Parliament Monsoon Session: सोमवार से शुरू हो रहा संसद का मानसून सत्र, इन मुद्दों पर मोदी सरकार को घेरेगा विपक्ष
संसद का मानसून सत्र 14 सिंतबर सोमवार से शुरू होने जा रहा है। इस बार कोरोना महामारी के चलते सत्र डिजिटल तौर पर तैयार किया गया है।;
संसद का मानसून सत्र 14 सिंतबर सोमवार से शुरू होने जा रहा है। इस बार कोरोना महामारी के चलते सत्र डिजिटल तौर पर तैयार किया गया है। वहीं इस बार सदन में विपक्ष ने मोदी सरकार को फिर से घेरने की तैयारी कर ली है। इस बार विपक्ष सीमा विवाद और अर्थव्यवस्था में सुस्ती जैसे मुद्दों पर चर्चा करेगी।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, इस बार संसद में सदस्यों को कोरोना टेस्टिंग के बाद ही एंट्री मिलेगी। इसके बाद सदन में सदस्य कार्यवाही में भाग ले सकेंगे। इस बार खास बात ये है कि सर्वदलीय बैठक का आयोजन नहीं किया जाएगा। साथ ही इस बार की कार्यवाही हंगामेदार होने वाली है।
इस बार विपक्ष मोदी सरकार को कोरोना महामारी के बीच भारत चीन सीमा विवाद, अर्थव्यवस्था, जीएसटी, बेरोजगारी के मुद्दे पर घेरने की तैयारी कर ली है। विपक्ष ने कहा कि हम तैयार हैं। इससे पहले संसद सत्र से पहले लोकसभा अध्य्क्ष ओम बिरला ने कहा कि संसद का मानसून सत्र ऐतिहासिक होगा और कोविड-19 महामारी के मद्देनजर संसद की कार्यवाही को डिजिटल बनाने का प्रयास रहेगा। इस सदन के सदस्यों ने संकटों के समय भी अपने कर्तव्यों और जिम्मेदारियों को निभाने और निभाने का संकल्प लिया है। मुझे आशा है कि ऐसे समय में सभी सदस्य उपस्थित रहेंगे और चर्चाओं में शामिल होंगे।
जानकारी के लिए बता दें कि कल सोमवार यानी 14 सितंबर से संसद का मानसून सत्र शुरू होने जा रहा है। कोरोनोवायरस महामारी के मद्देनजर सोशल डिस्टेंसिंग प्रोटोकॉल को ध्यान में रखते हुए बैठने की व्यवस्था पर अधिक ध्यान दिया जाएगा।
ओम बिरला ने कहा कि 257 सदस्य लोकसभा हॉल में बैठेंगे। हमने सभी पक्षों के साथ चर्चा की है। घर में पार्टी की ताकत के आधार पर सीटें आवंटित की गई हैं। घर में हर पार्टी का नेता तय करेगा कि सदस्य कहां बैठेंगे। चैंबर्स को सैनिटाइज किया जा रहा है और सत्र शुरू होने से पहले सभी सांसदों को कोरोना टेस्ट करवाना होगा।