वह कहते हैं कि वह सावरकर नहीं हैं, दुबे ने कहा कि आप सावरकर हो भी नहीं सकते हैं।

लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव पर बहस के दौरान बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई को जवाब दिया। उन्होंने कहा कि पहले गोगोई की जगह राहुल गांधी को बोलना था। कांग्रेस वक्ताओं की सूची में बदलाव पर प्रतिक्रिया देते हुए दुबे ने कहा कि शायद राहुल गांधी आज तैयार नहीं थे या शायद वह देर से उठे हैं। गौरव गोगोई ने अच्छी बात कही। मैं मणिपुर के अशांत समय का पीड़ित हूं। मेरे चाचा को वहां पीड़ा हुई और वे घायल हो गए।

कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने की अविश्वास प्रस्ताव की शुरुआत

कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने अविश्वास प्रस्ताव पर बहस शुरू करते हुए कहा कि पीएम को यह स्वीकार करना होगा कि उनकी डबल इंजन सरकार, मणिपुर में विफल हो गई है। इसीलिए, मणिपुर में 150 लोगों की मौत हो गई, लगभग 5000 घर जला दिए गए, लगभग 60,000 लोग राहत शिविरों में हैं और लगभग 6500 एफआईआर दर्ज की गई हैं। राज्य के सीएम, जिन्हें बातचीत का शांति और सद्भाव का माहौल बनाना चाहिए था, उन्होंने पिछले 2-3 दिनों में भड़काऊ कदम उठाए हैं जिससे समाज में तनाव पैदा हो गया है।

कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने सवाल उठाते हुए कहा कि पीएम ने संसद में न बोलने का मौन व्रत ले रखा है। इसलिए उनकी चुप्पी तोड़ने के लिए अविश्वास प्रस्ताव लाना पड़ा। साथ ही, उन्होंने पीएम मोदी से तीन सवाल पूछें हैं। इनमें पहला है कि वे आज तक मणिपुर क्यों नहीं गए। दूसरा सवाल आख़िरकार मणिपुर पर बोलने में लगभग 80 दिन क्यों लग गए और जब वे बोले तो सिर्फ़ 30 सेकंड के लिए। तीसरा सवाल मुख्यमंत्री ने अब तक मणिपुर के मुख्यमंत्री को बर्खास्त क्यों नहीं किया। 

अविश्वास प्रस्ताव पर बीजेपी की तरफ से बोलेंगे ये नेता

बीजेपी की तरफ से अविश्वास प्रस्ताव पर जो नेता बोलेंगे उनमें अमित शाह, निर्मला सीतारमण किरण रिजिजू, ज्योतिरादित्य सिंधिया, स्मृति ईरानी, लॉकेट चटर्जी, बंदी संजय कुमार, रामकृपाल यादव, राजदीप रॉय, विजय बघेल, रमेश बिधूड़ी, सुनीता दुग्गल, हीना गावित, निशिकांत दुबे और राज्यवर्धन राठौड़ शामिल हैं।

डेरेक ओ'ब्रायन को राज्यसभा से किया गया निलंबित

तृणमूल कांग्रेस के राज्यसभा सांसद डेरेक ओ'ब्रायन को मंगलवार को सभापति जगदीप धनखड़ ने "राज्यसभा सदस्य के लिए अशोभनीय व्यवहार के लिए" संसद सत्र के मौजूदा मानसून सत्र की शेष अवधि के लिए निलंबित कर दिया।

अनुराग ठाकुर का AAP नेता चड्ढा पर तंज

आम आदमी पार्टी के सांसद राघव चड्ढा पर निशाना साधते हुए केंद्रीय मंत्री और बीजेपी सांसद अनुराग ठाकुर ने कहा कि कुछ राजनीतिक नेताओं को झूठ बोलने की आदत होती है। शायद वह भूल गए कि संसद के अंदर ये सब नहीं चलता है। सदन नियमों के हिसाब से चलता है। हंगामा करने से कुछ हासिल नहीं होता है। ठाकुर ने यह भी कहा कि वे जितना चाहें देश को गुमराह करने का प्रयास करें, लेकिन लोकसभा और राज्यसभा दोनों में वे बेनकाब हो गए हैं।

गौरव गोगोई बोले- राहुल गांधी को लोकसभा में सुनने के लिए उत्सुक

कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने कहा कि राहुल गांधी लोकसभा में क्या कहते हैं हम सभी उसका इंतजार कर रहे हैं। उन्होंने मणिपुर का दौरा किया है और इस बीच उन्होंने भारतीय समाज के विभिन्न वर्गों से मुलाकात भी की है। उन्हें अर्थव्यवस्था और मणिपुर की जमीनी हालात के बारे में पता है इसलिए, उनके पास एक बहुत ही मूल्यवान दृष्टिकोण है जिसे हम सभी सुनने के लिए उत्सुक हैं।

टीएमसी सांसद डेरेक ओ ब्रायन ने क्या कहा

टीएमसी सांसद डेरेक ओ ब्रायन ने मंगलवार को दावा किया कि उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लोकसभा में लाने के लिए विपक्ष द्वारा लाए गए अविश्वास प्रस्ताव के नियमों का पालन किया है। राज्यसभा में टीएमसी के सदन के नेता ने भी एक ट्वीट में प्रधानमंत्री से उच्च सदन में आने का आग्रह किया।

लोकसभा में राहुल गांधी करेंगे अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा

कांग्रेस सांसद राहुल गांधी मंगलवार को लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव पर बहस शुरू करेंगे, जो 26 जुलाई को भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार के खिलाफ शुरू किया गया था। इसके बाद, अन्य कांग्रेस सांसद, गौरव गोगोई जिन्होंने प्रस्ताव पेश किया । इसके बाद मनीष तिवारी भी चर्चा जारी रखेंगे। पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें...

क्या होता है अविश्वास प्रस्ताव

अविश्वास प्रस्ताव शासन प्रशासन की संयुक्त जवाबदेही का आकलन करने के लिए एक तंत्र के रूप में कार्य करता है। यदि किसी संसद सदस्य (सांसद) को लगता है कि सरकार के पास प्रभारी बने रहने और अपने कर्तव्यों का पालन करने के लिए पर्याप्त समर्थन नहीं है, तो वे अविश्वास प्रस्ताव ला सकते हैं। इस प्रस्ताव को कम से कम 50 अन्य सांसदों के समर्थन की आवश्यकता है। इसे केवल लोकसभा के भीतर ही शुरू किया जा सकता है।

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